MP Election: जिस सीट के पोलिंग बूथ पर होगा पुनर्मतदान, जानिए कैसा रहा वहां का इतिहास
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MP Election: जिस सीट के पोलिंग बूथ पर होगा पुनर्मतदान, जानिए कैसा रहा वहां का इतिहास

MP Election: भिंड जिले की अटेर विधानसभा सीट एक गांव में फिर से मतदान होना है. इस सीट पर बीजेपी और कांग्रेस के दो दिग्गज नेता आमने-सामने हैं. 

अटेर विधानसभा सीट की इस पोलिंग पर होगा मतदान

MP Election: भिंड जिले की अटेर विधानसभा सीट पर एक बार फिर मतदान के दौरान बवाल देखने को मिला. 17 नवंबर को हुई वोटिंग के दिन अटेर विधानसभा सीट के सभी प्रत्याशियों को नजरबंद किया गया था. लेकिन इस सीट पर जमकर विवाद देखने को मिला था. खास बात यह है कि अटेर सीट के किशू पुरा गांव में पुनर्मतदान की स्थिति बनी है, यहां 21 नवंबर 2023 को पुनर्मतदान होगा. लेकिन इस सीट का इतिहास दिलचस्प रहा है. 

गोपनीयता भंग होने की बात आई सामने 

दरअसल, बताया जा रहा है कि भिंड जिले के किशुपुरा गांव में मतदान के दौरान गोपनीयता भंग हुई थी. जिसके बाद यहां निर्वाचन आयोग ने पुनर्मतदान का आदेश जारी किया है, खास बात यह है कि बीजेपी प्रत्याशी और मंत्री अरविंद भदौरिया ने भी इस मामले की शिकायत निर्वाचन आयोग में की थी. उन्होंने कई पोलिंग बूथों पर बूथ कैप्चरिंग का आरोप लगाते हुए पुर्नमतदान कराने की मांग की थी. ऐसे में अब किशु पुरा गांव में पुर्नमतदान होगा. 

पुरानी है अटेर की रायवलरी 

भिंड जिले की अटेर विधानसभा सीट की सियासी रायवलरी बहुत पुरानी है. इस सीट पर बीजेपी और कांग्रेस में हमेशा कांटे का मुकाबला होता आया है. इस सीट पर पहले कांग्रेस के दिग्गज नेता सत्यदेव कटारे और अरविंद भदौरिया के बीच सियासी मुकाबला होता आया है. जबकि उनके निधन के बाद उनके बेटे हेमंत कटारे यहां कांग्रेस के मजबूत स्तंभ बनकर उभरे हैं, जबकि अरविंद भदौरिया बीजेपी के दिग्गज नेता माने जाते हैं. वह फिलहाल शिवराज सरकार में मंत्री भी हैं. ऐसे में भिंड सीट के रिजल्ट पर भी इस बार सकी नजरें हैं. 

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ऐसा है अटेर का सियासी इतिहास 

बात अगर अटेर विधानसभा सीट के राजनीतिक इतिहास की जाए तो यह सीट 1952 से ही अस्तित्व में हैं, यहां 1952 से 2018 तक यहां कुल 16 विधानसभा चुनाव हुए हैं, जिनमें से 9 बार कांग्रेस ने जीत हासिल की है तो चार बार बीजेपी को जीत मिली है, जबकि एक बार बसपा और एक बार जनता पार्टी के प्रत्याशी ने भी जीत हासिल की है. खास बात यह है अटेर सीट पर कभी किसी एक दल का कोई कब्जा नहीं रहा, यहां कभी बीजेपी तो कभी कांग्रेस जीत हासिल करती रही है. 

1990 से अटेर सीट के विधायक 

  • मुन्ना सिंह भदौरिया, बीजेपी, 1990
  • सत्यदेव कटारे, कांग्रेस, 1993
  • मुन्ना सिंह भदौरिया, बीजेपी, 1998
  • सत्यदेव कटारे, कांग्रेस, 2003 
  • अरविंद सिंह भदौरिया, बीजेपी, 2008, 
  • सत्यदेव कटारे, कांग्रेस, 2013 
  • अरविंद सिंह भदौरिया, बीजेपी, 2018 

2018 में ऐसा रहा था अटेर सीट का नतीजा 

अटेर विधानसभा सीट पर 2018 के विधानसभा चुनाव में 33 से प्रत्याशी मैदान में थे, मुकाबला त्रिकोणीय रहा था, यहां सबसे आखिर तक काउंटिंग चली थी, जहां कड़े मुकाबले में अरविंद भदौरिया ने जीत हासिल की थी. अरविंद भदौरिया को 58,928, हेमंत कटारे को 53,950 वोट और बसपा के संजीव बघेल को 16,585 वोट से जीत मिली थी. इस तरह बीजेपी को इस सीट पर 4,978 वोटों से जीत हासिल हुई थी. 

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