Rahul Gandhi Sambhal Violence: कांग्रेस नेता राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा ने दिल्ली के 10 जनपथ पर संभल हिंसा के पीड़ित परिवारों से मुलाकात की. सूत्रों के मुताबिक यह मुलाकात मंगलवार दोपहर 1 से 1:30 बजे के बीच हुई.
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Rahul Gandhi Sambhal Violence: कांग्रेस नेता राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा ने दिल्ली के 10 जनपथ पर संभल हिंसा के पीड़ित परिवारों से मुलाकात की. सूत्रों के मुताबिक यह मुलाकात मंगलवार दोपहर 1 से 1:30 बजे के बीच हुई. पीड़ित परिवारों ने गांधी परिवार के सामने अपनी समस्याएं और हिंसा के दौरान हुए नुकसान की दास्तां साझा की.
संभल हिंसा
संभल, पिछले कुछ समय से हिंसा और सांप्रदायिक तनाव का गवाह बना हुआ है. हाल ही में मस्जिद के सर्वे को लेकर हुई हिंसा में कई घर जल गए. कई लोग घायल हुए और कुछ की जान भी चली गई. इस हिंसा ने इलाके में भय और अनिश्चितता का माहौल पैदा कर दिया.
संभल जाने से रोके गए थे राहुल और प्रियंका
इससे पहले राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा ने हिंसा प्रभावित क्षेत्र संभल जाने की कोशिश की थी. हालांकि, उन्हें गाजीपुर बॉर्डर पर पुलिस ने रोक दिया. इसके बाद गांधी परिवार ने दिल्ली लौटने का निर्णय लिया और पीड़ित परिवारों को 10 जनपथ बुलाकर उनसे मुलाकात की.
पुलिस ने हमें संभल जाने से रोक दिया। विपक्ष के नेता होने के नाते यह मेरा अधिकार और कर्तव्य है कि मैं वहां जाऊं। फिर भी मुझे रोका गया।
मैं अकेला जाने को भी तैयार हूं, लेकिन वे इसके लिए भी नहीं माने। यह संविधान के ख़िलाफ़ है।
भाजपा क्यों डरी हुई है - अपनी नाकामियों को छुपाने के… pic.twitter.com/aZ5pDjXtZA
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) December 4, 2024
पीड़ितों ने साझा की अपनी पीड़ा
मुलाकात के दौरान पीड़ित परिवारों ने बताया कि कैसे हिंसा ने उनकी जिंदगी को बर्बाद कर दिया. उनके घर और संपत्तियां जल गईं, और उन्हें अपनी सुरक्षा को लेकर लगातार डर बना हुआ है. उन्होंने सरकार से न्याय और पुनर्वास की मांग की.
गांधी परिवार ने जताई सहानुभूति
राहुल गांधी और प्रियंका गांधी ने पीड़ितों की बातें ध्यान से सुनीं और उनके दर्द को समझने की कोशिश की. राहुल गांधी ने कहा, "यह सरकार की जिम्मेदारी है कि वह हर नागरिक की सुरक्षा सुनिश्चित करे. हिंसा किसी भी समस्या का समाधान नहीं है, और पीड़ितों को न्याय मिलना चाहिए."
कांग्रेस का सरकार से सवाल
कांग्रेस ने इस घटना को लेकर सरकार की आलोचना की है. पार्टी ने उत्तर प्रदेश सरकार पर कानून-व्यवस्था में नाकामी का आरोप लगाते हुए पीड़ितों के लिए तुरंत मदद की मांग की है. कांग्रेस ने यह भी कहा है कि वह हिंसा पीड़ितों के साथ खड़ी है और उनके अधिकारों के लिए लड़ती रहेगी.