Mahakumbh 2025: वे 4 बातें, जिनकी वजह से मुस्लिमों पर भड़का है संत समाज; महाकुंभ पर सीएम योगी से करने जा रहा बड़ी मांग
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Mahakumbh 2025: वे 4 बातें, जिनकी वजह से मुस्लिमों पर भड़का है संत समाज; महाकुंभ पर सीएम योगी से करने जा रहा बड़ी मांग

Mahakumbh 2025 News: संतों को अपनी सहनशीलता और के लिए जाना जाता है लेकिन इन दिनों वे मुस्लिमों से बुरी तरह भड़के हुए हैं. वे अब सीएम योगी से 4 बड़ी मांग करने जा रहे हैं.

 

Mahakumbh 2025: वे 4 बातें, जिनकी वजह से मुस्लिमों पर भड़का है संत समाज; महाकुंभ पर सीएम योगी से करने जा रहा बड़ी मांग

Akhara Parishad's demand for Mahakumbh 2025: करोड़ों हिंदुओं की आस्था से जुड़े महाकुंभ की शुरुआत से पहले ही संतों ने समुदाय विशेष के लिए NO ENTRY का बोर्ड टांग दिया है. संत समाज का दावा है कि कई मुस्लिम संत बनकर घूम रहे हैं. ऐसे में बिना आधार के एंट्री नहीं मिलनी चाहिए. यही नहीं संतों ने शाही और पेशवाई जैसे शब्दों पर भी अपनी आपत्ति जताई है. संत समाज ने ये भी साफ कर दिया है कि मुस्लिम कारीगर इस बार कुंभ में कोई खाने पीने की वस्तु नहीं बना पाएंगे. संतों की इस घोषणा पर मुस्लिम समाज ने अपनी तीखी प्रतिक्रिया जाहिर की है. अब सबकी निगाहें कल संतों के साथ यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ की अहम बैठक पर लगी हैं.

समुदाय विशेष के लिए बैन रहेगा महाकुंभ?

इस बार भी 2025 के महाकुंभ की तैयारियों जोर-शोर से चल रही हैं. लेकिन संत समाज इस बार किसी भी हाल में कुंभ के मेले में विघ्न नहीं चाहता है. इसलिए संत समाज साफ-साफ कह रहा है कि मुस्लिम कारीगर कोई भी चीज़ खाने पीने की नहीं बना पाएंगे और महाकुंभ पूरी तरह से धर्म विशेष के लिए प्रतिबंधित रहेगा. 

संतों की मांग पर मौलाना ने अलापा 'गंगा-जमुनी' का राग

संत समाज के इस बयान के माद मौलाना-मौलवियों का गुस्सा भी फूट पड़ा है और इस फैसले को शर्मनाक बताया है. आल इंडिया मुस्लिम जमात के अध्यक्ष मौलाना शहाबुद्दीन बरेलवी ने गंगा-जमुनी तहजीब का राग अलापते हुए कहा कि यह भारत देश एक गुलदस्ता है.जिसमें मुसलमान नहीं होगा तो वह गुलदस्ता आधा अधूरा सा महसूस होगा. अगर महाकुंभ में वाकई मुसलमानों को रोका जाता है तो यह भारत के इतिहास में शर्मनाक होगा.

इससे पहले की हम खबर की तह तक जाएं. आपको बता दें कि अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद की बैठक में कई अहम फैसले भी हुए हैं. जिसके मुताबिक अब शाही स्नान को देव स्नान, पेशवाई को देव आगमन करने की मांग रखी जाएगी. इसी तरह मेला क्षेत्र की परिधि में मांस और मदिरा को प्रतिबंधित रखने की भी सीएम योगी से संत समाज मांग करेगा. महाकुंभ में सनातनी अधिकारी और कर्मचारी तैनात किए जाने की भी मांग उठेगी.

रविवार को प्रयागराज पहुंच रहे सीएम योगी

ये सभी मांगे यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से अहम बैठक के दौरान रखी जाएंगी. आपको बता दें कि रविवार को योगी आदित्यनाथ कुंभ मेले की तैयारियों का जायजा लेने पहुंच रहे हैं. दरअसल पिछले काफी लंबे वक्त से कुंभ में साधु-संतों को लेकर गांजा वाली टिप्पणी के बाद भी संत समाज आहत है. जबकि थूक जिहाद और खाने में मिली मिलावट के बाद भी संत समाज कुंभ में कोई कोताही नहीं रखना चाहते. वे पहचान छिपाकर सामान बेचने को लेकर भी खफा हैं.

30 हजार पुलिसकर्मी होंगे कुंभ में तैनात

कुंभ की विशेष सुरक्षा व्यवस्था की जरूरत को देखते हुए योगी प्रशासन लगातार तैयारी कर रहा है. जिसके मुताबिक मेला क्षेत्र में 50 से अधिक पुलिस थानों का निर्माण किया जा रहा है. 65 से ज्यादा पुलिस चौकियां बनाई जा रही हैं. वहीं 30 हजार से ज्यादा पुलिसक्रमी मेला क्षेत्र में तैनात रहेंगे. देखना ये है कि 6 अक्टूबर को संतों और योगी आदित्यनाथ की अहम बैठख के बाद क्या ऐतिहासिक फैसले होते हैं. बताते चलें कि अगला महाकुंभ प्रयागराज में 13 जनवरी 2025 से शुरू होने जा रहा है. महाकुंभ मेले का आयोजन 12 साल में एक बार किया जाता है.

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