सिर्फ 10 महीने में ब्रेस्ट कैंसर को दी मात, Zerodha CEO निथिन कामथ की पत्नी ने शेयर की अपनी इंस्पिरेशनल स्टोरी
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सिर्फ 10 महीने में ब्रेस्ट कैंसर को दी मात, Zerodha CEO निथिन कामथ की पत्नी ने शेयर की अपनी इंस्पिरेशनल स्टोरी

जेरोधा के सीईओ निथिन कामथ की पत्नी सीमा पाटिल ने ब्रेस्ट कैंसर से अपने संघर्ष के बारे में खुलकर बात की. उन्होंने कैंसर का पता चलने से लेकर इस मुश्किल दौर में परिवार के सहयोग तक, अपने अनुभवों को शेयर किया. 

सिर्फ 10 महीने में ब्रेस्ट कैंसर को दी मात, Zerodha CEO निथिन कामथ की पत्नी ने शेयर की अपनी इंस्पिरेशनल स्टोरी

जेरोधा के सीईओ निथिन कामथ की पत्नी सीमा पाटिल ने हाल ही में एक पॉडकास्ट पर ब्रेस्ट कैंसर से अपने संघर्ष के बारे में खुलकर बात की. उन्होंने कैंसर का पता चलने से लेकर इस मुश्किल दौर में परिवार के सहयोग तक, अपने अनुभवों को शेयर किया. 43 वर्षीय सीमा को नवंबर 2021 में कैंसर का पता चला था. उन्होंने बताया कि कैंसर के बारे में लिखा गया ब्लॉग पोस्ट दरअसल उनके पति द्वारा लिखा गया था.

2021 में सीमा को जांच के दौरान पता चला कि वह ब्रेस्ट कैंसर के स्टेज-2 पर थी, जो दो साल से अधिक पुराना नहीं था. अपने ब्लॉग में उन्होंने लिखा कि मैं कई सालों से नियमित रूप से फुल बॉडी हेल्थ चेकअप करवाती रही हूं. इस बार मैमोग्राम में मेरे दाएं स्तन में एक छोटी गांठ दिखाई दी. हालांकि मुझे कोई लक्षण नहीं थे, फिर भी मैंने एक ऑन्कोलॉजिस्ट से मिलने का फैसला किया, जिन्होंने बायोप्सी की, इसके बाद एक पीईटी स्कैन किया गया जिसने पुष्टि की कि गांठ कैंसर था और ब्रेस्ट तक ही सीमित थी. इसके बाद उन्होंने अपने दाहिने स्तन का मास्टेक्टॉमी करवाया.

क्या है ब्रेस्ट कैंसर के रिस्क फैक्टर?
ब्रेस्ट कैंसर के रिस्क फैक्टर में उम्र, पारिवारिक इतिहास, जेनेटिक्स और हार्मोनल फैक्टर शामिल हैं. इसके लक्षणों में स्तन में गांठ या मोटापन, ब्रेस्ट की साइज या बनावट में बदलाव, निप्पल डिस्चार्ज या स्किन में बदलाव शामिल हो सकते हैं. सफल इलाज के लिए नियमित जांच और खुद की जांच काफी महत्वपूर्ण है. इलाज के विकल्प कैंसर के स्टेज और प्रकार के आधार पर भिन्न हो सकते हैं, लेकिन इसमें सर्जरी, रेडिएशन थेरेपी, कीमोथेरेपी, हार्मोन थेरेपी या टारगेटेड थेरेपी शामिल हो सकती है.

जिंदगी बहुत छोटी है: सीमा
पॉडकास्ट में सीमा ने कहा कि मैं  लंबे समय से जेरोधा का हिस्सा रही हूं, लेकिन तब मैं बस यूं ही चल रही थी. इस बीमारी ने मुझे एहसास दिलाया कि जिंदगी बहुत छोटी है. मुझे कुछ ऐसा करना है जिसके लिए मैं जुनूनी हूं. मुझे कुछ ऐसा ढूंढना है जिसे मैं वाकई पसंद करूं.

कीमोथेरेपी के बारे में की बात
सीमा ने पॉडकास्ट में बताया कि कीमोथेरेपी वाकई बहुत मुश्किल होती है. पहली बार कीमोथेरेपी कराने के बाद, मेरी हालत खराब हो गई थी. मुझे समझ नहीं आ रहा था कि क्या हो रहा है. मैंने सोचा इससे तो मरना ही बेहतर है, लेकिन दूसरी बार, मैंने सोचा कि सोफे पर लेटे रहने के बजाय थोड़ा चलने की कोशिश करूं, शायद इससे कुछ बदलाव आए- और वाकई हुआ भी. दूसरी कीमोथेरेपी के बाद जब मेरी तबीयत बिगड़ने लगी तो मैं टहलने गई और मैं जल्दी ठीक हो गई.

10 महीनों में स्वस्थ हो गई सीमा
सीमा के बीमारी के पता चलने के कुछ महीनों बाद, निथिन ने इंस्टाग्राम पर उनके स्वस्थ होने के बारे में बताया था. उन्होंने लिखा था कि सीमा  ब्रेस्ट कैंसर का पता चलने के बाद, मास्टेक्टॉमी, कीमो और रेडिएशन के बाद सिर्फ 10 महीनों में ही पूरी तरह से स्वस्थ हो गई हैं. ऐसा उनकी बीमारी से पहले और बाद की हेल्दी लाइफस्टाइल की वजह से हो पाया है. उन्होंने आगे लिखा था कि निवेश सिर्फ स्टॉक और म्यूच्यूअल फंड का ही नहीं होता, बल्कि अपनी सेहत का ख्याल रखना भी निवेश है.

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