Baba Bageshwar: डीएमके नेता उदयनिधि स्टालिन द्वारा सनातन धर्म को लेकर दिए गए विवादित बयान पर घमासान मचा है. जहां बीजेपी नेता उनके बयान को आस्थाओं को ठेस पहुंचाने वाला मामला बताकर हमलावर हैं. वहीं अब इसको लेकर अब प्रतिक्रियाओं का दौर शुरू हो गया है.
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Udhayanidhi Stalin: तमिलनाडु के सीएम स्टालिन के बेटे और मंत्री उदयनिधि स्टालिन के सनातन धर्म पर दिए बयान पर पूरे देश में बवाल मचा हुआ है. उनके इस बयान के बाद जहां बीजेपी ने कांग्रेस पर निशाना साधा है और बीजेपी ने कहा कि आखिर राहुल गांधी इस बयान पर चुप क्यों हैं. तो वहीं देशभर से प्रतक्रियाओं का दौर शुरू है. इसी कड़ी में अब बागेश्वर धाम के महाराज धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने भी उदयनिधि स्टालिन पर बड़ा हमला बोला है और उनकी कड़ी आलोचना की है. बागेश्वर बाबा ने उदयनिधि स्टालिन को रावण के खानदान का बता दिया है.
दरसअल, बागेश्वर धाम के महाराज धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के आधिकारिक ट्विटर अकाउंट पर एक वीडियो पोस्ट किया गया है जिसमें वे प्रवचन के दौरान उदयनिधि स्टालिन पर बात करते नजर आए हैं. उन्होंने कहा कि सनातन तब तक रहेगा जब तक सूरज-चांद रहेगा. उन्होंने कहा कि जो भी सनातन का विरोध करेगा, उसकी ठठरी और गठरी दोनों बांधने का काम वो करेंगे. उन्होंने यह भी कहा कि उदयनिधि ने भारत के सनातनियों के दिल पर चोट पहुंचाई है. धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की यह टिप्पणी ऐसे समय में आई है जब डीएमके नेता उदयनिधि स्टालिन द्वारा सनातन धर्म के खिलाफ टिप्पणी की गई थी.
सनातन धर्म पर अनर्गल प्रलाप करने वाले नेता को दिया करारा जवाब | बागेश्वर धाम सरकार..| @BageshwarDhamSarkar pic.twitter.com/oYOQhK0BOw
— Bageshwar Dham Sarkar (Official) (@bageshwardham) September 4, 2023
उदयनिधि स्टालिन ने कहा था कि सनातन धर्म समानता और सामाजिक न्याय के खिलाफ है. इसे खत्म कर देना ही अच्छा होगा. उदयनिधि स्टालिन ने सनातन धर्म की तुलना कोरोना वायरस, मलेरिया और डेंगू के बुखार से की थी. उदयनिधि ने कहा था कि ऐसी चीजों का विरोध नहीं किया जाना चाहिए, बल्कि इन्हें नष्ट कर देना चाहिए. उनके इस बयान के बाद बवाल मच गया है, बीजेपी ने कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा है. यहां तक कि कांग्रेस के भी कई नेता स्टालिन के बयान से सहमत नजर नहीं आए हैं.
छत्तीसगढ़ के डिप्टी सीएम टीएस सिंहदेव ने भी कहा कि यह उदयनिधि का निजी मत हो सकता है, लेकिन ऐसा नहीं होना चाहिए. यह उनकी निजी राय हो सकती है. दुनिया में बहुत सारे धर्म हैं और किसी भी धर्म पर ऐसी कोई भी टिप्पणी व्यक्तिगत है. हर किसी को स्वतंत्रता है. 'सनातन धर्म' एक स्थापित जीवन शैली और एक धार्मिक अभिव्यक्ति है. इसका पूरी तरह से सम्मान किया जाना चाहिए. मैं व्यक्तिगत रूप से कह सकता हूं कि भारत का सनातन धर्म सदियों पुराना है और अच्छी तरह से स्थापित है.