Back pain: लंबे समय तक एक ही जगह पर बैठे रहना और शरीर को नहीं हिलाने-डुलाने से पीठ और पीठ के निचले हिस्से में दर्द उठ सकता है. जानें कैसे पाएं इससे राहत.
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Back pain: वर्क फ्रॉम होम कल्चर ने हमारे जीवन को बदल कर रख दिया है. इसके चलते हम अक्सर लंबे समय तक एक ही जगह पर बैठते और शरीर को हिलाते-डुलाते नहीं है. इसके कारण, पीठ और पीठ के निचले हिस्से में दर्द होता है. आलिया भट्ट और करीना कपूर जैसी कई बॉलीवुड हस्तियों की फिटनेस ट्रेनर अंशुका परवानी ने पीठ के निचले हिस्से के दर्द से राहत पाने के लिए एक योग दिनचर्या शेयर की है. अंशुका ने लिखा कि पीठ के निचले हिस्से में दर्द के कई कारणों से होता है, जैसे गतिहीन जीवन शैली, चलने-फिरने में कमी, लंबे समय तक एक जगह पर बैठे रहना, गठिया आदि. सही योगासन के साथ इस दर्द से राहत पाया जा सकता है.
अंशुका ने बताया कि सबसे पहले स्टैंडिंग कैट काऊ पोज, हिप रोटेशन (क्लॉक वाइज और एंटी क्लॉक वाइज) के 5-5 रिपीटेशन करें. फिर कैमल पोज पल्स और क्रोकोडाइल पोज करें. अंशुका ने बताया कि क्रोकोडाइल पोज में 30 सेकंड से 1 मिनट तक रुकें. उन्होंने कहा कि नियमित रूप से इस योगासन का अभ्यास करने से कई स्वास्थ्य लाभ मिलते हैं. यह पीठ के निचले हिस्से की मांसपेशियों को आराम देने, स्ट्रेचिंग और मजबूत करने में मदद करता है. यह पीठ के निचले हिस्से में ब्लड फ्लो को बेहतर बनाने में भी मदद करता है. इस रूटीन से शरीर के स्पाइनल अलाइनमेंट को ठीक और बेहतर किया जा सकता है. अंशुका ने कहा कि इन आसनों का नियमित रूप से अभ्यास करें और अपनी पीठ की पोज और दर्द में अंतर महसूस करें.
स्टैंडिंग कैट काऊ पोज कंधों और कूल्हों को गतिशील करने में मदद करता है, जबकि हिप रोटेशन बॉडी की स्टेबिलिटी में सुधार करने में मदद करता है. कैमल पोज पल्स छाती, पेट और क्वाड्रिसेप्स की मांसपेशियों को मजबूत बनाने में मदद करती हैं. क्रोकोडाइल पोज तनाव दूर करने और ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने में मदद करता है.
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