Maharashtra News: महाराष्ट्र में महाअघाड़ी के नेता विधानसभा चुनावों में मिली करारी हार को अबतक पचा नहीं पाए हैं. महायुति के नेताओं को घेरते हुए अब एमवीए की तरफ से ये बड़ा बयान आया है.
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Maharashtra news: दिल्ली विधानसभा चुनाव (Delhi Vidhan Sabha Elections) में महज 9 दिन का वक्त बचा है. कांग्रेस पर आरोप लग रहे हैं कि राहुल गांधी आम आदमी पार्टी को फ्रेंडली वॉकओवर देने के लिए बैकफुट पर है. कांग्रेस पार्टी के नेता ये कह रहे हैं कि राहुल गांधी बीमार हैं, इसलिए चुनाव प्रचार से दूर हैं. ऐसे आरोपों की एक वजह ये भी है कि कांग्रेस, चुनाव तो लड़ रही है लेकिन न ही उसके उम्मीदवार और ना ही पार्टी के दूसरे बड़े नेता आक्रामक प्रचार करके अपने पक्ष में माहौल बना रहे हैं. ऐसे आरोप-प्रत्यारोप से इतर महाराष्ट्र कांग्रेस के नेता ने विधानसभा चुनावों में मिली हार का जिक्र करते हुए एक बार फिर से पुराना राग अलापा है.
कांग्रेस चाहती क्या है?
महाराष्ट्र की सत्तारूढ़ महायुति को ‘वैध ढंग से निर्वाचित सरकार नहीं होने का’ आरोप लगाते हुए कांग्रेस ने दावा किया कि मतदाता सूची में संदिग्ध ढंग से बड़ी संख्या में मतदाता जोड़े गये तथा नवंबर 2024 के विधानसभा चुनाव में मतों में हेराफेरी की गयी. कांग्रेस के डेटा विश्लेषण विभाग के अध्यक्ष प्रवीण चक्रवर्ती और महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण ने यहां प्रेसवार्ता में ये आरोप लगाए. चक्रवर्ती ने कहा, ‘महाराष्ट्र में सरकार निष्पक्ष चुनावी प्रक्रिया के माध्यम से वैध रूप से निर्वाचित नहीं हुयी है.
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हम यह बात भारत की सबसे पुरानी राजनीतिक पार्टी और भारत की आजादी के लिए लड़ने वाली और भारत को एक संवैधानिक गणराज्य के रूप में स्थापित करने में मदद करने वाली एकमात्र राजनीतिक पार्टी के रूप में पूरी जिम्मेदारी के साथ कहते हैं.’ उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र के हाल के विधानसभा चुनाव में मत परिणामों में काफी हेराफेरी हुई.
उन्होंने कहा, ‘लोकसभा चुनाव के बाद हुए विधानसभा चुनाव में मतदाता सूची में 48 लाख नए मतदाता जुड़े, जबकि 2019 के विधानसभा चुनाव से पहले सिर्फ 32 लाख मतदाता जुड़े थे.’
चक्रवर्ती ने सवाल उठाते हुए कहा, ‘ऐसा लगता है कि मानो किसी तरह से इन सभी मतदाताओं ने जादुई तरीके से एक गठबंधन को वोट दे दिया जो महायुति है. क्या यह तर्कसंगत लगता है...क्या यह एक चमत्कारी संयोग है? ये कैसे समझा जा सकता है? क्या ये अजीब नहीं है कि लोकसभा चुनाव की तुलना में विधानसभा चुनाव में महायुति को 72 लाख ज्यादा वोट मिले हैं?
6 महीने में इतना अंतर!
उन्होंने ये दावा भी किया कि महा विकास अघाड़ी (MVA) को वोट देने वाले सिर्फ 24 लाख मतदाता ही इससे छिटक गये, लेकिन महायुति को 72 लाख ज़्यादा वोट मिले. पिछले साल लोकसभा चुनाव में एमवीए को महाराष्ट्र में 48 में से 30 सीट मिली थीं, जबकि नवंबर में विधानसभा चुनाव में सत्तारूढ़ महायुति ने एमवीए को निर्णायक रूप से हराते हुए 288 में से 230 सीटें जीती. विधानसभा चुनाव में भाजपा को 132 सीट, शिवसेना को 57 और राकांपा को 41 सीटें मिलीं. (भाषा)