Anantnag Police Attach Properties Worth ₹1 Crore: जब्त की गई संपत्ति कानूनी कार्यवाही पूरी होने तक अधिकारियों की हिरासत में रहेगी. इन निर्णायक कार्रवाइयों का उद्देश्य मादक पदार्थों की तस्करी करने वाले नेटवर्क के वित्तीय ढांचे को ध्वस्त करना और अपराधियों को एक कड़ा संदेश देना है.
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Anantnag Police: जम्मू-कश्मीर में ड्रग तस्करों के खिलाफ लगातार कार्रवाई हो रही है. जम्मू पुलिस ने इस साल अब तक (नारकोटिक ड्रग्स एंड साइकोट्रोपिक सब्सटेंस) अधिनियम के तहत 94 मामले दर्ज किए हैं. जिसमें 156 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. इसके साथ ही तस्करों के पास से 4.5 करोड़ रुपये की संपत्ति भी जब्त की है. ताजा मामला अनंतनाग का है. जहां पर पुलिस ने मादक पदार्थों के अपराधियों पर बड़ी कार्रवाई करते हुए 1 करोड़ की संपत्ति कुर्क की है. नशीले पदार्थों के खतरे को रोकने और मादक पदार्थों के नेटवर्क को खत्म करने के एक महत्वपूर्ण प्रयास में अनंतनाग पुलिस ने मादक पदार्थों और मन:प्रभावी पदार्थों (NDPS) अधिनियम के प्रावधानों के तहत ₹1 करोड़ मूल्य की संपत्ति कुर्क की है. ये कार्रवाई नशीली दवाओं से संबंधित अपराधों से निपटने और अपराधियों को रोकने के लिए जिले की प्रतिबद्धता को दर्शाती है.
अटैचमेंट का विवरण:
1. नौशेरा, सेरीगुफवारा:
नौशेरा, सेरीगुफवारा निवासी बिलाल अहमद राथर, पुत्र वली मोहम्मद राथर का एक मंजिला आवासीय घर और एक कनाल जमीन, जिसकी कीमत ₹20 लाख है, कुर्क की गई है. बिलाल को NDPS अधिनियम की धारा 8/18 के तहत एफआईआर संख्या 57/2021 में फंसाया गया है, जो पर्याप्त मात्रा में मादक पदार्थों की बरामदगी से जुड़ा है.
2. सिरहामा, सेरीगुफवारा : सिरहामा, श्रीगुफवारा निवासी मोहम्मद अशरफ गनई पुत्र मोहम्मद रमजान गनई का एक कनाल के भूखंड पर ₹40 लाख मूल्य का आवासीय मकान जब्त किया गया है. गनई एनडीपीएस अधिनियम के तहत एफआईआर संख्या 99/2021 में शामिल है, जो बड़ी मात्रा में प्रतिबंधित पदार्थ की बरामदगी से संबंधित है.
3. ऐनू, ऐशमुकाम : ऐनू, ऐशमुकाम निवासी गुल मोहम्मद तंत्रे के दामाद रौफ अहमद नंदा का ₹40 लाख मूल्य का आवासीय मकान जब्त किया गया है. नंदा एनडीपीएस अधिनियम की धारा 8/15-29 के तहत एफआईआर संख्या 34/2022 में शामिल है.
जब्त की गई संपत्ति कानूनी कार्यवाही पूरी होने तक अधिकारियों की हिरासत में रहेगी. इन निर्णायक कार्रवाइयों का उद्देश्य मादक पदार्थों की तस्करी करने वाले नेटवर्क के वित्तीय ढांचे को ध्वस्त करना और अपराधियों को एक कड़ा संदेश देना है. इसके अलावा जम्मू कश्मीर पुलिस ने जनता से अपील की है कि वे किसी भी प्रासंगिक जानकारी को साझा करके मादक पदार्थों की तस्करी के खिलाफ लड़ाई में सहायता करें.