Tamil Nadu: इस्लामी संगठन हिज्ब-उत-तहरीर पर NIA का बड़ा ऐक्शन, 10 ठिकानों पर छापेमारी
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Tamil Nadu: इस्लामी संगठन हिज्ब-उत-तहरीर पर NIA का बड़ा ऐक्शन, 10 ठिकानों पर छापेमारी

Tamil Nadu News: दुनियाभर में सक्रिय इस्लामी संगठन हिज्ब-उत-तहरीर पर तमिलनाडु में NIA की टीम ने 10 ठिकानों पर छापेमारी की. कुछ लोगों की गिरफ्तारी भी हुई है.

Tamil Nadu: इस्लामी संगठन हिज्ब-उत-तहरीर पर NIA का बड़ा ऐक्शन, 10 ठिकानों पर छापेमारी

Tamil Nadu News: दुनियाभर में सक्रिय इस्लामी संगठन हिज्ब-उत-तहरीर पर तमिलनाडु में NIA की टीम ने 10 ठिकानों पर छापेमारी की. इस संगठन पर राष्ट्र विरोधी गतिविधियों में शामिल होने का आरोप है और इसके 6 सदस्यों को दो महीने पहले लोकतंत्र के खिलाफ दुष्प्रचार करने के आरोप में गिरफ़्तार भी किया गया था.

तमिलनाडु में NIA की छापेमारी

आरोपियों से हुई पूछताछ के बाद NIA ने अपनी कार्रवाई को और तेज़ कर दिया और हिज्ब उत तहरीर से जुड़े लोगों की पहचान के बाद पुलिस के साथ मिलकर NIA की टीम ने उनके ठिकानों पर छापेमारी की. इस दौरान कई लोगों से पूछताछ की गई और तलाशी अभियान भी चलाया गया. बताया गया कि इस छापेमारी के दौरान कुछ सबूत भी जुटाए गए. NIA ने तमिलनाडु के पांच शहरों में 10 जगहों पर ये छापेमारी की जिसमें तंजावुर में 5 ठिकानों पर रेड हुई. इरोड में 2 जगहों पर छापेमारी हुई, त्रिची में एक जगह रेड हुई. वहीं, पुदुकोटाई में एक जगह पर और कांचीपुरम में एक जगह पर छापेमारी हुई.

6 सदस्यों की गिरफ्तारी के बाद तेज़ हुआ ऐक्शन

NIA का ये एक्शन मई में इस संगठन से जुड़े 6 सदस्यों की गिरफ्तारी के बाद तेज़ हुआ है. इन लोगों को लोकतंत्र के ख़िलाफ दुष्प्रचार और राष्ट्र विरोधी गतिविधियों में शामिल होने के आरोप में गिरफ़्तार किया गया था. गिरफ़्तार किए गए लोगों में एक 50 साल के व्यक्ति, उसके दो बेटे और अन्य तीन लोग शामिल थे. इन लोगों के ख़िलाफ़ UAPA यानी गैरकानूनी गतिविधियां रोकथाम अधिनियम के प्रावधान लगाए गए हैं.

भारत समेत कई देशों में ये संगठन प्रतिबंधित

हिज्ब उत-तहरीर की बात करें तो इसकी स्थापना फिलिस्तीन में हुई थी. 17 नवंबर 1952 को पूर्वी यरुशलम में तकी अल-दीन अल-नभानी ने इसकी स्थापना की. अब दुनियाभर में इस संगठन की 50 शाखाएं हैं. संगठन का मकसद इस्लामी राष्ट्र को वजूद में लाना है. इसका प्रभाव यूरोप, दक्षिण एशिया, इंडोनेशिया में ज़्यादा है. भारत समेत कई देशों में ये संगठन प्रतिबंधित हैं.

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