MP Election 2023: महाकौशल की इस सीट के MLA कमल और 'कमल' के थे चहेते, BJP ने इस बार खेला बड़ा दांव
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MP Election 2023: महाकौशल की इस सीट के MLA कमल और 'कमल' के थे चहेते, BJP ने इस बार खेला बड़ा दांव

Balaghat Waraseoni Vidhan Sabha Seat History: वारासिवनी विधानसभा सीट पर प्रदीप जायसवाल विधायक हैं. जो कमल नाथ सरकार में मंत्री थे. हालांकि चुनाव से पहले वो भाजपा में शामिल हो गए. 

Balaghat Waraseoni Vidhan Sabha Seat Analysis

Balaghat Waraseoni Vidhan Sabha Seat Analysis: मध्य प्रदेश के बालाघाट जिले की वारासिवनी विधानसभा (MP Chunav 2023) सीट की बात करें तो यहां पर वर्तमान में प्रदीप जायसवाल विधायक हैं. बता दें कि 2018 के चुनाव में इस सीट पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के साले संजय मसानी को कांग्रेस ने टिकट दिया था. जिससे पार्टी के कई सदस्य नाराज हो गए और प्रदीप जायसवाल ने निर्दलीय चुनाव लड़ा. जहां प्रदीप जायसवाल की जीत हुई. प्रदीप जायसवाल कमलनाथ की कांग्रेस सरकार के दौरान मंत्री भी थे और जब कमल नाथ की सरकार गिरी और बीजेपी सत्ता में लौटी तो वे खनिज आयोग के अध्यक्ष बने. आखिरकार अब चुनाव से पहले उन्होंने बीजेपी का दामन थाम लिया है.

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पिछले कुछ चुनाव के नतीजे
2008 के चुनाव में, कांग्रेस के प्रदीप जायसवाल 50,984 वोट पाकर विजेता बने, उन्हें कुल वोटों का 41.77% हासिल हुआ था. उनके प्रतिद्वंद्वी, भाजपा के बोध सिंह भगत को 35,994 वोट मिले वोट थे. वहीं, 2013 के चुनावों में, पासा पलट गया क्योंकि भाजपा के डॉ. योगेन्द्र निर्मल ने 66,806 वोटों के साथ जीत हासिल की, जो कुल वोटों का 46.88% था. कांग्रेस के प्रदीप जायसवाल को 48,868 वोट मिले, जो 34.30% वोट शेयर के बराबर था. हालांकि, वारासिवनी में 2018 के चुनाव में कांटे की टक्कर देखने को मिली. वैसे तो मैदान में 13 प्रत्याशी थे, लेकिन मुख्य मुकाबला निर्दलीय प्रत्याशी प्रदीप जायसवाल और बीजेपी के डॉ. योगेन्द्र निर्मल के बीच था.  प्रदीप ने 57,783 वोट हासिल कर डॉ. निर्मल को हराया, जिन्हें 53,921 वोट मिले थे. बहुजन समाज पार्टी के उम्मीदवार अजय ने 21,394 वोटों के साथ तीसरा स्थान हासिल किया, जबकि कांग्रेस पार्टी चौथे स्थान पर रही.  इस करीबी मुकाबले में प्रदीप जायसवाल की महज 3,862 वोटों के मामूली अंतर से जीत हुई थी.

सीट का इतिहास
वारासिवनी सीट के इतिहास की बात करें तो 1998 से 2008 तक प्रदीप जायसवाल लगातार तीन बार कांग्रेस के विधायक रहे. हालांकि, 2013 में डॉ. योगेन्द्र निर्मल ने वारासिवनी के इतिहास में पहली बार भाजपा के लिए जीत हासिल की. 1957 से 2018 के बीच हुए चुनावों में, कांग्रेस ने वारासिवनी विधानसभा सीट पर सात बार जीत हासिल की, जबकि जनता पार्टी और जनता दल को भी जीत मिली. निर्दलीय उम्मीदवार भी दो बार विजयी हुए और भाजपा ने एक बार भी जीत हासिल की.

जातिगत समीकरण और मतदाता
बालाघाट जिले में महाराष्ट्र की सीमा के पास स्थित वारासिवनी सीट की बात करें तो यहां कुल 1,99,983 मतदाताओं में से 99,599 पुरुष मतदाता और 1,00,384 महिला मतदाता हैं, जिनमें महिलाओं की संख्या पुरुषों से थोड़ी अधिक है. जाति समीकरण की बात करें तो पवार और लोधी समुदाय का यहां दबदबा  है. हालांकि, वर्तमान विधायक, प्रदीप जायसवाल, कलार समुदाय से हैं, और 2018 का चुनाव मुख्य रूप से पवार और लोधी समुदायों के बीच लड़ा गया था. वहीं, 2013 के चुनावों में, जैन समुदाय से आने वाले डॉ. योगेन्द्र निर्मल को जीत मिली जीत थी.

वारासिवनी विधानसभा सीट के विधायकों की सूची 

2018 - प्रदीप अमृतलाल जयसवाल (IND) 
2013 - डॉ. योगेन्द्र निर्मल (भाजपा)
2008 - प्रदीप जायसवाल (कांग्रेस)
2003 - प्रदीप जायसवाल (कांग्रेस)
1998 - प्रदीप जायसवाल (कांग्रेस)
1993 - ओंकार सिंह जयपाल सिंह (JD)
1990 - के. डी. देशमुख (JD)
1985 - के.डी. देशमुख (JNP)
1980 - के. डी. देशमुख (JNP)
1977 - के. डी. देशमुख (JNP)

 

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