MP Politics: सागर जिले में बीजेपी के जिलाध्यक्षों की नियुक्ति के बाद सीनियर विधायक गोपाल भार्गव की एक पोस्ट चर्चा में बनी हुई है. सागर में इस बार दो जिलाध्यक्ष बनाए गए हैं.
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मध्य प्रदेश में लंबी मंत्रणा के बाद बीजेपी के जिलाध्यक्षों की घोषणा शुरू हो चुकी है. सागर जिले में बीजेपी ने इस बार दो जिलाध्यक्ष बनाए हैं, पहली बार सागर में ग्रामीण जिलाध्यक्ष की नियुक्ति की गई है. लेकिन जिलाध्यक्षों की नियुक्ति के बाद सागर में एक बार फिर नए समीकरण बनते दिखाई दे रहे हैं, इन सबके के बीच बीजेपी के सीनियर विधायक और पूर्व मंत्री गोपाल भार्गव की एक सोशल मीडिया पोस्ट चर्चा में बनी हुई है.
गोपाल भार्गव ने किया रानी कुशवाहा का समर्थन
दरअसल, सागर में इस बार बीजेपी के जिलाध्यक्ष पद को लेकर बड़ी खीचतान दिख रही थी, बीजेपी के सीनियर नेता भी अपने-अपने समर्थकों के लिए पूरा जोर लगा रहे थे. ऐसे में बीजेपी ने सागर शहर में श्याम तिवारी और सागर ग्रामीण में रानी कुशवाहा को अध्यक्ष बनाया है. जिन्हें गोपाल भार्गव का समर्थक माना जा रहा है, क्योंकि वह गोपाल भार्गव के विधानसभा क्षेत्र रहली से ही जिला पंचायत सदस्य हैं. ऐसे में जैसे ही रानी कुशवाहा के नाम का ऐलान हुआ तो गोपाल भार्गव ने सोशल मीडिया पर पोस्ट करके उनका समर्थन किया.
मेरा सुझाव मानने के लिए पार्टी का धन्यवाद: गोपाल भार्गव
गोपाल भार्गव ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा 'आज हमारी भारतीय जनता पार्टी के युग पुरूष, उत्कृष्ट विचारक, पं. दीनदयाल उपाध्याय जी के के मूलमंत्र अंत्योदय अर्थात जो सबसे नीचे है और सबसे पीछे इस विचार को चरितार्थ करते हुए संगठन ने मेरे विधानसभा क्षेत्र रहली की निवासी जिला पंचायत सागर की सदस्य रानी कुशवाहा को भाजपा सागर ग्रामीण का जिलाध्यक्ष नियुक्त किया है, मेरी अनुशंसा और सुझाव को मान्य करने के लिए मैं पार्टी नेतृत्व के प्रति आभार और धन्यवाद ज्ञापित करता हूं. रानी कुशवाहा का रहली विधानसभा क्षेत्र के वार्ड से जिला पंचायत सदस्य निर्वाचित होना और फिर पार्टी का जिला अध्यक्ष नियुक्त होना, यह पिछड़े वर्ग और महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए मेरे द्वारा किये जा रहे प्रयासों के परिणाम हैं.'
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क्या है पोस्ट के मायने
गोपाल भार्गव की इस पोस्ट के कई सियासी मायने निकाले जा रहे हैं. राजनीतिक जानकारों का कहना है कि रानी कुशवाहा की नियुक्ति गोपाल भार्गव की सलाह और अनुशंसा पर हुई है, ऐसे में उन्होंने ट्वीट करके एक तरह से बड़ा संदेश दिया है कि संगठन में फिलहाल उनकी बात सुनी जा रही है और जिस ताकत के साथ वो सालो से मैदान में है वो ताकत अभी भी उतनी ही है. चर्चा यह भी है कि रानी कुशवाहा को जिन तीन विधानसभा सीटों का जिलाध्यक्ष बनाया गया है. उनमें देवरी के विधायक ब्रजबिहारी पटेरिया और बंडा विधायक वीरेंद्र लोधी ने भी गोपाल भार्गव की पसंद का समर्थन किया है. जिससे राजनीतिक जानकारों का मानना है कि इस नियुक्ति के जरिए उन्होंने एक तीर से कई निशाने साधे हैं.
वीडी शर्मा से बंद कमरे में मिले थे गोपाल भार्गव
दरअसल, इस बार मध्य प्रदेश में बीजेपी के जिलाध्यक्षों की नियुक्ति के लिए भोपाल से लेकर दिल्ली तक दौड़े लगी हैं. जहां कुछ दिनों पहले गोपाल भार्गव ने बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा से भोपाल प्रदेश कार्यालय में बंद कमरे में मुलाकात की थी, राजनीतिक जानकारों का मानना है कि इसी मुलाकात के बाद सागर में दो जिलाध्यक्षों की नियुक्ति का फॉर्मूला निकाला गया था.
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