Khandwa: जनसुनवाई में नए कपड़े पहनाकर विदा कर देते हैं कलेक्टर, किसान ने सुनाई दास्तां...
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Khandwa: जनसुनवाई में नए कपड़े पहनाकर विदा कर देते हैं कलेक्टर, किसान ने सुनाई दास्तां...

Khandwa News: खंडवा में एक गरीब किसान की समस्या का समाधान पिछले 17 साल से नहीं हो पा रहा है. वह जब भी जनसुनवाई में आता हैं, कलेक्टर साहब उसे नए कपड़े पहनाकर इस आश्वासन के साथ वापस भेज देते हैं.

Khandwa: जनसुनवाई में नए कपड़े पहनाकर विदा कर देते हैं कलेक्टर, किसान ने सुनाई दास्तां...

Khandwa News: खंडवा में एक गरीब किसान की समस्या का समाधान पिछले 17 साल से नहीं हो पा रहा है. वह जब भी जनसुनवाई में आता हैं, कलेक्टर साहब उसे नए कपड़े पहनाकर इस आश्वासन के साथ वापस भेज देते हैं कि जल्दी ही उसकी समस्या का समाधान हो जाएगा. पिछले कलेक्टर साहब ने भी ऐसा ही किया था. आज यह किसान फिर जनसुनवाई में पहुंचा और कलेक्टर साहब द्वारा दिए गए कपड़े वापस लौटाते हुए बोला कि अब तो मेरे बच्चे और पत्नी भी ताना मारने लगे हैं. आप यह कपड़े वापस ले लो और मेरी समस्या का समाधान कर दो.

बता दें कि इस किसान की तीन एकड़ जमीन इंदिरा सागर नहर के सीपेज के कारण खराब हो गई है. वहां कोई फसल पैदा नहीं कर सकता. इसी समस्या को दूर करने के लिए वह 17 साल से संघर्ष कर रहा है.

दरअसल पुनासा तहसील के गांव का रहने वाला मौजीलाल, कलेक्टर साहब की जनसुनवाई में अब यह जाना पहचाना चेहरा हो गया है. मौजीलाल की गांव में 3 एकड़ जमीन है. इस जमीन में से इंदिरा सागर बांध की नहर गुजरती है. इस नहर के सीपेज पानी के कारण पूरी जमीन दलदल बन गई है. यह किसान 2007 से इस समस्या की शिकायत करते आ रहा है लेकिन अभी तक उसकी किसी भी स्तर से कोई सुनवाई नहीं हुई. 

वह जब भी कलेक्टर की जनसुनवाई में आता उसे या तो आश्वासन दे दिया जाता या उसकी गरीबी को ढकने के लिए नए कपड़े पहना दिए जाते. एक महीने पहले भी वह कलेक्टर साहब की जनसुनवाई में आया था तब भी उसके फटे कपड़ों के बदले नए कपड़े पहना कर जल्दी ही समस्या का समाधान करने का आश्वासन देते हुए लौटा दिया था. आज यह किसान वहीं कपड़े वापस लौटाने आया था.

अगली बार जहर लेकर आऊंगा
किसान मौजीलाल का कहना हैं कि उसके बच्चे और पत्नी भी ताना मारने लगे हैं. कहते हैं आप तो कलेक्टर साहब के पास नए कपड़े पहन कर आ जाते हो और हम फटेहाल जिंदगी जी रहे हैं. मोजीलाल ने कहा कि अब भी मेरी समस्या का समाधान नहीं हुआ तो अगली बार जनसुनवाई में जहर की बोतल साथ लेकर आऊंगा और यही दरवाजे पर जीवन लीला समाप्त कर लूंगा.

किसान ने कहा कि  पिछली बार 9 जनवरी को जब जनसुनवाई में आया था तो कलेक्टर अनूप कुमार सिंह ने कपड़े दिलवाए थे और नहर के रिसाव से खराब हो रहे खेत के दलदल से निजात का भरोसा दिलाया था. लेकिन, एक महीना बीत जाने के बाद भी हल नहीं निकला तो मौजीलाल ये कपड़े लौटाने आ गया. मौजीलाल को बीते 5 साल में 2 कलेक्टर कपड़े दिला चुके हैं.

जल्द समस्या सुलझेगी- कलेक्टर
मौजीलाल की समस्या सुनकर कलेक्टर अनूप कुमार सिंह ने अपने अधिकारियों से मौजीलाल की जमीन के समाधान करने संबंधी अपडेट लिया. कलेक्टर ने कहा कि- मौजीलाल की जमीन को समतल कर खेती लायक बनाएंगे. इसके लिए जो टीम गठित की गई थी, उससे जानकारी ली है. जल्द ही समस्या का निराकरण करा दिया जाएगा. 

रिपोर्ट- प्रमोद सिन्हा

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