Nitish Kumar ने बनाया प्‍लान M, जीत की गारंटी बन चुकी स्‍कीम पर होगा फोकस
Advertisement
trendingNow12545011

Nitish Kumar ने बनाया प्‍लान M, जीत की गारंटी बन चुकी स्‍कीम पर होगा फोकस

Bihar Vidhan Sabha Chunnav: 2025 के बिहार विधानसभा चुनाव की तैयारियों में नीतीश कुमार लग गए हैं. इसलिए ही सीएम ने प्‍लान M फॉर्मूला बनाया है. 

Nitish Kumar ने बनाया प्‍लान M, जीत की गारंटी बन चुकी स्‍कीम पर होगा फोकस

(प्रशांत झा, पटना): बिहार में नीतीश कुमार ‘प्लान M’ पर काम कर रहे हैं. प्लान के तहत नीतीश कुमार 18 से 50 साल की महिलाओं के लिए झारखंड की मईया योजना और मध्य प्रदेश के लाडली योजना के तर्ज पर 1000 रुपये प्रतिमाह देने का फैसला महिला संवाद यात्रा के बाद लागू कर सकते हैं. बिहार में शराबबंदी के फैसले ने नीतीश कुमार को महिलाओं के बीच ज्यादा लोकप्रिय बना दिया. महिलाओं ने सीएम से उनकी यात्रा के दौरान इसको लेकर अपनी पीड़ा शेयर की थी.

15 दिसंबर से शुरू होगी संवाद यात्रा
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार 15 दिसंबर से बिहार में अपनी संवाद यात्रा पर निकलेंगे. इसको लेकर तैयारी भी चल रही है. लेकिन, सीएम की इस यात्रा से पहले बिहार में बहुत चर्चा हो रही है. राजनीतिक पंडित से लेकर राजनीतिक दल के नेता भी नीतीश कुमार की बिहार विधानसभा चुनाव से ठीक पहले होने वाली इस यात्रा पर चर्चा कर रहे हैं. दरअसल, सीएम नीतीश कुमार अपने इस संवाद यात्रा में महिला से भी बात करेंगे. नीतीश कुमार के ‘प्लान M’ को लेकर चर्चा हो रही है. सीएम ने अपनी इस यात्रा का नाम भी महिला संवाद दिया है.

इससे साफ है कि जनता दल (यूनाइटेड) का बिहार विधान सभा चुनाव 2025 में मुख्य फोकस महिलाओं पर है. सूत्रों का कहना है कि शराबबंदी के बाद प्रदेश की एनडीए सरकार ‘महिला संवाद’ के बाद महिलाओं को साधने के लिए कुछ खास योजनाएं लागू कर सकती है. कहा जा रहा है कि मध्यप्रदेश के लाडली योजना और झारखंड की मईया योजना की तर्ज पर बिहार में भी चुनाव से पहले सरकार कुछ घोषणा कर सकती है.

शादी की 27वीं सालगिरह, बेटे ने इसलिए गला काटा ताकि मां-बाप चिल्‍ला न सकें

महिलाओं पर फोकस, एक हजार रुपये प्रतिमाह देने का प्रस्‍ताव
पार्टी सूत्रों की माने तो योजना के तहत 18 से 50 वर्ष की महिलाओं को 1000 रुपये प्रति माह देने का प्रस्ताव है. इसके अलावा, स्वयं सहायता समूह (SHG) से जुड़ी महिलाओं के लिए भी बड़े फैसले लिए जा सकते हैं. 2015 में नीतीश कुमार की सरकार ने बिहार में स्वयं सहायता समूहों की स्थापना की थी. वर्तमान में राज्य में लगभग 11 लाख समूह सक्रिय हैं, जिनमें प्रत्येक समूह में 10 महिलाएं शामिल हैं. सरकार इन समूहों को दिए गए लोन को माफ करने पर विचार कर रही है, जिससे सीधे तौर पर लाखों महिलाओं को लाभ होगा.

इससे पहले बिहार में शराबबंदी के फैसले ने नीतीश कुमार को महिलाओं के बीच ज्यादा लोकप्रिय बना दिया था. महिलाओं ने सीएम से उनकी यात्रा के दौरान इसको लेकर अपनी पीड़ा शेयर की थी. सिर्फ इतना ही नहीं सीएम इससे पहले स्कूली छात्राओं के लिए साइकिल और अच्छे नंबर लाने पर पुरस्कार देने की पहल कर बिहार में महिलाओं को मुख्यधारा में जोड़ने का काम कर चुके हैं. पंचायत चुनाव और नौकरी में महिलाओं के लिए आरक्षण की व्यवस्था कर सीएम महिलाओं को बिहार में हर क्षेत्र में पुरुषों के बराबर खड़ा करने का प्रयास कर चुके हैं. यही कारण है कि बिहार में नीतीश कुमार को महिलाओं का ज्यादा वोट मिलता है. एक बार फिर से नीतीश कुमार के महिला संवाद यात्रा के दावे से बिहार में सियासी हलचलें बढ़ गई है.

Explainer: दरगाह-मस्जिद से जुड़े कानून की कहानी, अयोध्‍या विवाद क्‍यों दूर रहा?

मध्य प्रदेश में चलने वाली लाडली बहन योजना में 1500 रुपये मिला करता है. पहले 1000 रुपया दिए जाते थे. इसी प्रकार झारखंड सरकार की ओर से महिलाओं को अब तक मईया सम्मान योजना के तहत 1000 रुपया मिला करता था. लेकिन दिसंबर से उनको 2500 रुपया मिलेगा.

आरजेडी नीतीश के इस प्लान M को लेकर हमलावर है.आरजेडी प्रवक्ता ऋषि मिश्रा कहते हैं कि नीतीश कुमार रिचार्ज मीटर के जरिये महिलाओं का दोहन कर रहे हैं. जहरीली शराब से महिलाओं को विधवा किया तो उनको कोई फायदा नहीं मिलने वाला है.

बहरहाल, राजनीतिक जानकारों का कहना है कि महिलाओं के लिए योजना से मध्यप्रदेश और झारखंड जैसे दोनों प्रदेश के चुनाव में यह योजना जीत हार में महत्वपूर्ण भूमिका अदा की है. इसके बाद से यह चर्चा तेज हो गई है कि सीएम अपनी महिला संवाद यात्रा के बाद बिहार में भी कुछ इस प्रकार की योजना लागू कर सकते हैं.

Trending news