बिलासपुर के रतनपुर में रेप पीड़िता की मां पर एफआईआऱ और जेल भेजने की कार्रवाई को लेकर बिलासपुर एसपी की बड़ी कार्रवाई देखने को मिली है. एसपी ने रतनपुर थाने के सारे स्टाफ को ही हटा दिया है. इस संबंध में आदेश भी जारी कर दिए गए हैं.
Trending Photos
शैलेंद्र सिंह ठाकुर/बिलासपुर: रतनपुर (Ratanpur Rape Case Update) में रेप पीड़िता के मां के खिलाफ दर्ज एफआईआर के मामले में महिला को कोर्ट से राहत मिली और विशेष न्यायाधीश पॉक्सो कोर्ट ने पीड़िता की मां को जमानत दे दिया है. अब इसके बाद बिलासपुर एसपी की बड़ी कार्रवाई देखने को मिली है. एसपी ने रतनपुर थाने के सारे स्टाफ को ही हटा दिया है. इस संबंध में आदेश भी जारी कर दिए गए हैं.
बता दें कि एसपी के आदेश के मुताबिक 6 स्टाफ को लाइन अटैच किया गया है जबकि 12 पुलिसकर्मियों को दूसरे थाने में भेज दिया गया है. यह पूरी कार्रवाई ASP की जांच के बाद हुई है. वहीं रेप पीड़िता की मां के खिलाफ एफआईआर के मामले में तत्कालीन टीआई कृष्णकांत सिंह पहले ही निलंबित कर दिए गए हैं. इस मामले में शहर में पिछले काफी दिनों से बवाल मचा हुआ है.
पीड़िता की मां को भेजा जेल
दरअसल बीते महीने 19 मई को रतनपुर में रेप पीड़िता की मां के खिलाफ पुलिस ने पॉक्सो एक्ट के तहत केस दर्ज किया था. वहीं महिला को तत्काल गिरफ्तार करते हुए, जेल भेज दिया गया था. इसके बाद पुलिक की कार्रवाई पर ही सवाल खड़े हुए थे. क्योंकि इस कार्रवाई को बदले की भावना औऱ प्लानिंग होना बताया था. इसे लेकर लोगों में काफी गुस्सा था. जिसके बाद पुलिस ने इस मामले में जांच के लिए कमिटी गठित की थी.
क्या था आखिर मामला?
रतनपुर थाना क्षेत्र में एक नाबालिग लड़की के साथ रेप और मारपीट की घटना घटित हुई थी. मामले में नगर के ही आरोपी लड़के पर पुलिस ने कार्रवाई की और उसे पॉक्सो एक्ट के तहत जेल भेज दिया था. मामले में नया मोड़ तब आया जब आरोपी युवक की बुआ ने अपने बेटे से यौन उत्पीड़न की शिकायत दर्ज कराई. इसके बाद पुलिस ने रेप पीड़िता को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था.
समाज ने किया था विरोध
बता दें कि जैसे ही पुलिस के इस मामले की खबर लोगों को लगी थी, इसके बाद ही विरोध शुरू हो गया था. लोगों का कहना था कि ये कार्रवाई बिल्कुल सही नहीं है. साथ ही रनतपुर पुलिस की कार्रवाई को संदेहास्पद बताया था. इसके बाद समाज के लोगों ने पुलिस को ज्ञापन सौंपा था.