राजस्थान की बांसवाड़ा कोतवाली पुलिस ने मामले में मोटागांव के नागनसेल निवासी नयन पाटीदार को गिरफ्तार किया है. इसके पास से रुपये के अलावा 10 मोबाइल, 14 सिम कार्ड, 5 एटीएम कार्ड, एक पेनकार्ड, पासबुक और चेकबुक मिले हैं.
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Rajasthan Crime: राजस्थान में वेबसाइट के जरिए फर्जी तरीके से कॉल गर्ल उपलब्ध कराने का झांसा देकर लोगों से ऑनलाइन ठगी का बड़ा मामला सामने आया है. बांसवाड़ा कोतवाली पुलिस ने मामले में मोटागांव के नागनसेल निवासी नयन पाटीदार को गिरफ्तार किया है. आरोपी के घर से 19.60 लाख रुपये के अलावा 10 मोबाइल, 14 सिम कार्ड, 5 एटीएम कार्ड, एक पेनकार्ड, पासबुक और चेकबुक भी बरामद हुई है.
नयन की इन मोबाइल और सिम कार्ड के जरिये ऑनलाइन ठगी करने में संलिप्तता पाई गई है. ऐसे में अब पुलिस यह पता लगाने में जुटी है कि नयन किन-किन लोगों के संपर्क में था और कितने लोगों से साइबर ठगी हुई है. दरअसल, पुलिस की ओर से साइबर शील्ड अभियान चलाया जा रहा है.
अभियान के दौरान गृह मंत्रालय के पोर्टल व समन्वय पोर्टल से संदिग्ध साइबर अपराधियों की सूचना प्राप्त हुई. इसके बाद जिले की साइबर थाना पुलिस ने तकनीकी विश्लेषण किया, जिससे पता चला कि साइबर संदिग्ध अपराधियों द्वारा गुगल पर फर्जी वेबसाइटों पर फर्जी विज्ञापन डालकर कॉल गर्ल उपलब्ध कराने के नाम से लोगों से ऑनलाइन ठगी कर रहे हैं.
ऑनलाइन धोखाधड़ी की राशि नकद प्राप्त करने के लिए राजस्थान और बाहरी राज्यों में भोले-भाले लोगों को सरकारी योजनाओं का लालच देकर सिम कार्ड व बैंक खाते हासिल किए जाते हैं. इसके बाद इनकी धरपकड़ के लिए अरथूना थानाधिकारी की लीड में एक विशेष टीम गठित की गई.
साइबर शील्ड अभियान के नोडल अधिकारी डीएसपी गोपीचंद मीणा ने बताया कि आरोपी वेबसाइटों पर लड़कियों के फोटो डालकर कॉल गर्ल उपलब्ध कराने का झांसा देते थे. इनके झांसे में आए लोगों को उनके पते पर सुविधा उपलब्ध कराने का भी दावा करते. फिर क्यूआर कोड भेजकर पहले पेमेंट लेकर धोखाधड़ी करते. इस मामले में और भी कई आरोपी हैं. अब प्रकरण की जांच सीआई देवीलाल मीणा को सौंपी है.