Surinder Choudhary Profile: जम्मू-कश्मीर के जाने-माने हिंदू नेताओं में से एक सुरिंदर चौधरी जाट समुदाय से आते हैं और विधानसभा चुनाव में नौशेरा सीट पर बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष रविंदर रैना को हराया था.
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Who is Surinder Choudhary: जम्मू कश्मीर को नई सरकार मिल गई है और नेशनल कांफ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला मुख्यमंत्री पद की शपथ ले ली है. उमर अब्दुल्ला जम्मू कश्मीर के केंद्र शासित प्रदेश बनने के बाद पहले मुख्यमंत्री बने हैं. जम्मू कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने उमर अब्दुल्ला के अलावा पांच मंत्रियों को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई. उमर अब्दुल्ला सरकार में सुरिंदर चौधरी डिप्टी सीएम बनाए गए हैं.
कौन हैं डिप्टी सीएम बनाए गए सुरेंद्र चौधरी?
नेशनल कांफ्रेंस के नेता सुरिंदर चौधरी (Surinder Choudhary) जम्मू-कश्मीर में डिप्टी सीएम बनाए गए हैं. हाल ही में हुए जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव ने सुरिंदर चौधरी ने नेशनल कॉन्फ्रेंस के टिकट पर नौशेरा विधानसभा सीट पर भारतीय जनता पार्टी (BJP) की रविंदर रैना को 7819 वोटों हराया था. सुरिंदर चौधरी को 35069 वोट मिले थे, जबकि रविंदर रैना को सिर्फ 27250 वोट मिले थे. बता दें कि रविंदर रैना बीजेपी की जम्मू-कश्मीर इकाई के प्रमुख हैं और पिछले विधानसभा चुनाव में नौशरा विधानसभा सीट से जीत दर्ज की थी.
पीडीपी छोड़ बीजेपी और फिर एनसी में गए
सुरिंदर चौधरी (Surinder Choudhary) जाट समुदाय से आते हैं और जम्मू-कश्मीर के जाने-माने हिंदू नेताओं में से एक हैं. उन्होंने अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत की और पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती के करीबी माने जाते थे. हालांकि, साल 2022 में महबूबा मुफ्ती के साथ नीतिगत मामलों में मतभेद को लेकर पीडीपी से अलविदा कर दिया था. इसके बाद उन्होंने बीजेपी जॉइन कर लिया, लेकिन एक साल बाद ही वो बीजेपी छोड़कर नेशनल कॉन्फ्रेंस में शामिल हो गए.
12वीं तक पढ़ें हैं सुरिंदर चौधरी
विधानसभा चुनाव के दौरान चुनाव आयोग को दिए हलफनामे के अनुसार, सुरिंदर चौधरी (Surinder Choudhary) ने 12वीं तक की पढ़ाई की है. उन्होंने साल 1987 में जम्मू-कश्मीर राज्य स्कूल शिक्षा बोर्ड से 12वीं की परीक्षा उत्तीर्ण की थी. एफिडेविट के अनुसार, सुरिंदर चौधरी की कुल संपत्ति 2.03 करोड़ रुपये है, जबकि उनके ऊपर 56 हजार रुपये का लोन भी है.
शपथग्रहण में शामिल हुए इंडिया गठबंधन के नेता
उमर अब्दुल्ला और उनकी कैबिनेट के शपथग्रहण समारोह में कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, कांग्रेस नेता राहुल गांधी, केसी वेणुगोपाल, सुप्रिया सुले, समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव समेत इंडिया गठबंधन के कई नेता शामिल हुए. कांग्रेस नई सरकार में शामिल नहीं होगी और कांग्रेस पार्टी ने उमर अब्दुल्ला की सरकार को बाहर से समर्थन देने का फैसला किया है. जम्मू-कश्मीर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रमुख तारिक हमीद कर्रा ने बताया कि कांग्रेस फिलहाल जम्मू-कश्मीर सरकार में मंत्रालय में शामिल नहीं हो रही है. कांग्रेस ने केंद्र से जम्मू-कश्मीर को राज्य का दर्जा बहाल करने की जोरदार मांग की है, इसके अलावा प्रधानमंत्री ने भी कई बार सार्वजनिक बैठकों में इसका वादा किया है. लेकिन, जम्मू-कश्मीर को राज्य का दर्जा बहाल नहीं किया गया है. हम नाखुश हैं इसलिए फिलहाल हम मंत्रालय में शामिल नहीं हो रहे हैं.
नेशनल कॉन्फ्रेंस-कांग्रेस गठबंधन को 48 सीटें
बता दें कि केंद्र शासित प्रदेश में 10 साल बाद विधानसभा चुनाव हुए हैं. जम्मू-कश्मीर तीन चरणों में 18 सितंबर, 25 सितंबर और 1 अक्टूबर को मतदान हुए थे, जबकि नतीजे 8 अक्टूबर को घोषित किए गए. चुनाव परिणाम में साथ मिलकर चुनाव लड़ने वाली नेशनल कॉन्फ्रेंस और कांग्रेस ने जबरदस्त प्रदर्शन किया और 90 में से 48 सीटों पर कब्जा कर लिया. नेशनल कॉन्फ्रेंस ने गठबंधन पर दबदबा बनाते हु 42 सीटो पर कब्जा किया, जबकि कांग्रेस पार्टी सिर्फ 6 सीटें ही जीत पाई. वहीं, बीजेपी 29 सीट जीतने में सफल रही.