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चेन्नई: हम सभी ज्यादा पैसा और शोहरत कमाना चाहते हैं और सब कुछ पाने की चाहे कभी-कभी हमारे मन में लालच भी पैदा कर देती है. लेकिन आज हम आपको एक ऐसी घटना के बारे में बता रहे हैं जिसमें एक रेलवे कर्मचारी की ईमानदारी और सच्चाई ने सबका दिल जीत लिया है. दक्षिण रेलवे में बतौर सुपरवाइजर कॉन्ट्रैक्ट पर काम करने वाले आर श्रीबालू ने ईमानदारी की नई मिसाल पेश की है.
दरअसल वीकेंड पर उन्हें चेन्नई के इग्मोरे रेलवे स्टेशन पर एक कीमती लैपटॉप मिला था जो कि ट्रेन में सीट के नीचे पड़ा हुआ था. इस लैपटॉप की कीमत करीब 2 लाख थी जितना पैसा श्रीबालू पूरे साल में कमाते हैं. लेकिन बगैर किसी लालच के उन्होंने इस ऐपल मैक बुक को वापस कर दिया.
ट्रेन में छूटा ये लैपटॉप सेंथिल कुमार का था जो कि पेशे से सॉफ्टवेयर इंजीनियर हैं. उन्होंने ट्रेन से उतरते वक्त गलती से किसी और यात्री का बैग अपने साथ ले लिया जबकि लैपटॉप के साथ अपना बैग ट्रेन में ही छोड़ आए. लेकिन करीब एक घंटे बाद उन्होंने पाया कि यह बैग तो उनका नहीं है तो तुरंत बैग के मालिक को फोन किया गया और फिर बैग उस तक पहुंचाया गया. सेंथिल ने जब उस यात्री से अपने बैग के बारे में पूछा तो उसने किसी तरह की जानकारी देने से इनकार करते हुए कहा कि उसे बैग के बारे में कुछ भी पता नहीं है.
अब इसके बाद सेंथिल के होश उड़ गए क्योंकि कंपनी के लैपटॉप में न सिर्फ जरूरी डॉक्यूमेंट थे बल्कि यह मैकबुक काफी महंगा भी था. इसके बाद उन्होंने चेन्नई रेलवे स्टेशन पर इस घटना की जानकारी दी और उन्हें किसी अच्छी खबर की उम्मीद थी. फिर शाम को उन्हें एक कॉल आई जिसके बाद वह खुशी से झूम उठे.
रेलवे स्टेशन जाकर उन्हें श्रीबालू की वजह से अपना लैपटॉप और चार्जर वापस मिल गया. लैपटॉप को वापस पाकर सेंथिल ने रेलवे अधिकारियों और खास तौर पर कॉन्ट्रैक्ट कर्मचारी श्रीबालू का शुक्रिया अदा किया है. जी मीडिया से बातचीत में श्रीबालू ने बताया कि ट्रेन में ऐसा कोई कीमती सामान मिलना काफी मुश्किल होता है. पहली बार देखने पर लगा कि यह ऐपल का लैपटॉप है जिसकी कीमत करीब एक लाख रुपये होगी.
The owner was traced as Mr. Selvaprabhu and was contacted and informed. The laptop was handed over to the owner in presence of RPF and GRP at about 1600 hrs after ensuring the veracity of the owner. He claimed that the cost of the laptop was about ₹2 lakh. #IndianRailways pic.twitter.com/ggVv96t1Ym
— DRM Chennai (@DrmChennai) October 9, 2021
श्रीबालू आगे बताते हैं कि मैंने सोचा कि यह कोई ट्रेन में भूल गया है और मैं इस लैपटॉप को मालिक के पास पहुंचाकर रहूंगा. चार लोगों का परिवार चलाने वाले श्रीबालू ने बताया कि वह सिर्फ दसवीं पास हैं. रेलवे के अधिकारियों ने भी श्रीबालू की सराहना करते हुए मालिक को लैपटॉप सौंपने की तस्वीर अपने ट्विटर अकाउंट से पोस्ट की है. लैपटॉप के मालिक सेंथिल कुमार ने कहा कि यह पूरी तरह से मेरी गलती थी क्योंकि मैंने एक जैसा दिखने वाला किसी अन्य यात्री का बैग उठा लिया था.