Explainer: आखिर क्या होता है सैटेलाइट इंटरनेट? भारत में किस तरह से करेगा काम
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Explainer: आखिर क्या होता है सैटेलाइट इंटरनेट? भारत में किस तरह से करेगा काम

Reliance JioSpaceFiber: Jio स्पेस फाइबर एक सैटेलाइट इंटरनेट सर्विस है जो ऐसे इलाकों में इंटरनेट प्रोवाइड करवाएगा जहां इंटरनेट कनेक्टिविटी अभी तक नहीं पहुंच सकी है. 

Explainer: आखिर क्या होता है सैटेलाइट इंटरनेट? भारत में किस तरह से करेगा काम

Reliance JioSpaceFiber: JioSpaceFiber एक सैटेलाइट-आधारित ब्रॉडबैंड सेवा है जिसे रिलायंस जियो की तरफ से भारतवासियों के लिए पेश किया गया है. हाई-स्पीड इंटरनेट कनेक्टिविटी को गांव-गांव और दूर दराज के इलाकों तक पहुंचाने में ये सर्विस बड़े काम की मानी जा रही है. साधारण ब्रॉडबैंड से हटकर, JioSpaceFiber इंटरनेट कनेक्टिविटी ऑफर करने के लिए कम्युनिकेशन सैटेलाइट्स का इस्तेमाल करता है जिससे बिना किसी रुकावट इंटरनेट सर्विस को हर इलाके में पहुंचाया जा सकेगा. 

ऐसे काम करती है तकनीक 

आपके घर के पास लगाई गई एक सैटेलाइट डिश पृथ्वी की परिक्रमा करने वाले उपग्रहों से डेटा भेजती और प्राप्त करती है. यह तकनीक उन क्षेत्रों में इंटरनेट कवरेज की अनुमति देती है जहां पारंपरिक केबल या फाइबर कनेक्शन उपलब्ध नहीं हो सकते हैं, जैसे कि ग्रामीण क्षेत्र या फिर दूर दराज के ऐसे इलाके जहां इंटरनेट सर्विस प्रोवाइड करना नामुमकिन है. 

JioSpaceFiber पहले ही भारत भर के चुनिंदा इलाकों में सर्विस शुरू कर चुका है और इसमें गुजरात का गिर नेशनल पार्क, छत्तीसगढ़ का कोरबा, उड़ीसा का नबरंगपुर और असम का ओएनजीसी-जोरहाट शामिल हैं. Jio स्पेस फाइबर रिलायंस जियो के कनेक्टिविटी पोर्टफोलियो की तीसरी बड़ी टेक्नोलॉजी है. JioFiber और जियो एयर फाइबर के बाद यह तीसरी टेक्नोलॉजी है जो भारत के सभी कोनों में इंटरनेट की पहुंच सुनिश्चित करने के लिए डिजाइन की गई है. कंपनी ये सर्विस देने के लिए लक्ज़मबर्ग स्थित कंपनी, एसईएस के साथ साझेदारी कर रही है. 

इंटरनेट स्पीड हो सकती है अलग 

इस तकनीक में इस्तेमाल किए गए तारों के प्रकार के आधार पर ब्रॉडबैंड इंटरनेट की स्पीड अलग हो सकती है. फाइबर, सबसे तेज़ माध्यम है जो, 1000 एमबीपीएस से अधिक गति प्रदान कर सकता है, सैटेलाइट इंटरनेट भी हाई स्पीड ऑफर करता है, लेकिन केबल इंटरनेट आमतौर पर तेज़ और अधिक विश्वसनीय होता है. सैटेलाइट इंटरनेट का लाभ यह है कि यह लगभग हर जगह उपलब्ध है, क्योंकि सिग्नल अंतरिक्ष से आता है. यह इसे उन ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों के लिए एक व्यवहार्य विकल्प बनाता है जिनके पास केबल या फाइबर कनेक्शन तक पहुंच नहीं है.

स्टारलिंक पर भारी पड़ेगा JioSpaceFiber 

ऐसा कहा जा रहा है कि JioSpaceFiber ऐलन मस्क के स्टारलिंक पर भारी पड़ेगा, ऐसा कहने के पीछे बड़े कारण है जिनके बारे में हम आपको बताने जा रहे हैं. स्पेस फाइबर सर्विस कई मामलों में स्टरलिंक सर्विस से आगे होगी और इनमें सबसे बड़ा कारण है इसकी जोरदार स्पीड, इतना ही नहीं यह सर्विस दूर दराज के इलाकों में इंटरनेट की अच्छी कनेक्टिविटी ऑफर करेगी साथ ही साथ इसकी कीमत भी कम रहने वाली है जो एक बड़ा मुद्दा है क्योंकि कीमत की वजह से भी कई सर्विसेज सक्सेस नहीं हो पाती है.

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