Bhilwara News: तहसीलदार ने अतिक्रमण हटाने को लेकर 8 महीने में 3 बार जारी किए आदेश,अधिकारियों ने क्यों की अवहेलना?
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Bhilwara News: तहसीलदार ने अतिक्रमण हटाने को लेकर 8 महीने में 3 बार जारी किए आदेश,अधिकारियों ने क्यों की अवहेलना?

Bhilwara News:राजस्थान के भीलवाड़ा जिले के निकटवर्ती बदनोर पंचायत समिति के चैनपुरा पंचायत में अतिक्रमण हटाने के लिए तहसीलदार संवार लाल जाट ने 3 बार आदेश निकाले है.अब सवाल यह उठता है की तहसीलदार सांवर लाल जाट के तीसरा आदेश भी अतिक्रमण नहीं हटा पाया आखिर क्या वजह रही इसके पीछे.?

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Bhilwara News:राजस्थान के भीलवाड़ा जिले के निकटवर्ती बदनोर पंचायत समिति के चैनपुरा पंचायत में अतिक्रमण हटाने के लिए तहसीलदार संवार लाल जाट ने 3 बार आदेश निकाले है. लेकिन तहसीलदार के आदेश पूरी तरह से टाय टाय फीस हो गए. 

आपको बता दें कि चैनपुरा गांव में खातेदारी आराजियात है जो सेटलमेंट के समय बिला नाम दर्ज हो गई,जिसका मामला न्यायालय में विचारधिन है. उस भूमि पर चैनपुरा गांव के ही कुछ व्यक्तियों ने कब्जा कर अतिक्रमण कर दिया. जिसके बाद से वह लगातार जमीन मालिक संवार लाल सालवी शासन प्रशासन के सामने गुहार लगा रहा है पर दबंगों के सामने उसकी एक नहीं चल पा रही है. जिसके बाद पीड़ित सांवर लाल ने तहसीलदार से लगाकर CM भजन लाल शर्मा तक शिकायत कर दी, लेकिन अब तक कोई कारवाई नही हुई है. 

हालांकि तहसीलदार ने अतिक्रमण हटाने के लिए 14/3/24 को तीसरी बार अतिक्रमण हटाने का आदेश जारी किया, लेकिन प्रशासनिक अधिकारी कभी पुलिस जाप्ता उपलब्ध नहीं होने का बहाना बनाते तो कभी साधन उपलब्ध न होने का बहाना बनाकर अतिक्रमण वाली भूमि से अतिक्रमण नहीं हटाते है. अब सवाल यह उठता है की तहसीलदार सांवर लाल जाट के तीसरा आदेश भी अतिक्रमण नहीं हटा पाया आखिर क्या वजह रही इसके पीछे.?

 तहसीलदार या गिरधावर की भूमिका इस मामले में कुछ तो संदिग्ध है3 बार आदेश निकालने के बाद भी अतिक्रमण नहीं हटा,तो अब यह मान लिया जाए कि दबंगों के साथ भी अधिकारी मिले हुए है क्योंकि कई बार सांवर लाल सालवी द्वारा शिकायत की गई लेकिन प्रशासन द्वारा संसाधन उपलब्ध कराने की बात को लेकर टालमटोल होती रही जिसमे शिकायतकर्ता द्वारा जेसीबी व ट्रैक्टर लगाए गए लेकिन साधन उपलब्ध हो जाते तो फिर अधिकारी पुलिस बल नही होने का बहाना बनाकर अतिक्रमण नही हटा पाए. 

हालांकि इस समय बदनोर एसडीएम कार्यालय व तहसील कार्यालय अत्यंत सुर्खियो में है. भूमाफिया व दबंग जैसा चाह रहे हैं राजस्व विभाग वैसा चल रहा है,आखिर इस तरह के आदेश पर अब कौन सूध लेगा यह देखने वाली बात होगी. पीड़ित सांवर लाल सालवी अतिक्रमण हटाने की उम्मीद लगाए बेटा है. राजस्व विभाग एक ऐसा विभाग बन चुका है जिस पर न्याय पाना मुश्किल ही नहीं नामुमकिन जैसा लगने लगा है. 

मीडिया से मुखाबित होते हुए जमीन मालिक सांवरलाल सालवी नेबताया की खातेदारी आराजियात है जो सेटलमेंट के समय बिला नाम दर्ज हो गई जिसका मामला न्यायालय में विचारधिन है उस पर कुछ लोगो ने पत्थर डाल बाउंड्री बना ली है और उस बाउंड्री को हटाने के लिए पीड़ित मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के दफ्तर से लेकर तहसीलदार वह जिला कलेक्टर के दरवाजे खटखटा चुका है. 

हालांकि तहसीलदार ने अतिक्रमण हटाने के तीन बार आदेश निकाल दिए लेकिन अब तक अतिक्रमण नहीं हटा पाए, क्या तहसीलदार के आदेश केवल कागजों में ही हो रहे है या फिर आदेश की अवहेलना हो रही है अगर हो रही है तो किसके दबाव में यह एक जांच का विषय है. पीड़ित सांवरलाल बलाई ने उपखंड अधिकारी से लेकर कलेक्टर तक को शिकायत करते हुए आरोप लगाया है की बदनोर तहसीलदार के द्वारा तीसरी बार अतिक्रमण हटाने के आदेश निकलने के बाद भी आदेश की पालना नहीं होने पर दबंगों के हौसले बुलंद है. 

सांवर लाल का कहना है की उक्त भूमि के आराजी 2124/1035,2125/1035,2126/1035,2122/1034 व 2123/1034 पर विपक्षीगणों ने जेसीबी के ट्रैक्टरों के अन्य साधनों से पत्थर डलवा कर पक्का निर्माण कर कब्जा कर लिया तथा साथ ही आराजी ने 2123/1034 मैं पीड़ित सांवर लाल ने कच्ची टिन सेट का घर बना रखा था जिसको उखाड़ कर ले गए तथा 10 से 12 हरे पेड़ पौधे की कटाई भी कर दी है. भूमाफियो द्वारा जबरन पक्का निर्माण किया गया.

निर्माण के समय सांवर लाल सालवी ने तहसीलदार के समक्ष निर्माण बंद करने के संबंध में पत्र प्रस्तुत किया पर कार्रवाई न करने के कारण पक्का निर्माण का कार्य भी पूर्ण हो गया,जिसके बाद हल्का पटवारी से मौका जांच कराया मौका जांच के दौरान पटवारी कैन्ह्यालाल सेन ने स्पष्ट रूप से बताया कि अनावेदकगण द्वारा भूमि पर अवैध अतिक्रमण कर निर्माण का कार्य किया है और निस्तारी बंद कर दिया है. 

जिसके बाद भी तहसीलदार बदनोर के द्वारा कोई भी कार्यवाही नहीं की गई. पीड़ित सांवरलाल सालवी ने प्रशासन गांवों के संग अभियान में भी प्रशासनिक अधिकारियों के समक्ष शिकायत की इसके बाद पीड़ित पक्ष पर दबंगों द्वारा हमला किया गया जिसमें पीड़ित पक्ष को गंभीर चोटे भी आई थी, जैसे-जैसे भूमाफिया निर्माण का कार्य करते जा रहे थे वैसे-वैसे ही पीड़ित तहसीलदार एवं थाना प्रभारी को पत्र देकर जानकारी से अवगत कराते रहे.

तहसीलदार के स्थगन आदेश का बार बार अवहेलना की गई जिसकी जानकारी के पश्चात भी तहसीलदार एवं थाना प्रभारी के द्वारा कोई भी कार्यवाही नहीं की गई जबकी पूरा मामला न्यायालय में विचारधीन है, विचाराधीन मामले को लेकर पीड़ित सीएम भजनलाल शर्मा के सामने अपनी शिकायत लेकर पहुंचे उसके बाद Cm ने तत्काल कार्यवाही करने का निर्देश देते हुए,कब्जा हटाये जाने हेतु तहसीलदार को आदेश दिया लेकिन फिर भी कोई कारवाई नही हो रही है.

अब पीड़ित सांवरलाल खातेदारी जमीन पर भूमि को जबरन किये गये कब्जा से बेदखली की कार्यवही कराने की माँगा करते हुए न्याय की गुहार लगा रहा है. इस संबंध में मीडिया ने तहसीलदार वह एसडीएम से जानकारी लेना चाही तो मीडिया से बचते हुए नजर आए.

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