स्कूल नाम पर चल रही मौलवी-काजी बनाने की फैक्ट्री, ढूंस-ढूंस कर भरे रहते हैं बच्चे
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स्कूल नाम पर चल रही मौलवी-काजी बनाने की फैक्ट्री, ढूंस-ढूंस कर भरे रहते हैं बच्चे

Madhya Pradesh News: सागर जिले में एक ऐसे स्कूल का खुलासा हुआ, जिसमें बच्चों को डॉक्टर-इंजीनियर, IAS-IPS बनाने के लिए नहीं पढ़ाया जा रहा, बल्कि मौलवी और काजी बनाया जा रहा है. स्कूल में धार्मिक शिक्षा के नाम पर मासूम बच्चों को बरगलाने का काम किया जा रहा है. 

स्कूल नाम पर चल रही मौलवी-काजी बनाने की फैक्ट्री, ढूंस-ढूंस कर भरे रहते हैं बच्चे

MP News: अमूमन स्कूलों से डॉक्टर, आईएएस, आईपीएस और समाज को विकसित बनाने का निर्माण होता है मगर मध्य प्रदेश के सागर जिले में एक ऐसा स्कूल जहां सिर्फ मौलवी और काजी बनाने का काम किया जा रहा है. जिस स्कूल की बात कर रहे हैं वह सागर जिले का परसोरिया का मौलाना आजाद मिडिल स्कूल है. स्कूल के लायसेंस पर मौलवी और कट्टरपंथी बनाने की फैक्ट्री दौड़ रही है. हैरत की बात तो यह है कि एमपी बोर्ड से स्कूल के लाइसेंस पर बच्चों को मौलवी बनाया जा रहा है. यह एक तरह से जेजे एक्ट यानी किशोर न्याय का खुला उल्लंघन है. बच्चों को सुबह पांच बजे जगाना बाल अधिकार का का हनन है. 

हैरान करने वाली बात यह है कि एमपी के इस स्कूल में एक भी हिन्दू बच्चा पढ़ाई करता नहीं, जबकि मान्यता किसी मदरसे की नहीं, बल्कि स्कूल की ही है. मार्शशीट पर भी एमपी बोर्ड ही लिखा रहता है, लेकिन पढ़ाई कटटरपंथ जिहाद की कराई जा रही है. इतना ही नहीं बच्चों को मौलवी बनाने के लिए प्रताड़ित किया जा रहा है. क्लास में बच्चे को भेड़-बकरियों की तरह ठूंस कर रखा जाता है. 

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सुबह जल्द नहीं उठने पर होती है पिटाई
इस स्कूल में ड्रेस कुर्ता पजामा है. यहां बच्चे सिर टोपी पहनते हैं. स्कूल के नाम पर धार्मिक शिक्षा का खेल खेला जा रहा है. इतना ही बिना हॉस्टल परमिशन के सेकड़ों बच्चे रखकर मौलवी बनाये जा रहे हैं. जब जी न्यूज ने इस बच्चों से बात की तो उन्होंने बताया कि उन्हें सोने नहीं दिया जाता. मारपीट करके सुबह जगाया जाता है. 

स्कूल में गैरकानूनी तरीके से रह रहे कई बच्चे
स्कूल में कागजों पर करीब 284 के नाम दर्ज हैं. हकीकत में यहां 500 मुस्लिम बच्चे रहते हैं. बाल अधिकार आयोग के सदस्य ओमकार सिंह ने कहा कि बच्चों को स्कूल के नाम पर जिहादी बनाया जा रहा है. हमने जांच में पाया है. बाल आयोग की रिपोर्ट में ये जिक्र है कि जब बच्चे से सामूहिक रूप से पूछा गया कि वो डॉक्टर, आईएएस, आईपीएस या इंजीनियर क्या बनना चाहते है तो बच्चो ने कहा कि मौलवी, काजी या हाफिज बनना चाहते हैं.

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शिक्षा मंत्री बोले स्कूल के खिलाफ करेंगे कार्रवाई
मध्य प्रदेश स्कूल शिक्षा मंत्री उदय प्रताप सिंह ने कहा कि इस तरह के मामले की जानकारी सामने आए. इसको बर्दाश्त नहीं किया जायेगा. स्कूल के नाम पर मदरसा बच्चो के अधिकारों का हनन नहीं होने देंगे. ये कृत्य अपराध की किस श्रेणी में आता है चेक करवा कर कार्रवाई करेंगे.

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