Asaduddin Owaisi: आप लोग दरी बिछाएं और जवानी कुर्बान करें... UP के मुस्लिमों पर इतना क्यों भड़के ओवैसी
Advertisement

Asaduddin Owaisi: आप लोग दरी बिछाएं और जवानी कुर्बान करें... UP के मुस्लिमों पर इतना क्यों भड़के ओवैसी

Asaduddin Owaisi on Akhilesh Yadav: हैदराबाद से सांसद और AIMIM के सुप्रीमो असदुद्दीन ओवैसी ने सपा मुखिया अखिलेश यादव पर बड़ा राजनीतिक हमला बोला है. उन्होंने यूपी के मुस्लिमों को संबोधित करते हुए पोस्ट किया कि आप लोग दरी बिछाएं और जवानी कुर्बान करें लेकिन राज्यसभा सीट कोई और ले जाए.

Asaduddin Owaisi: आप लोग दरी बिछाएं और जवानी कुर्बान करें... UP के मुस्लिमों पर इतना क्यों भड़के ओवैसी

Asaduddin Owaisi statement on Akhilesh Yadav: नरेंद्र मोदी को लगातार तीसरी बार पीएम बनने से रोकने के लिए बना I.N.D.I. गठबंधन पहले से ही हिचकोले खा रहा है. अब इस गठबंधन से बाहर के दूसरे विपक्षी दल भी उस पर लगातार निशाना साध रहे हैं. इस मुहिम में सबसे आगे AIMIM के नेता असदुद्दीन ओवैसी हैं, जो गठबंधन के मजबूत न होने पर उसमें शामिल दलों पर तंज कस रहे हैं. अब उन्होंने समाजवादी पार्टी के सुप्रीमो अखिलेश यादव पर निशाना साधा है. उन्होंने यूपी के मुसलमानों को संबोधित करते हुए कहा, आप उनके लिए दरी बिछाएं और अपनी जवानी कुर्बान करें लेकिन वे राज्यसभा में फिल्मी एक्टरों को भेजते हैं. आप अपने लिए 'भइया' से एक सीट मत मांग लेना.

'अपने लिए भइया से राज्यसभा की सीट मत मांग लेना'

ओवैसी ने सोशल मीडिया एक्स पर पोस्ट करके कहा, 'यूपी के PDA को वोट दें और दरी बिछाएं आप लोग. लेकिन राज्यसभा की बारी आए तो आपकी कोई पूछ नहीं क्योंकि आप कोई फिल्मी एक्टर तो है नहीं, जिन्हें 4 बार राज्यसभा भेजा जाए. करिए अपनी जवानी कुर्बान लेकिन अपने लिए राज्यसभा की एक सीट मत मांग लेना भइया से.'

बिना नाम लिए ओवैसी का अखिलेश पर निशाना

अपनी इस पोस्ट में ओवैसी ने सीधे तौर पर अखिलेश यादव या सपा का नाम तो नहीं लिया लेकिन यूपी के PDA की बात करके उन्होंने स्पष्ट तौर पर जाहिर कर दिया कि वे किस पर निशाना साध रहे हैं. लोकसभा चुनाव में बीजेपी को हराने के लिए अखिलेश यादव की समाजवादी पार्टी ने पिछड़े, दलित, अल्पसंख्यक का कॉकटेल बनाकर PDA नाम का शिगूफा छोड़ा है. अखिलेश को उम्मीद है कि बार-बार PDA का नाम जपने से यूपी के तमाम दलित- पिछड़े और अल्पसंख्यकों के वोट उनकी झोली में गिर जाएंगे.

विपक्षी पार्टियों को फॉर्मूला बिगड़ने का डर

बताते चलें कि अखिलेश यादव यूपी में AIMIM की एंट्री के घोर विरोधी रहे हैं. उनका मानना है कि राज्य में AIMIM के मजबूत होने से मुसलमान वोट उनसे छिटक सकते हैं, जिससे उनका मुसलमान प्लस यादव का फॉर्मूला पिट सकता है. इसलिए पिछले चुनावों में वे बिना नाम लिए एआईएमआईएम को वोट कटुआ पार्टी कहते रहे हैं. सपा की तरह I.N.D.I. गठबंधन में कई दल और भी हैं, जिन्हें ओवैसी अपने राजनीतिक अस्तित्व के लिए खतरा लगते हैं. यही वजह है कि कोशिश करने के बावजूद ओवैसी की पार्टी को विपक्षी गठबंधन में शामिल नहीं किया गया.

Trending news