MP Chunav Result: नतीजों से पहले क्यों चर्चा में है हॉर्स ट्रेडिंग, कांग्रेस ने लगाया बड़ा आरोप
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MP Chunav Result: नतीजों से पहले क्यों चर्चा में है हॉर्स ट्रेडिंग, कांग्रेस ने लगाया बड़ा आरोप

MP Election Result: मध्य प्रदेश में नतीजों के पहले ही हॉर्स ट्रेडिंग चर्चा में आ गया है, कांग्रेस ने बीजेपी पर नतीजों के पहले बड़ा आरोप लगाया है. 

चर्चा में हॉर्स ट्रेडिंग

MP Vidhan Sabha Chunav Result​: मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के नतीजों से पहले हॉर्स ट्रेडिंग को लेकर भी सियासी गलियारों में चर्चाओं का बाजार गर्म है. राजनीतिक हलकों में इस तरह की चर्चाएं चल रही है कि अगर विधानसभा में किसी भी दल को बहुमत नहीं मिला तो हॉर्स ट्रेडिंग देखी जा सकती है. हालांकि यह सियासी कयासबाजी है, लेकिन इस बीच कांग्रेस ने बीजेपी पर बड़ा आरोप लगाया है. जिससे प्रदेश की सियासत एक बार गर्माती नजर आ रही है. 

संजय शुक्ला ने लगाया बड़ा आरोप 

दरअसल, इंदौर-1 विधानसभा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी संजय शुक्ला ने बीजेपी पर बड़ा आरोप लगाया है. उनका कहना है  2020 की तरह बीजेपी ने जो अलग-अलग राज्यों में गोवा हो या अन्य राज्यों में जो ट्रेंड की शुरुआत की है, इस बार भी भाजपा एमपी में वही कर रही है. संजय शुक्ला ने कहा कैलाश विजयवर्गीय हार रहे हैं, मैंने जो 5 साल काम किये थे, जिसका इंदौर विधानसभा क्रमांक 1 में फायदा मिल रहा है. शुक्ला ने कहा कि पहली बार बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव चुनाव हारेंगे, क्योंकि एमपी की शिवराज सरकार से जनता त्रस्त आ गई है, इसीलिए बीजेपी की एमपी से विदाई हो रही है.'

कमलनाथ-दिग्विजय ने दिया एकजुटता का संदेश 

संजय शुक्ला ने कहा कांग्रेस के सभी बड़े नेताओं ने इस बार एकजुटता की बात कही है. कमलनाथ और दिग्विजय सिंह ने सभी को एक जुट रहने के लिए कहा है, क्योंकि अब कांग्रेस पार्टी में कोई बिकाऊ नहीं बचा है.' बता दें कि कमलनाथ और दिग्विजय सिंह खुद एक-एक सीट पर नजर बनाए हुए हैं. 

हॉर्स ट्रेडिंग की चर्चा 

दरअसल, मध्य प्रदेश में इस बार भी 2018 की तरह कांटे की टक्कर मानी जा रही, ऐसे में संजय शुक्ला के बयान ने जोड़ तोड़ की बात को हवा दे दी है. वहीं बीजेपी और कांग्रेस भी चुनाव को लेकर एक्टिव नजर आ रही है. 

क्या होती है हॉर्स ट्रेडिंग

1820 के आसपास घोड़ों की बिक्री के लिए ही इस शब्‍द का प्रयोग होता था. वहीं हॉर्स ट्रेडिंग को राजनीति में सौदेबाजी भी कहा जाता है, जिसमें पार्टियां इस काम में लग जती है कि ज्यादा से ज्यादा फायदा उन्हें हो जाए. जबकि नतीजों के बाद दूसरी पार्टियों के विधायकों को साधने की कोशिश की जाती है. जब भी चुनाव या हंग असेंबली आती है तो यह काम सबसे ज्यादा चर्चा में आ जाता है. 

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