Madhya Pradesh Politics News: मध्य प्रदेश में विधायक सचिन बिरला और नारायण त्रिपाठी की सदस्यता चली गई है. विधानसभा सचिवालय के फैसले के बाद कांग्रेस छोड़ने वाले बिरला और भाजपा से बगावत करने वाले त्रिपाठी की विधानसभा सीटें खाली हो गई हैं.
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MP Political News: मध्य प्रदेश के दो विधायकों को लेकर इस वक्त की सबसे बड़ी खबर सामने आई है. कांग्रेस छोड़ने वाले सचिन बिरला और बीजेपी के नारायण त्रिपाठी की विधायकी चली गई है. कांग्रेस से बगावत करने वाले विधायक सचिन बिरला की सदस्यता खत्म हो गई. वहीं, मैहर से बीजेपी से बगावत के बाद विधानसभा में नारायण त्रिपाठी का भी विधायक पद चला गया है. विधानसभा सचिवालय के फैसले के बाद अधिसूचना जारी हुई. आपको बता दें कि दोनों नेता 2023 विधानसभा चुनाव का लड़ रहे हैं.
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दो विधायकों की सदस्यता खत्म
दोनों नेताओं की सदस्यता खत्म होने के बाद नतीजे आने तक दोनों विधानसभा क्षेत्रों को रिक्त घोषित कर दिया गया है. सचिन बिरला के मामले में विधानसभा अध्यक्ष ने सदस्यता खत्म करने के मामले को काफी समय तक रोके रखा था. बीजेपी पार्टी की सदस्यता न लेने के कारण सचिन बिड़ला को विधानसभा की सदस्यता नहीं दी गई थी. कांग्रेस ने विधानसभा अध्यक्ष से सदस्यता खत्म करने की मांग की थी. नियमों का हवाला देते हुए विधानसभा अध्यक्ष ने सचिन बिड़ला की सदस्यता खत्म नहीं की थी. बता दें कि बड़वाह के कांग्रेस विधायक सचिन बिड़ला ने खंडवा लोकसभा उपचुनाव के दौरान मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की मौजूदगी में भाजपा में शामिल होने की घोषणा की थी. औपचारिक रूप से शामिल नहीं होने के बावजूद, बिरला ने कांग्रेस विधायक दल की बैठकों में भाग लेने से परहेज कर दिया था. जिसके बाद कांग्रेस द्वारा उनकी सदस्यता समाप्त करने को लेकर शिकायत की गई. हालांकि, विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम ने तकनीकी आधार पर दो बार विफल कर दिया था.
वहीं, बीजेपी से टिकट नहीं मिलने पर नारायण त्रिपाठी ने आचार संहिता लागू होने से कुछ दिनों पहले ही इस्तीफा दिया था. गौरतलब है कि भाजपा के बागी और मैहर विधायक रहे नारायण त्रिपाठी कई दिनों से विंध्य क्षेत्र में पार्टी लाइन से अलग हटकर काम कर रहे थे. साथ ही उन्होंने विंध्य विकास पार्टी नाम से खुद की राजनीतिक पार्टी भी बनाई. पार्टी से टिकट नहीं मिलने के बाद उन्होंने भाजपा और विधानसभा दोनों से इस्तीफा दे दिया था.
रिपोर्ट: प्रमोद शर्मा (भोपाल)