World News: काखोवका बांध के तबाह होने से यूक्रेन की 42000 आबादी पर डूबने का खतरा, एक साल में जमीन बन जाएगी "रेगिस्तान"
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World News: काखोवका बांध के तबाह होने से यूक्रेन की 42000 आबादी पर डूबने का खतरा, एक साल में जमीन बन जाएगी "रेगिस्तान"

Kakhovka dam: यूक्रेन (Ukraine) के खाखोवका बांध के नष्ट होने की वजह से यहां के 42,000 लोगों को बाढ़ का खतरा है. इसको लेकर रूस और यूक्रेट एक-दूसरे पर आरोप भी लगा रहे हैं. वहीं Ukraine ने आशंका जताई है कि इस बांध के टूटने के बाद यहां की जमीन एक साल में बंजर हो जाएगी.

 

 

यूक्रेन का काखोवका बांध नष्ट होने से पैदा हुआ संकट.

Kakhovka dam, ukraine russia war: यूक्रेन (Ukraine) के कृषि और खाद्य मंत्रालय ने चेतावनी दी है कि दक्षिणी यूक्रेन (Ukraine) के खेतों में अगले साल तक "रेगिस्तान" बन सकता है. यूक्रेन (Ukraine), संघीय और अन्य दुनिया के नेताओं द्वारा रूस के द्वारा खाखोवका बांध को नष्ट करने और इसके साथी जलाशय को सुखा देने की जिम्मेदारी के बाद यह बात कही गई है.

अधिकारी कहते हैं कि बांध के नष्ट होने के बाद के जल बहाव से 42,000 लोगों को बाढ़ का खतरा है. यूक्रेन (Ukraine) के कृषि नीति और खाद्य मंत्रालय ने यूक्रेन (Ukraine) के कुछ सबसे उपजाऊ क्षेत्रों पर खाखोवका जलाशय के नष्ट होने के बाद वैश्विक स्तर पर आपदा का अनुमान लगाया है. यह जलाशय यूरोप के सबसे बड़े जलाशयों में से एक है और इसका असर यूक्रेन (Ukraine) के कुछ सबसे उपजाऊ क्षेत्रों पर हो रहा है.

खेरसोन क्षेत्र में 94% सिंचाई प्रणालियों को खतरा

खाखोवका  एचपीपी (हाइड्रो पावर प्लांट) पर हुए आतंकी हमले के कारण खेरसोन क्षेत्र में 94% सिंचाई प्रणालियों, जापोरिज़िया में 74%, और Dnipropetrovsk में 30% जल स्रोत के बिना रह गई हैं. मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि खाखोवका एचपीपी के खत्म हो जाने से यह मतलब होगा कि यूक्रेन (Ukraine) के दक्षिणी क्षेत्रों में अगले साल ही खेतों में रेगिस्तान बन सकता है.

मंत्रालय ने यह भी चेतावनी दी है कि खाखोवका बांध के बिना क्षेत्र के बहुत सारे इलाकों में पेयजल की कमी हो जाएगी. क्षेत्र में कृषि का पतन वैश्विक असर भी डालेगा. यूक्रेन (Ukraine) विश्व व्यापार में सूरजमुखी का आहार 40%, सूरजमुखी तेल का 35%, और गेहूं, जौ और मक्का के 5% के निर्यात का हिस्सा है.

मदद कर्मचारी दे रहे अग्निपरीक्षा

खेरसोन में, बाढ़ के पानी से बेघर हो जाने वाले हजारों लोगों की बाहर निकालने की प्रक्रिया द्नीप्रो की यूक्रेनी (Ukrainian) कब्ज़े में स्थित पश्चिमी किनारे पर दूसरे दिन में प्रवेश की. इस मामले में मदद कर्मचारियों को अग्निपरीक्षा का सामना करना पड़ रहा है. Ukrainian अधिकारियों ने बताया कि मंगलवार को प्रभावित क्षेत्र को 70 बार शेलिंग की गई है. खेरसोन के गवर्नर ओलेक्संदर प्रोकुदिन ने कहा कि एक व्यक्ति की मौत हुई है और एक और घायल हुआ है, ये सब शेलिंग के कारण हो रहा है.

ये बोले यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलादिमीर ज़ेलेंस्की 

वहीं यूक्रेन (Ukraine) के राष्ट्रपति वोलादिमीर ज़ेलेंस्की (Volodymyr Zelenskiy) ने एक ट्विटर बयान में कहा कि यूक्रेन (Ukraine) के सबसे बड़े जलाशयों में से एक के नष्ट करना पूरी तरह से एक साजिश है. रूसी आक्रमण के पहले इन क्षेत्रों में कम से कम 1,00,000 लोग रहते थे. कम से कम दसों हजार लोग अभी भी वहीं हैं. लाखों लोगों को सामान्य पीने के पानी तक की उपलब्धता नहीं है.

वहीं रूसी समाचार एजेंसी तास ने नोवा खाखोवका के रूसी स्थापित मेयर व्लादिमीर लियोन्टिएव के हवाले से बताया कि सात लोग लापता हो गए हैं और 100 लोगों को शहर में फंसे हुए हैं और उन्हें निकालने की ज़रूरत है. बाढ़ का सबसे बड़ा प्रभाव खेरसोन में दनुबे के पूर्वी किनारे पर है. 

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