Amit Shah Speech: PoK पर कांग्रेस के 'अपने' भी बोलने लगे शाह की भाषा, 2024 से पहले क्या राहुल को झटका देंगे नीतीश?
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Amit Shah Speech: PoK पर कांग्रेस के 'अपने' भी बोलने लगे शाह की भाषा, 2024 से पहले क्या राहुल को झटका देंगे नीतीश?

India Alliance JDU Congress 2024: गृह मंत्री अमित शाह ने कल लोकसभा में जम्मू-कश्मीर को लेकर 'नेहरूवियन ब्लंडर' की चर्चा करते हुए कांग्रेस को जमकर सुनाया। 2024 का आम चुनाव करीब है। कांग्रेस ने इंडिया अलायंस बनाया है लेकिन उसके ही सहयोगी दल जेडीयू की भाषा 24 घंटे में बदल गई है। जी हां, नीतीश कुमार क्या कोई बड़ा फैसला लेने वाले हैं?

Amit Shah Speech: PoK पर कांग्रेस के 'अपने' भी बोलने लगे शाह की भाषा, 2024 से पहले क्या राहुल को झटका देंगे नीतीश?

Amit Shah POK News: जब से गृह मंत्री अमित शाह ने संसद में पीओके पर पंडित नेहरू के 'ब्लंडर' गिनाए हैं, सर्दी के मौसम में सियासी गर्माहट बढ़ गई है. कांग्रेस अपने शब्दों में नेहरू का बचाव कर रही है लेकिन उसके 'अपने' दल अब शाह की भाषा बोलने लगे हैं. 2024 से पहले कांग्रेस के लिए यह अलार्म जैसा है। आज जेडीयू के सांसद सुनील कुमार पिंटू ने साफ कह दिया कि गलती तो हुई है. उन्होंने कहा कि जो भी बातें कल सदन में आईं, ये तो सच है कि पीओके आज हम कह रहे हैं उसे पाकिस्तान ने जबरन कब्जे में ले रखा है. वह हिंदुस्तान का अभिन्न अंग है. कल गृह मंत्री जी ने इसी संदर्भ में कहा था. पिंटू ने कहा, 'कहीं न कहीं उस समय के तत्कालीन प्रधानमंत्री नेहरू जी की गलती मानी जाए या न मानी जाए, ये अलग विषय है लेकिन गलती तो सामने दिख रही है. आज पीओके पर किसी दूसरे देश का कब्जा है.' उन्होंने खुलकर कहा कि गलतियां नहीं हुईं तो आज हमारा पीओके दूसरे देश के कब्जे में कैसे है?

जब उनसे खुलकर सवाल किया गया कि शाह ने जो कहा आप उससे सहमत हैं? जेडीयू सांसद ने कहा कि तत्कालीन पीएम की चूक का कारण है कि पीओके पर दूसरे का कब्जा है. जेडीयू सांसद यहीं नहीं रुके. उन्होंने शाह के विधेयकों की चर्चा करते हुए कहा कि कल का रिजर्वेशन तो सिर्फ इसलिए लाया गया जिससे परिसीमन के बाद चुनाव हो सके. कल शाह ने ओबीसी की बात करते हुए कांग्रेस पर हमला बोला था. आज अपने सांसद पिंटू के जरिए जेडीयू ने भी बड़ा संदेश दे दिया.

 

सुनील कुमार पिंटू ने कहा, 'कल सदन के अंदर एक बात आई कि आज 70 साल के बाद राहुल जी पिछड़ा, अति पिछड़ा काफी बोल रहे हैं. अब तक उनका जिक्र क्यों नहीं हुआ, जिसके कारण समाज का एक तबका आज भी बहुत पीछे है. उनके पीछे होने के कारण आज हमें जरूरत पड़ रही है कि हम उन्हें समाज की मुख्यधारा में लाएं और इसलिए रिजर्वेशन दे रहे हैं. इसी के तहत हमारे मुख्यमंत्री नीतीश जी ने रिजर्वेशन का दायरा बढ़ाया है.'

नीतीश कुमार क्या फिर चौंकाएंगे?

जेडीयू का शाह के सपोर्ट में बोलना कांग्रेस के लिए अच्छे संकेत नहीं हैं. कुछ दिन पहले पांच राज्यों के नतीजे आए हैं और कांग्रेस को दो राज्यों में सत्ता गंवानी पड़ी. हां, तेलंगाना में जरूर उसे सफलता मिली है लेकिन समझा जा रहा है कि I.N.D.I.A गठबंधन के उसके साथी अब अपनी चलाएंगे. कल होने वाली गठबंधन की बैठक नीतीश समेत कई बड़े नेताओं के आने से इनकार करने के बाद स्थगित करनी पड़ी. हो सकता है नीतीश कुमार प्लान-बी पर विचार कर रहे हों. तेलंगाना के नए सीएम रेवंत रेड्डी के 'बिहार के डीएनए से अच्छा तेलंगाना का डीएनए' वाले बयान पर नीतीश कुमार भले चुप हों पर गठबंधन में गांठ पड़ चुकी है. पहले भी इस तरह के डीएनए विवाद को नीतीश बिहार की अस्मिता से जोड़ते रहे हैं. कांग्रेस का प्रदर्शन भी ऐसा नहीं है कि उसकी हां में हां मिलाई जाए, ऐसे में नीतीश कुमार की तरफ से कांग्रेस को सरप्राइज देने का जोखिम बढ़ गया है.

अधीर बोले, शाह-मोदी को किसने रोका है?

जहां तक पीओके और नेहरू की गलती का मुद्दा है, कांग्रेस नेता और महाराष्ट्र के पूर्व सीएम पृथ्वीराज चव्हाण ने कहा कि अमित शाह जी को पूरा इतिहास पढ़ना चाहिए जिस परिस्थिति में ब्रिटिश हमें छोड़कर गए थे और जिस परिस्थिति में राज्यों को अधिकार मिला था कि आप भारत में रहिए या पाकिस्तान जाइए. उसके बाद नेहरू जी ने कितनी दूरदृष्टि से निर्णय लिया था. उधर, कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि दिनभर सदन में इस मुद्दे पर चर्चा होनी चाहिए क्योंकि यह छोटा मामला नहीं है. हिंदुस्तान के इतिहास के बारे में सिर्फ अमित शाह जी नहीं जानते हैं और भी लोग हैं. देश के लोगों को भी पता चलेगा इसलिए दिनभर चर्चा हो. उन्होंने आगे कहा कि मान लीजिए कि जैसा बीजेपी कह रही है नेहरू जी ने गलती की तो सदन में 2019 में जब 370 को खत्म किया गया उस समय अमित शाह जी कहते थे कि पीओके भारत का हिस्सा है... मोदी जी के 10 साल हो गए, अटल जी के 6 साल पहले ही हुए थे तो बीजेपी को किसने रोका है? हिंदुस्तान में तो दो बहादुर हैं- मोदी जी और अमित शाह जी. इन्हें किसने रोका है कि भाई पीओके अपने कब्जे में मत लाओ.

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