Rajasthan Conversion : भरतपुर से धर्म परिवर्तन को बड़ी खबर सामने आ रही है. जहां एक निजी होटल में करीब 500 लोगों का धर्म परिवर्तन कराया जा रहा था. मौके पर विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ताओं पहुंचे, जिसके बाद धर्म परिवर्तन को मौके पर रोका गया.
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Rajasthan Conversion case : भरतपुर से धर्म परिवर्तन को बड़ी खबर सामने आ रही है. जहां एक निजी होटल में करीब 500 लोगों का धर्म परिवर्तन कराया जा रहा था.
धर्म परिवर्तन को लेकर मिली सूचना के बाद मौके पर विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ताओं पहुंचे, जिसके बाद धर्म परिवर्तन को मौके पर रोका गया.
इस दौरान मची भगदड़ मच गई. लोग होटल से निकलकर इधर उधर भागने लगे. विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ताओं और धर्म परिवर्तन करा रहे लोगों के साथ झड़प भी हुई. इस दौरान जमकर हुई मारपीट भी हुई. विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ताओं ने भाग रहे लोगों को पकड़ा. खबर पाकर मौके पर पुलिस जाब्ता भी पहुंच गई.
धर्म परिवर्तन को लेकर अब पूरे मामले की जांच की जा रही है. करीब 5 से अधिक लोगों को हिरासत में लिया गया है. जिसमें सरगना के दो मुख्य लोग शामिल हैं. इस मामले में कई महिलाओं को भी हिरासत में लिया है.
बता दें कि भरतपुर शहर के अटल बंद थाना इलाके के एक निजी होटल में नेशनल हाइवे पर धर्म परिवर्तन करने का मामला सामने आया है. विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ताओं का आरोप है कि ईसाई धर्म के लोगों द्वारा सत्संग के माध्यम से धर्म परिवर्तन कराया जा रहा था. करीब 500 से अधिक महिला और युवतियां शामिल थी.
विश्व हिंदू परिषद के लोगों को जानकारी मिली उसके बाद में होटल पहुंचे जहां उन्हें देखते ही अफरा तफरी का माहौल मच गया. धर्म परिवर्तन कर रहे लोग मौके से छोड़कर भागने लगे और उस दौरान विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ताओं ने भाग कर करीब 10 से अधिक लोगों को पकड़ा.
इस दौरान विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ता और आयोजकों के बीच मारपीट हुई. दोनों तरफ से जमकर लात घुसे चले. मौके पर पहुंची पुलिस ने 5 से अधिक लोगों को हिरासत में लिया है. वहीं करीब 5 से 7 महिलाओं और युवतियों को भी गिरफ्तार किया है. जिनसे लगातार पुलिस पूछताछ की जा रही है.
प्राररम्भिक पूछताछ में सामने आया कि बीमारियों को ठीक करने, घर मे तरक्की व धन वैभव बढ़ाये जाने के नाम पर लोगों को प्रलोभन देकर उनसे भगवान श्री राम कृष्ण के स्थान पर प्रभु यीशु की प्रार्थना कर ईसाई धर्म अपनाने के लिये कहा जाता और उनसे कसम दिलवाई जाती, जिसके बाद इन परिवार को आर्थिक राशि भी दी जाती थी.