अपहृत नाबालिग लड़की के नाराज परिजन भागलपुर के एसएसपी कार्यालय पहुंच और उनसे मदद की गुहार लगाने लगे. लड़की के परिजन एसएसपी को कहते हैं कि मेरी बेटी को बचा लीजिए. वह बताते हैं कि अपराधी हमें धमकी देते हुए कहते हैं की शादी करा दो, नहीं तो जान से मार देंगे.
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भागलपुर : बिहार के भागलपुर जिले के घोघा थाना क्षेत्र के शाहपुर से एक (13) वर्षीय मासूम लड़की को बदमाश शादी की नीयत से अपने चंगुल में फंसा लेते हैं और उसे दियारा इलाके में छुपा कर रखते हैं. जब इसकी जानकारी परिजनों को मिलती है तो परिजन थाने में लिखित आवेदन देते हैं. एक महीने से भी ज्यादा समय बीत जाने के बाद भी लड़की को छुड़ाने को लेकर प्रशासन कोई कदम नहीं उठाती है. जबकि लड़की के परिवार वाले रोज अधिकारियों के दफ्तरों के चक्कर काट रहे हैं.
एसएसपी से भी मदद की गुहार लगा चुके हैं परिजन
इतने पर भी कार्रवाई नहीं होती है तो अपहृत नाबालिग लड़की के नाराज परिजन भागलपुर के एसएसपी कार्यालय पहुंच और उनसे मदद की गुहार लगाने लगे. लड़की के परिजन एसएसपी को कहते हैं कि मेरी बेटी को बचा लीजिए. वह बताते हैं कि अपराधी हमें धमकी देते हुए कहते हैं की शादी करा दो, नहीं तो जान से मार देंगे.
पांच जुलाई से गायब है लड़की, अपराधी परिजनों को दे रहे जान से मारने की धमकी
दरअसल पूरा मामला पांच जुलाई का है. जब देर शाम निवास शर्मा के (13) वर्षीय पुत्री का बदमाशों ने अपहरण कर लिया और परिजनों को फोन कर धमकी देने लगे. अपराधी परिजनों को धमकी देते हुए कहने लगे कि शादी करा दो नहीं तो जान से मार देंगे. परिजनों ने इस पूरे घटनाक्रम की जानकारी घोघा थाना प्रभारी दिलशाद अहमद को लिखित रूप में दे दी, लेकिन कुछ कार्रवाई नहीं हुई. थाने के द्वारा कोई कार्रवाई नहीं होने से नाराज परिजन एसएसपी कार्यालय पहुंचते हैं लेकिन यहां भी नहीं सुना जाता है.
अब (13) वर्षीय वह मासूम अपराधियों के चंगुल में दियारा इलाके में जिंदगी और मौत से लड़ रही है, तो दूसरी तरफ प्रशासन इस पूरे मामले में अपना पल्ला झाड़ रही है. कार्रवाई करने के नाम पर पीड़िता के परिजनों को पुलिस कहती है कि नाव की व्यवस्था करवा दें फिर दियारा इलाका जाएंगे और वहां अपराधियों को पकड़ेंगे. सुशासन की सरकार में यह कब से होने लगा.
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भरी आंखों से लड़की के पिता अपना यह दर्द सबको सुनाते फिर रहे हैं और बेटी की बरामदगी को लेकर अधिकारियों के दफ्तरों के चक्कर लगा रहे हैं. आपको बता दें कि मुख्य रूप से पीड़िता सबौर निवासी है लेकिन बीते सालों से वह अपने ननिहाल में रहकर पढ़ाई करती थी.