Healthy roti: रोटियां कई तरह की होती हैं, जैसे मक्के की रोटी, बाजरे की रोटी, बेसन की रोटी, आदि. लेकिन आमतौर पर लोग गेहूं के आटे से बनी रोटियां ही ज्यादा खाते हैं.
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रोटियां कई तरह की होती हैं, जैसे मक्के की रोटी, बाजरे की रोटी, बेसन की रोटी, आदि. लेकिन आमतौर पर लोग गेहूं के आटे से बनी रोटियां ही ज्यादा खाते हैं. गेहूं के आटे से बनी रोटियों का ग्लाइसेमिक इंडेक्स ज्यादा होता है, जिससे ब्लड शुगर लेवल तेजी से बढ़ सकता है. इससे मोटापा, डायबिटीज और अन्य स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं.
कुछ ऐसी पौष्टिक तत्वों से भी रोटियां बनाई जा सकती हैं, जो सेहत के लिए फायदेमंद होती हैं. इस तरह की रोटियों के बारे में लोगों को कम जानकारी होती है. अब यह बात विज्ञान प्रमाणित हो चुकी है कि अलसी के बीज गुणों का खजाना हैं. अलसी के बीज में ओमेगा-3 फैटी एसिड, फाइबर और अन्य पोषक तत्व भरपूर मात्रा में होते हैं. अलसी के बीज अमृत की तरह है, क्योंकि ये कई तरह की स्वास्थ्य समस्याओं को दूर करने में मदद कर सकते हैं.
सुपरफूड है अलसी के बीज
सिर्फ एक चम्मच अलसी के बीज में 37 कैलोरी, 3 ग्राम हेल्दी फैट, 2 ग्राम फाइबर, 1.3 ग्राम प्रोटीन और हर तरह के अन्य पोषक तत्व पाए जाते हैं. अलसी के बीज में इन सबके अलावा भरपूर मात्रा में ओमेगा 3 फैटी एसिड, थियामिन, कई तरह के विटामिन, मैग्नीशियम, मैग्नीज, कॉपर, फास्फोरस, जिंक, सेलेनियम, आयरन, फॉलेट समेत कई तत्व होते हैं. इतने पौष्टिक तत्वों से भरे अलसी के बीज से अगर रोटियां बनाई जाए तो आप समझ सकते हैं इस रोटी से हमें कितना फायदा मिलेगा.
कैसे बनाएं अलसी के बीज की रोटी?
अलसी की रोटी बनाने के लिए, गेहूं के आटे या बेसन के आटे में अलसी के बीज को बराबर मात्रा में मिलाकर नमक और घी डालकर गूंथ लें. फिर इसे रोटी की तरह बेलकर सेंक लें. आप चाहें तो इसे घी के साथ खा सकते हैं. इससे कुछ ही दिनों में कई तरह के स्वास्थ्य लाभ मिल सकते हैं.
अलसी के बीच की रोटी खाने के फायदे
दिल की सेहत
अलसी के बीज में मौजूद ओमेगा-3 फैटी एसिड दिल की सेहत के लिए फायदेमंद होते हैं. ये फैटी एसिड खराब कोलेस्ट्रॉल (LDL) को कम करने और अच्छे कोलेस्ट्रॉल (HDL) को बढ़ाने में मदद करते हैं. इससे हृदय रोगों के जोखिम को कम किया जा सकता है.
कोलेस्ट्रॉल लेवल कम करें
अलसी के बीज में मौजूद फाइबर कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने में मदद करता है. फाइबर भोजन में मौजूद फैट को अब्जॉर्ब करता है और इसे पाचन तंत्र से बाहर निकालता है. इससे खून में कोलेस्ट्रॉल का लेवल कम होता है.
कब्ज
अलसी के बीज में मौजूद फाइबर कब्ज को रोकने में मदद करता है. फाइबर भोजन को पचाने में मदद करता है और पाचन तंत्र को स्वस्थ रखता है. इससे कब्ज की समस्या नहीं होती है.
डायबिटीज कंट्रोल
अलसी के बीज में मौजूद फाइबर डायबिटीज को कंट्रोल करने में मदद करता है. फाइबर भोजन में मौजूद शुगर को अवशोषित करता है और इसे धीरे-धीरे खून में छोड़ता है. इससे खून में शुगर का स्तर नियंत्रित रहता है.
वजन कम करने में मदद
अलसी के बीज में मौजूद फाइबर वजन कम करने में मदद करता है. फाइबर भोजन में मौजूद कैलोरी को अवशोषित करता है और इसे जल्दी से पचाता है. इससे भूख कम लगती है और वजन कम करने में मदद मिलती है.
कैंसर का खतरा कम
अलसी के बीज में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट कैंसर के खतरे को कम करने में मदद कर सकते हैं. एंटीऑक्सीडेंट फ्री रेडिकल्स से होने वाले नुकसान को रोकते हैं, जो कैंसर का कारण बन सकते हैं.