Ambani Home: अंबानी की दौलत, उनकी चकाचौंध से भरी जिंदगी, नीता अंबानी की लग्जरी लाइफ, उनकी जूलरी, महंगा पर्स इन सब पर निगाहें जाती हैं. सोशल मीडिया पर अंबानी फैमिली की पार्टियों से लेकर उनकी शादी तक को लेकर खूब चर्चे होते हैं.
Mukesh Ambani and Anil Ambani early life:अंबानी की दौलत, उनकी चकाचौंध से भरी जिंदगी, नीता अंबानी की लग्जरी लाइफ, उनकी जूलरी, महंगा पर्स इन सब पर निगाहें जाती हैं. सोशल मीडिया पर अंबानी फैमिली की पार्टियों से लेकर उनकी शादी तक को लेकर खूब चर्चे होते हैं. आज मुकेश अंबानी अपने घर 'एंटीलिया' में तो अनिल अंबानी 'एबोड' में रहते हैं. आज करोड़ों-अरबों के घर में रहने वाले मुकेश और अनिल अंबानी कुछ साल पहले मुंबई के चॉल में रहते थे. एक कमरे के घर में 7 लोगों का परिवार, 100 लोगों पर एक टॉयलेट. 500 लोगों के चॉल में पानी के लिए लंबी-लंबी लाइनें लगती थी. फिल्मों में आपने मुंबई के चॉल की जिंदगी देखी होगी, लेकिन अंबानी भाईयों ने उस जिंदगी को सालों तक जिया है.
अनिल अंबानी ने सिमी ग्रेवाल के शो Rendezvous with Simi Garewal के अपनी बचपन की यादों को ताजा करते हुए भावुक हो गए थे. वो दौर शा साल 1959 का, जब धीरूभाई अंबानी यमन से पेट्रोलपंप की नौकरी छोड़ भारत आ गए थे. गुजरात से अंबानी का परिवार मुंबई शिफ्ट हो गया था. आमदनी थी नहीं. मसाले बेचकर धीरूभाई अंबानी किसी तरह से परिवार का गुजारा कर रहे थे.
मुंबई के पिछड़े इलाके में बने कबूतरखाना (Kabootar Khana) इलाके में वो रहते थे. उस इलाके में जय हिंद एस्टेट (Jai Hind Estate) नाम से चॉल था, जहां एक बिल्डिंग में 500 से अधिक लोग रहते थे, उसी बिल्डिंग की चौथी मंजिल पर अंबानी परिवार रहता था. इस इाके का नाम कबूतर खाना इसलिए पड़ा, क्योंकि यहां बड़ी संख्या में कबूतर थे . लोग कबूतर को दाना डालते थे, जिसकी वजह से यहां कबूतरों की भीड़ रहती थी.
चॉल की चौथी मंजिल पर 1 कमरे, 1 किचन वाले घर में अंबानी के 7 लोगों का परिवार रहता था. घर में कॉमन बाथरूम तक नहीं था. 100 लोगों के लिए एक कॉमन बाथरूम थी. पीने के पानी के लिए लंबी लाइनें लगती थी. उसी में पूरा परिवार किसी तरह से गुजारा करता था. उनके पास इतने कपड़े तक नहीं थे. मुकेश और अनिल अंबानी अदल-बदलकर एक दूसरे के कपड़े पहना करते थे.
जिस जय हिंद चॉल में अंबानी का परिवार रहता था, वो उस इलाके का सबसे बड़ा चॉल था. घर में कोई बाथरूम नहीं था. एक फ्लोर पर 100 से अधिक घर थे, जिनके लिए सिर्फ एक टॉयलेट था.
अनिल अंबानी ने एक इंटरव्यू में बताया है बचपन में उनके लिए सबसे खास दिन रविवार का होता था. पूरा परिवार संडे का बेसब्री से इंतजार करता था. संडे के जिन मुकेश और अनिल अंबानी के फुटबॉल खेलने को मिलता था. बच्चों को लेकर धीरूभाई अंबानी उदुपी रेस्टोरेंट जाते थे, जहां फिक्स्ड मैन्यू होता था इडली-सांभर. उन्हें उसे ज्यादा कुछ और ऑर्डर करने की छूट नहीं थी.
चॉल से एंटीलिया तक पहुंचे अंबानी
धीरुभाई अंबानी की मेहनत और उनके हुनर की बदौलत रिलायंस इंडस्ट्रीज का जन्म हुआ. जिससे मुकेश अंबानी और अनिल अंबानी को अरबों की दौलत विरासत में मिली. आज मुकेश अंबानी के पास दुनिया के सबसे बड़े घरों में से एक 15000 करोड़ का एंटीलिया है तो वहीं अनिल अंबानी अपने परिवार के साथ 5000 करोड़ के घर एबोड में रहते हैं.
दोनों के पास शानो-शौकत की तमाम चीजें हैं, लेकिन उन्होंने अभाव और गरीबी को भी करीब से देखा है. अंबानी की मेहनत सीख लेने वाली है. कैसे जीरो से उन्होंने खुद को हीरो बनाया.
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