Raja Pateriya Controversial statement: कांग्रेस नेता और पूर्व मंत्री राजा पटेरिया पर पहले 6 धाराएं लगी थी. अब इसमें धारा 115 और 117 भी बढ गई है. पटेरिया ने कहा कि उन्होंने कुछ गलत नहीं बोला. उधर कांग्रेस ने उन्हें शोकॉज नोटिस जारी कर 3 दिन में जवाब मांगा है.कमलनाथ की नाराजगी के बाद पटेरिया की मुश्किलें और बढ़ गई हैं.
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Raja Pateriya on Modi: कांग्रेस नेता और पूर्व मंत्री राजा पटेरिया को आज सुबह हटा से गिरफ्तार करने के बाद पवई कोर्ट में पेश किया गया. गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने जानकारी देते हुए बताया पहले 6 धाराओं में मामला दर्ज किया गया था. अब धारा 115 और 117 भी बढ़ाई गई है. नरोत्तम मिश्रा ने कहा अब कांग्रेस महात्मा गांधी की कांग्रेस नहीं रही. इटालियन कांग्रेस हो गई है, जिस पर मुसोलिनी का फासीवाद हावी हो गया है. बीजेपी ने कहा कि कांग्रेस को राजा पटेरिया पर कार्रवाई करना चाहिए. उधर कमलनाथ की नाराजगी खुलकर सामने आ गई. कमलनाथ ने निष्कासन की तलवार लटका दी. कमलनाथ नाराज हुए तो शोकॉज नोटिस जारी कर तीन दिन में जवाब मांग लिया.
पीएम मोदी पर विवादित बयान देने के मामले में नरोत्तम मिश्रा ने कमलनाथ पर हमला करते हुए कहा था कि उन्हें सफाई देने की जगह की जगह माफी मांगनी चाहिए थी. मध्य प्रदेश के पूर्व मंत्री और कांग्रेस नेता राजा पटेरिया की गिरफ्तारी पर नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि हिंदी के किस शब्दकोश में हत्या का अर्थ हराना होता है. कमलनाथ जी माफी मांगने या निंदा करने के बदले कार्यवाई करते तो उनकी साख बनती. पहले भी पीएम को लेकर कांग्रेस नेताओं ने कितना कुछ कहा है. इसमें खड़गे,सोनिया गांधी भी शामिल हैं.
उधर कांग्रेस की तरफ से राजा पटेरिया पर निष्कासन की तलवार लटक गई है. नाराज कमलनाथ ने पटेरिया को शोकॉज नोटिस जारी कर दिया है और उनसे तीन दिन में जवाब मांगा है. पीएम मोदी को लेकर विवादित टिप्पणी करने वाले पूर्व मंत्री राजा पटेरिया की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही है. प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ राजा पटेरिया के बयान से नाराज होकर पार्टी ने उन्हें अलग-थलग कर दिया है. FIR के बाद गिरफ्तारी हो गई और अब अपनी ही पार्टी ने शोकॉज नोटिस जारी कर दिया. कमलनाथ ने नाराजगी जाहिर करते हुए तीन दिन में जवाब भी मांग लिया. नोटिस में साफ लिखा हुआ है कि PM मोदी को लेकर की गयी आपकी आपत्तिजनक टिप्पणी अनुशासनहीनता है. आप तीन दिन में जबाब दें. क्यों न आपको पार्टी की सदस्यता से निष्कासित किया जाए. पीसीसी संगठन प्रभारी ने नोटिस जारी किया है.