क्या सच में गरीब हो गए पाकिस्तान के लोग! बीकानेर के लोगों से कॉल करके मांग रहे पैसे
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क्या सच में गरीब हो गए पाकिस्तान के लोग! बीकानेर के लोगों से कॉल करके मांग रहे पैसे

Bikaner News: अंतर्राष्ट्रीय बॉर्डर के गांव में पाक नंबरों से कॉल पर पैसे मांगे जा रहे हैं. वहीं, व्यापारियों और प्रतिष्ठित लोगों के नाम से व्हाट्सएप आईडी बनाकर रुपये मांगने का सिलसिला जारी है. 

क्या सच में गरीब हो गए पाकिस्तान के लोग! बीकानेर के लोगों से कॉल करके मांग रहे पैसे

Bikaner News: भारत-पाक सीमावर्ती क्षेत्र खाजूवाला में बसे गांवों में इन दिनों साइबरक्राइम तेजी से फैल रहा है. कभी पाक नंबरों से सीमा क्षेत्र के आसपास के लोगों को प्रलोभन दिया जा रहा है, तो वही रसूखदार लोगों की फेक आईडी से लोगों से पैसे मांगे जा रहे हैं. 

अंतर्राष्ट्रीय बॉर्डर के नजदीक बैठे ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को इन दिनों साइबर ठगों के द्वारा कई तरह से ठगी के शिकार बनाए जा रहे हैं. इससे पहले कई बार पाक के नंबरों से क्षेत्र के लोगों के पास अलग-अलग प्रलोभन देखकर क्षेत्र की जानकारी जुटाने की की जा चुकी हैं, लेकिन इन दिनों साइबर ठगों के शिकार खाजूवाला क्षेत्र के लोग हो रहे हैं.  

व्हाट्सएप आईडी बनाकर मांगें जा रहे पैसे
खाजूवाला के अलग-अलग व्यापारियों और प्रतिष्ठित लोगों के नाम से व्हाट्सएप आईडी बनाकर रुपये मांगने का सिलसिला जारी है, जिसकी वजह से कई लोग इन ठगों के शिकार भी हो गए हैं. इन लोगों के ठगी के शिकार हुए लोग साइबर सेल में शिकायत भी दर्ज करवा रहे हैं, लेकिन उन्हें इन ठगों से अभी तक किसी भी प्रकार से निजात नहीं मिल रहा है. 

मैसेज पर मांगें 40000 रुपये
खाजूवाला के प्रतिष्ठित व्यापारी धीरज पारीक बताते हैं कि उनके रिश्तेदार के नाम से उनके पास 28 अक्टूबर को व्हाट्सएप पर मैसेज आता है और उस मैसेज में बताते हैं कि वह एसएमएस अस्पताल जयपुर में है और उन्हें पैसों की जरूरत है और देर रात को आए मैसेज के चलते उन्होंने उन्हें 40000 रुपये मैसेज में बताए गए फोन, पैन नंबर पर डाल दिए. जब सुबह हुई तो उन्होंने संपर्क किया तो वह नंबर बंद आया तो उनके रिश्तेदार के पुराने नंबर पर उन्होंने संपर्क किया, तब उन्हें पता लगा की उनके साथ ये फ्रॉड हुआ है. 

साइबर क्राइम लगातार बढ़ने लगा है
इसके बाद उन्होंने साइबर सेल में शिकायत दर्ज करवाई, लेकिन 28 अक्टूबर से आज तक उन्हें समस्या का समाधान नहीं मिला. इसके साथ ही शिक्षक तीर्थराज कड़ेला के नाम से भी एक व्हाट्सएप मैसेज उनके परिचित लोगों के पास भेजा गया. काफी लोगों ने इनको कॉल भी किए तो उन्होंने बताया कि मुझे किसी प्रकार के पैसों की जरूरत नहीं है,  लेकिन कुछ इनके जानकार लोग इस ठगी के शिकार भी हो गए और तीर्थराज कड़ेला के दो जानकार लोगों ने 25000 रुपये भी साइबर ठगों के बताए फोन पे नंबर में डाल दिए. इस तरह से सीमावर्ती क्षेत्र में अब साइबरक्राइम लगातार बढ़ने लगा है. 

इसको लेकर डीवाईएसपी विनोद कुमार ने आमजन से अपील करते हुए कहा है कि सोशल मीडिया के माध्यम से किसी भी प्रकार से फैलाए जा रहे मैसेज पर पैसे ना भेजें. आमजन जागरूक हो ओर इस तरह से ठगों के शिकार न हो. इसके लिए डीवाईएसपी ने बताया कि बीट कांस्टेबलों और ग्राम रक्षकों के माध्यम से आमजन तक जागरूक करने का भी पुलिस काम कर रही है, लेकिन इन साइबर ठगों के शिकार आमजन लगातार होते जा रहे हैं. 

Reporter- Tribhuvan Ranga

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