Rajendra Rathore: कांग्रेस के सियासी ड्रामे पर उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने कहा कि राजस्थान में बड़ा सियासी बदलाव होगा.
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Rajendra Rathore: विधानसभा में उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने लंबी स्कीम बिजी से संक्रमित गायों को लेकर बड़ा बयान देते हुए कहा सरकार ने समय रहते बीमा योजना पर ध्यान दिया होता तो पशु पालकों को मदद मिलती गायों की चित्कार सरकार को लगेगी तो सरकार अपने आप खत्म हो जाएगी वहीं मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के हॉर्स ट्रेडिंग वाले बयान को लेकर राठौर ने कहा वह बिना आधार के बात करते हैं ऐसे में उनके बयानों को कोई गंभीरता से नहीं लेता केंद्र से उनके पर्यवेक्षक आए विधायक दल की बैठक में विधायकों का उन्होंने बहिष्कार करवाया उसके बाद मुख्यमंत्री सोनिया गांधी से जाकर माफी मांगते हैं और जब उनकी कुर्सी हिली हुई है आज जो वक्तव्य उन्होंने दिया वह मैंने सुना था उसमें वह पर्यवेक्षकों को सीख दे रहे हैं जो कांग्रेस के केंद्र के दूत बनकर आए थे.
अब यह राग अलाप रहे हैं कि जो आलाकमान कहेगा वही होगा जय अंतर्द्वंद में डूबी सरकार ने अपनी कुर्सी बचाने के लिये राजस्थान के सात करोड़ लोगों के साथ नाइंसाफी की है जो कांग्रेस तोड़ो करने वाले लोग हैं उनके सामने नतमस्तक है वरना आलाकमान के दूत का अनादर करने का मतलब है निश्चित तौर पर जिन की सरपरस्ती में कांग्रेस चल रही है उनका अनादर 2 दिन का वक्त गुजर गया अब यह बात सही है कि राजस्थान की राजनीति बदलाव की ओर बढ़ रही है.
वही राठौर ने कांग्रेसी विधायकों द्वारा विधानसभा अध्यक्ष को सौपे गए इस्तीफे को लेकर कहा विधानसभा के अध्यक्ष लंबे समय तक इन स्थितियों को लंबित नहीं रख सकते विधानसभा के प्रक्रिया के नियम बने हुए हैं आर्टिकल 208 208 एक के तहत और उसमें रूल 173 में साफ लिखा हुआ है विधानसभा के अध्यक्ष के सामने इस्तीफा आता है और प्रोफॉर्मा में आता है तो विधानसभा अध्यक्ष उनसे पूछ सकते हैं और सामने आकर फिर वह कहते हैं तो इस्तीफा मंजूर करना पड़ता है लेकिन मैं पहली बार देख रहा हूं स्थिति का नाटक भी करते हैं.
पूरा मंत्रिमंडल ने विधायक के तौर पर इस्तीफा दे रखा है और सरेआम स्थानांतरण उद्योग में लगे हुए हैं और स्थानांतरण में जिस प्रकार से भ्रष्टाचार का तांडव हो रहा है ऐसे में नैतिकता कहां चली गई जब 91 में विधायक कहते हैं हमने इस्तीफे दे रखे है और वो जिला स्तर पर बैठकों में जा रहे हैं और इस प्रकार की नौटंकी को राजस्थान के लोग समझ चुके हैं. राठौर ने कहा यदि विधानसभा अध्यक्ष उन त्यागपत्र पर जल्द ही कोई निर्णय लेते हैं और वीर विधायक इस पर अड़े रहते हैं कि हमने त्यागपत्र दे दिया तो निश्चित तौर पर चुनाव के अलावा कोई विकल्प नहीं रहता
दरअसल राजेंद्र राठौड़ दौसा में आयोजित भाजपा के प्रबुद्ध जन सम्मेलन में शामिल होने आज दौसा आये थे उससे पहले वह श्री राम मंदिर में आमजन के सहयोग से संचालित गोशाला पहुंचे जहां लम्पी स्किन डिजीज से संक्रमित गायों को देखा और गौशाला संचालन को लेकर मंदिर के बाबा से जानकारी ली प्रबुद्ध जन सम्मेलन में सांसद जसकौर मीणा पूर्व सांसद रामकुमार वर्मा भाजपा के जिला संगठन प्रभारी शैलेंद्र भार्गव पूर्व युवा बोर्ड के अध्यक्ष भूपेंद्र सैनी पूर्व केश कला बोर्ड के अध्यक्ष मोहन मोरवाल सहित बड़ी तादाद में भाजपाई शामिल हुए.
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