आप भी Google की गलतियां बताकर बन सकते हैं करोड़पति, इंदौर के अमन कमा चुके हैं करोड़ों
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आप भी Google की गलतियां बताकर बन सकते हैं करोड़पति, इंदौर के अमन कमा चुके हैं करोड़ों

मध्यप्रदेश के इंदौर के रहने वाले अमन पांडे ने बताया कि गूगल की गलतियां निकालकर करोड़ों की राशि का पुरस्कार कैसे मिला ?अगर आप भी कमाना चाहते हैं गूगल से पैसे तो ये खबर आपके काम की है

 

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How To Earn From Google: अगर आप भी गूगल से रुपये कमाना चाहते हैं तो गूगल की गलतियां निकालकर आप भी रुपये कमा सकते हैं. इसके लिए आप गूगल बग्स खोजकर गूगल को बताये. इसके लिए आपको करोड़ों की राशि पुरस्कार के रुप में मिल सकती हैं. ऐसा ही एक मामला इंदौर से आया है. बता दें मध्यप्रदेश के इंदौर में रहने वाले अमन पांडे ने गूगल की गलतियां निकाली तो गूगल ने उसे करोड़ों रुपये की राशि पुरस्कार में दे दी है. अभी तक पुरस्कार की राशि की पुष्टी नहीं की गई है क्योंकि कम्पनी की नीतियों के अनुसार पुरस्कार की राशि नहीं बता सकते हैं. 

अमन पांडे की कंपनी के बारे में
अमन पांडे झारखंड के रहने वाले हैं जो एक टेक्नॉलोजी एक्सपर्ट हैं. ये इंदौर में बग्स मिरर नाम की कंपनी के फाउंडर है ये एक स्टार्टअप कम्पनी है जो गलतियां निकालने का काम करती है. इन्होंने गूगल समेत दुनिया की अन्य कंपिनयों में भी गलतियां निकालने का काम किया है. जिसके लिए इन्हें काफी पुरस्कार मिल चुके हैं. इनकी कंपनी में 15 सदस्य काम करते हैं और ये अपनी कंपनी में 25 साल के नीचे के युवाओं को ही नौकरी देते हैं क्योंकि उनको काम सिखाना पड़ता है. इसलिए ये फ्रेशर्श को ही जॉब देते हैं जिससे वे अपना भविष्य इसमें बना सके.

अमन पांडे की पढ़ाई लिखाई
अमन ने प्रारंभिक पढ़ाई झारखंड से ही की है इसके बाद उन्होंने भोपाल के एनआईटी से बीटेक किया और काम के सिलसिले में इंदौर में आ गए. जहां पर इन्होंने बग्स मिरर कंपनी की शुरूआत की. उसी समय से ये गूगल की गलितियां खोजने का काम कर रहे हैं. अब इन्होंने गूगल के बग्स को ढूढ़ने में सफलता प्राप्त की है. इसके लिए इन्हें करोड़ो की राशि का पुरस्कार मिला है. इस बग्स को ढूढ़ने के लिए गूगल ने कई हजारों शोधकर्ताओं को करोड़ों रुपय का इनाम दिया है. अमरउजाला  मीडिया से बात करते हुए अमन ने बताया कि अब उनका स्टार्टअप बहुत बढ़ गया है और  वे अन्य तकनीकों व एन्ड्रॉयड के बग्स निकालने पर काम कर रहे हैं. इसके लिए वे काम शुरू कर चुके हैं और कई सॉफ्टवेयर भी तैयार कर लिए हैं. 

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