GAIL के दूसरे प्रोजेक्ट SAPLको भी यही कंपनी देख रही थी इस काम को GAIL के CGM देवेंद्र सिंह सुपरवाइज कर रहे थे. देवेंद्र सिंह के साथ MECON कंपनी के सीनियर जनरल मैनेजर सुनील कुमार भी इस प्रोजेक्ट को Project Management Consultant के तौर पर मॉनिटर कर रहे थे.
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CBI ने गुजरात की एक कंपनी को गैस प्रोजेक्ट में रिश्वत ले मदद करने के आरोप में GAIL के दो अधिकारियों और कंपनी के डायरेक्टर समेत पांच आरोपियों को गिरफ़्तार किया है. आरोपियों के पास से एजेंसी ने ₹50 लाख भी बरामद किये है जो रिश्वत में दिये गये थे. सीबीआई को इस बात की जानकारी मिली थी की Advance Infrastructures Pvt Ltd कंपनी के दो प्रोजेक्ट चल रहे है जो SAPL- Srikakulam Angul Pipeline और VAPL- Vijaipur Auraiya Pipeline के नाम से है.
दरअसल, VAPL प्रोजेक्ट कज़ाखस्तान की कंपनी KSS ग्रुप को मिला हुआ है जिसे भारत में M/s JSC OGCC KazStroyService देखती है. ये एक फ्रंट कंपनी के तौर पर काम करती है और इसने इस प्रोजेक्ट को Advance Infrastructures Pvt Ltd को दे रखा है. सीबीआई के मुताबिक़ सुरेंद्र कुमार GAIL के एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर कृष्ण बल्लभ सिंह के जरिये अपने बिलों को तय नियम क़ायदे के बिना जल्दी पास करवा लेता था और इसके बदले में रिश्वत दिया करता था.
इसी काम के लिये सुरेंद्र कुमार 27 जून को भी नोएडा के दफ़्तर और घर में कृष्ण बल्लभ से मिला था जिसमें VAPL के प्रोजेक्ट के बिल जल्दी क्लियर करने के लिये कहा. GAIL के फ़ायनेंस ने बिल को VIMS यानी Vendor Invoice Management System के जरिये प्रोसेस करने को कहा लेकिन KB Singh ने सभी बिल Offline प्रोसेस करने के लिये दबाव बनाया. GAIL के मुताबिक़ इसमें आरोपी कंपनी से काफी सारी रिकवरी करनी थी बावजूद इसके बिल को पहले से ही पास करने का दबाव बनाया गया.
इसके अलावा GAIL के दूसरे प्रोजेक्ट SAPLको भी यही कंपनी देख रही थी इस काम को GAIL के CGM देवेंद्र सिंह सुपरवाइज कर रहे थे. देवेंद्र सिंह के साथ MECON कंपनी के सीनियर जनरल मैनेजर सुनील कुमार भी इस प्रोजेक्ट को Project Management Consultant के तौर पर मॉनिटर कर रहे थे. आरोप है कि अगस्त महीने में इस प्रोजेक्ट की पाइपलाइन में स्वैटिग की दिक़्क़त यानी पाइप फूलने की दिक़्क़त आई. जिसके बाद सुरेंद्र कुमार ने दोनों को इस दिक़्क़त को संभालने यानी नज़रअंदाज़ करने के लिये कहा और बदले में रिश्वत की बात भी कही.
सीबीआई के मुताबिक़ KB Singh ने इस पाइपलाइन को 27 अगस्त को देवेंद्र सिंह को सारा पानी निकाल रिटेस्ट करने के लिये कहा लेकिन अगले ही दिन सुरेंद्र कुमार KB Singh से मिला और इस दिक़्क़त को दूसरे तरीके से संभालने के लिये कहा. इसके बाद KB Singh ने देवेंद्र सिंह को इस पाइपलाइन की दिक़्क़त को संभालने के लिये कहा यानी रिश्वत देने पर मामला रफादफा करने को कहा.
आरोप है कि इसी काम के लिये सुरेंद्र कुमार ने अपनी कंपनी के सब कॉंट्रेक्टर के दो कर्मचारियों हर्ष यादव और सुर्येष के ₹50 लाख के साथ GAIL के एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर कृष्ण बल्लभ सिंह(KB Singh) के घर भेजा जहां सीबीआई ने तीनों को गिरफ़्तार किया. इसके बाद सीबीआई ने बाकी दो आरोपी GAIL के CGM देवेंद्र, और Advance Infrastructures Ltd के डायरेक्टर सुरेंद्र कुमार को गिरफ़्तार किया