Baba Sakar Hari: उत्तर प्रदेश के हाथरस में हुई भगदड़ में 123 लोगों की जान लेने वाला कौन है? भगदड़ क्यों हुई? बाबा साकार हरि की गिरफ्तारी क्यों नहीं हो रही है? सत्संग की व्यवस्थाएं कैसे फेल हो गईं? ऐसे कई सवाल हैं जो अब भी अनसुलझे हैं.
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Baba Sakar Hari: उत्तर प्रदेश के हाथरस में हुई भगदड़ में 123 लोगों की जान लेने वाला कौन है? भगदड़ क्यों हुई? बाबा साकार हरि की गिरफ्तारी क्यों नहीं हो रही है? सत्संग की व्यवस्थाएं कैसे फेल हो गईं? ऐसे कई सवाल हैं जो अब भी अनसुलझे हैं. जांच की तलवार बाबा साकार हरि पर भी लटक रही है. मामले में 9 गिरफ्तारियों के बाद बाबा डिफेंस मोड में चल रहे हैं. बाबा के वकील एपी सिंह बचाव में नई-नई थ्योरी लेकर आ रहे हैं. अब उन्होंने भगदड़ के पीचे जहरीले स्प्रे की कहानी बयां की है.
हाथरस में भगदड़ हुई नहीं, कराई गई..
साकार हरि के वकील एपी सिंह ने कहा कि बाबा के खिलाफ भगदड़ की साजिश रची गई है. उन्होंने जोर देकर कहा कि भगदड़ हुई नहीं बल्कि कराई गई है. इसके लिए साजिशकर्ताओं ने जहरीले स्प्रे का इस्तेमाल किया. सत्संग खत्म हुआ तो साजिश के तहत कुछ लोग बाबा की तरफ दौड़ पड़े. उन लोगों के हाथों में जहरीला स्प्रे था. वे दौड़ते हुए पीछे की तरफ स्प्रे करते हुआ बाबा की तरफ भागे.
#WATCH | Delhi: On the Hathras stampede incident, Advocate AP Singh alleges, "... Unidentified men were carrying poisonous sprays...They ran while spraying the poisonous spray and it looked as a part of a pre-planned conspiracy...Many people lost their consciousness...I urge the… pic.twitter.com/Qo0sWoZVFN
— ANI (@ANI) July 7, 2024
एपी सिंह की बातों में कितना सच?
इस स्प्रे का प्रभाव महिलाओं पर पड़ा और वे बेहोश होने लगीं. महिलाएं गिरने लगीं और भगदड़ का माहौल हो गया जिसके चलते यह घटना हुई. एपी सिंह ने कहा कि अज्ञात लोग जहरीले स्प्रे लेकर जा रहे थे... वे जहरीले स्प्रे का छिड़काव करते हुए भागे और यह एक पूर्व नियोजित साजिश का हिस्सा लग रहा है. कई लोग बेहोश हो गए... मैं विशेष जांच दल से आग्रह करता हूं कि वह जांच करे कि इस घटना के पीछे कौन लोग हैं.
बाबा के लिए सफाई पर सफाई...
इससे पहले एपी सिंह ने ज़ी न्यूज से बातचीत में कहा था कि हाथरस में सत्संग के बाद साकार हरि बाबा चले गए. उनके जाने के बाद भगदड़ हुई थी. भगदड़ के पीछे उन्होंने शरारती तत्वों की बात कही थी. उन्होंने यह भी कहा था कि बाबा एक पैसा चंदा नहीं लेते... उनके सत्संग में दान पात्र नहीं होते... बाबा कभी किसी को अपना पैर नहीं छूने देते. बाबा के चरणों की धूल की बात को भी उन्होंने सिरे से नकार दिया था.
न्यायिक आयोग ने ‘भोले बाबा’ पर क्या कहा?
इस बीच उत्तर प्रदेश सरकार के न्यायिक आयोग ने कहा है कि हर उस व्यक्ति से बात की जाएगी जिससे दो जुलाई को हाथरस में मची भगदड़ के मामले की जांच के लिए बात करना आवश्यक होगा. जांच आयोग के एक सदस्य ने रविवार को यह बात तब कही जब उनसे पूछा गया कि क्या स्वयंभू भोले बाबा से पूछताछ की जाएगी. भगदड़ की घटना के संबंध में अब तक मुख्य आरोपी देवप्रकाश मधुकर समेत नौ लोगों को गिरफ्तार किया गया है.