MP Chunav: मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में 17 नवंबर को मतदान की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है. लेकिन 1359 पुलिस वाले इस बार एक जिले में मतदान नहीं कर पाए.
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MP Chunav: मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव को लेकर 17 नवंबर को हुए मतदान में इस बार बंपर वोटिंग हुई है. लेकिन प्रदेश के एक जिले में 1359 पुलिसकर्मी इस बार मतदान करने वंचित रह गए. जिससे यहां निर्वाचन आयोग पर ही सवाल उठ रहे हैं. क्योंकि जिले के एसपी ने पुलिसकर्मियों से मतदान के लिए पहले ही निर्वाचन आयोग को अवगत करा दिया था. लेकिन इसके बाद भी वह वोट नहीं कर पाए.
रीवा में वोट नहीं डाल पाए 1359 पुलिसकर्मी
दरअसल, रीवा जिले में 1359 पुलिसकर्मी इस बार मतदान नहीं कर पाए. इन पुलिस कर्मियों के मुताबिक उनके द्वारा पुलिस कप्तान को अपने मताधिकार का प्रयोग करने के लिये पत्र भी लिखा गया था और एसपी ने उनकी भावनाओं और मतों का महत्व समझते हुए जिला निवार्चन अधिकारी से पत्राचार भी किया. लेकिन जिला निर्वाचन अधिकारी ने एसपी के पत्र को महत्व नहीं दिया और पुलिस विभाग से 1359 लोग अपना मत देने से वंचित हो गये. जिला निर्वाचन अधिकारी ने आखिर ऐसा क्यों किया यह तो संदेह के घेरे में है. वहीं मामला सामने आने के बाद अब इसकी जमकर चर्चा हो रही है.
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14 नवंबर को होना था पुलिसकर्मियों का मतदान
बताया जा रहा है कि पुलिस कर्मियों के मिल रहे आवेदनों को संज्ञान में लेते हुए एसपी रीवा ने अपने पत्र क्रमांक 476/2023 में 14 नवबंर को ही जिला निर्वाचन अधिकारी के नाम कार्यालय से पत्र जारी किया था। जिसमें स्पष्ट लिखा था कि विधानसभा निर्वाचन 2023 में लगे हुए अधिकारी/कर्मचारियों को डाक मतपत्र के माध्यम से मतदान कराया जा सकता है. इतना ही नहीं एसपी ने जिला निर्वाचन अधिकारी को मतदान करने वालों की सूची भी सौंपी थी. जिसमें पद, नाम और पदस्थापना के साथ ही मोबाइल नंबर भेजा था.
बताया जा रहा है कि रीवा जिले से 30 निरीक्षक, 80 उप निरीक्षक, 170 सहायक उप निरीक्षक, 1032 प्रधान आरक्षक, 24 वाहन चालक सहित 23 पुलिस लाइन में तैनात वाहन चालक 2023 के चुनावी महापर्व में अपने मतदान की आहुति नहीं दे पाए, मामले पर जब जिला निर्वाचन अधिकारी प्रतिभा पाल से बात की गई तो उनका कहना है की जितने भी कर्मचारी चुनाव समय में तैनात होते हैं. उनके लिए एक अलग व्यवस्था बनाई जाती है, उन्हें एक ऑप्शन दिया जाता है. वो वॉलेट पेपर का समय निर्धारित किया जाता है. फॉर्म भरने और वापसी का एक समय निर्धारित होता है इसके बाद आर.ओ वॉलेट पेपर जारी करते हैं. लेकिन कलेक्टर ने पुलिस अधीक्षक के द्वारा जारी किए गए पत्र को लेकर सवाल पूछे जाने पर कुछ भी कहने से बचती नजर आई.
रीवा से अजय मिश्रा की रिपोर्ट
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