Nagaur Chunav Result 2023: चाचा या भतीजी, कौन होगा नागौर का सरताज? ज्योति और हरेंद्र मिर्धा में कड़ी टक्कर
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Nagaur Chunav Result 2023: चाचा या भतीजी, कौन होगा नागौर का सरताज? ज्योति और हरेंद्र मिर्धा में कड़ी टक्कर

 नागौर विधानसभा सीट राजस्थान की सबसे हॉट सीट में से एक है. यहां साल 2018 में भाजपा ने जीत दर्ज की थी, 2023 के विधानसभा चुनाव में यहां मुख्य मुकाबला कांग्रेस के हरेंद्र मिर्धा बनाम भाजपा की ज्योति मिर्धा के बीच है.

Nagaur Chunav Result 2023: चाचा या भतीजी, कौन होगा नागौर का सरताज? ज्योति और हरेंद्र मिर्धा में कड़ी टक्कर

Nagaur Vidhan Sabha Chunav Result 2023: नागौर विधानसभा सीट राजस्थान की सबसे हॉट सीट में से एक है. यहां साल 2018 में भाजपा ने जीत दर्ज की थी, 2023 के विधानसभा चुनाव में यहां मुख्य मुकाबला कांग्रेस के हरेंद्र मिर्धा बनाम भाजपा की ज्योति मिर्धा के बीच है. हरेंद्र मिर्धा और ज्योति मिर्धा के बीच चाचा-भतीजी का रिश्ता है. ज्योति ने चुनाव से ठीक पहले कांग्रेस का साथ छोड़ भाजपा का दामन थामा था. जिसके बाद बीजेपी ने उन पर दाव खेला. आपको बता दें कि नागौर में मिर्धा परिवार का दशकों तक एक तरफा वर्चस्व रहा है.

खासियत

नागौर विधानसभा सीट से अब तक छह बार जाट और पांच बार मुस्लिम विधायक चुने गए हैं. नागौर से सबसे ज्यादा जीत का रिकॉर्ड मोहम्मद उस्मान, हरेंद्र मिर्धा और हबीब उर रहमान के नाम रहा है. इन तीनों नेताओं ने दो-दो बार यहां से जीत हासिल की. जबकि सबसे खास बात यह भी है कि नाथूराम मिर्धा यहां से 1957 में विधायक रहे. उसके बाद उनके भतीजे रामनिवास मिर्धा भी यहां से 1962 में विधायक चुने गए, जबकि उनके पुत्र हरेंद्र मिर्धा 1993 और 1998 में लगातार दो बार यहां से चुनाव जीतने में कामयाब रहे. हालांकि हरेंद्र मिर्धा को इसके बाद 2003, 2008 और 2013 में हार का सामना करना पड़ा.

जातीय समीकरण

नागौर विधानसभा सीट पर को मुस्लिम बाहुल्य सीट माना जाता है. इस सीट पर सबसे ज्यादा संख्या मुस्लिम मतदाताओं की है. इसके बाद जाट, मूल ओबीसी, माली और अन्य जातियां हैं. यहां से छह बार जाट, पांच बार मुस्लिम, दो बार ब्राह्मण और एक-एक बार राजपूत और यादव प्रत्याशियों ने जीत हासिल की है.

2018 का विधानसभा चुनाव 

2018 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी एक नया चेहरा लेकर आई और उसने मोहन राम को टिकट दिया जबकि बीजेपी के टिकट पर चुनाव लड़ने वाले हबीब उर रहमान कांग्रेस की टिकट पर चुनावी मैदान में कूद पड़े. इस चुनाव में बीजेपी की एक बार फिर जीत हुई और कांग्रेस को मुंह की खानी पड़ी. कांग्रेस के हबीब उर रहमान को 73,307 वोट मिले तो वहीं मोहन राम 86,315 वोट लेने में कामयाब हुए और उसके साथ ही मोहन राम नागौर से 15 विधायक के तौर पर राजस्थान विधानसभा पहुंचे.

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