Bhind Government Hospital: भिंड में महिला डॉक्टर की कार में मेडिकल स्टोर चल रहा था. मौके पर जब निरीक्षण करने BMO पहुंचे तो ड्राइवर कार लेकर भाग गया. वहीं पूरे मामले में BMO ने महिला डॉक्टर को नोटिस जारी करते हुए CMO से शिकायत की है.
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प्रदीप शर्मा/भिंडः सरकारी डॉक्टरों द्वारा सरकारी अस्पतालों में निजी पर्चे पर चेकअप जैसे आरोप तो लगते रहते हैं. लेकिन भिंड जिले में पदस्थ एक महिला डॉक्टर सरकारी अस्पताल के बाहर अपनी कार खड़ी करवा कर मरीजों को प्राइवेट दवाएं बिकवा रही थी. लगातार मिल रही शिकायतों के चलते बीएमओ द्वारा 15 दिसंबर को निरीक्षण के दौरान डॉक्टर की कार की चेकिंग की तो कार चालक कार लेकर भाग खड़ा हुआ. इस घटना की जानकारी बीएमओ ने सीएमएचओ को भी दी है.
जानिए पूरा मामला
जानकारी के मुताबिक जिले के फूप सामुदायिक अस्पताल में पदस्थ महिला डॉक्टर बीना होतगी शासकीय अस्पताल में मरीजों को देखने के बाद निजी पर्चों पर दवाएं लिखती हैं और फिर उन्हें बाहर खड़ी अपनी ही कार के पास भेजती हैं, जहां उनका ड्राइवर कार से प्राइवेट दवाएं बेचता है. ये आरोप फूप बीएमओ डॉ सिद्धार्थ चौहान ने लगाया है. बीएमओ ने बताया कि उन्हें पहले से इस तरह की शिकायतें मिल रही थी. शासन के नियमानुसार कोई भी डॉक्टर सरकारी अस्पताल में ना तो प्राइवेट दवाएं लिख सकता है और ना ही बेच सकता है. लेकिन डॉ बीना होतगी द्वारा अस्पताल परिसर में कार में रख कर प्राइवेट दवाएं बिकवाई जा रही थी.
बीएमओ ने जारी किया नोटिस
बीएमओ ने जब औचक निरीक्षण किया तो उस दौरान भी अस्पताल परिसर में डॉ बीना होतगी की लग्जरी कार खड़ी थी. उन्होंने बताया कि निरीक्षण करने पर कार के अंदर दवाएं भरी मिलीं जो बाहर की थी और मरीजो के लिए लाई जाती थी. बीएमओ डॉ सिद्धार्थ ने आरोप लगाए है कि डॉ बीना होतगी द्वारा सरकारी अस्पताल में आए मरीजों को अपने निजी क्लिनिक पर बुलाया जाता है और उनके लिए दवा लाने और डिस्ट्रिब्यूट करने का कार्य कार ड्राइवर पूरा काम देखता है. उन्होंने बताया कि इस सम्बंध में भिंड सीएमएचओ को भी अवगत कराया है. साथ ही महिला डॉक्टर को भी इस संबंध में वे नोटिस जारी कर रहे हैं.
डॉक्टर ने लगाया बीएमओ पर आरोप
वहीं पूरे मामले में आरोपी महिला डॉ बीना होतगी ने बीएमओ के आरोपों को सिरे से नकारते हुए कहा कि वे फूप शासकीय अस्पताल के अलावा लहार में अपना निजी क्लिनिक चलती हैं. इसलिए एक मरीज की दवाएं लेकर लहार जा रही थी. साथ ही उन्होंने द्वेषपूर्ण तरीके से बीएमओ द्वारा उन पर झूठे आरोप लगाने की बात कही है और बीएमओ सिद्धार्थ चौहान पर डॉक्टर्स के साथ भेद भाव के भी आरोप लगाये हैं.
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