IAS की जॉब छोड़ शुरू किया एजुकेशन स्टार्टअप, आज हजारों बच्चों को बना दिया IAS-IPS
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IAS की जॉब छोड़ शुरू किया एजुकेशन स्टार्टअप, आज हजारों बच्चों को बना दिया IAS-IPS

Roman Saini Success Story: रोमन सैनी का ऑनलाइन शिक्षा में काफी गहरा विश्वास है, इसलिए वो कहते हैं कि किसी भी परीक्षा की तैयारी के लिए आज इंटरनेट सबसे अच्छा सोर्स है.

IAS की जॉब छोड़ शुरू किया एजुकेशन स्टार्टअप, आज हजारों बच्चों को बना दिया IAS-IPS

Roman Saini Success Story: आज के समय में डॉ. रोमन सैनी के बारे में बच्चा-बच्चा जानता है. उसका सबसे बड़ा कारण यह है कि उन्होंने गरीब बच्चों की शिक्षा के लिए जो किया है, वो शायद हर किसी के बस की बात नहीं. राजस्थान के कोटपुतली का एक युवा, तेज-तर्रार और महत्वाकांक्षी लड़का, जिसने अपने पहले ही अटेंप्ट में देश की सबसे कठिन यूपीएससी की सिविल सर्विसेस परीक्षा पास कर डाली और परीक्षा में 18वीं रैंक हासिल कर IAS ऑफिसर बन गए. 

रोमन पेशे से एक डॉक्टर, सिविल सर्वेंट, बिजनेसमैन और एक इंजीनियर पिता के सबसे छोटे बेटे हैं. उनकी माता जी एक गृहिणी हैं. बता दें कि साल 2008 में जब रोमन मात्र 16 साल के थे, तब उनका AIIMS में एमबीबीएस (MBBS) के लिए सेलेक्शन हो गया था. इसके अलावा वह छात्रों की तैयारी में भी मदद करने के लिए हमेशा तैयार रहते हैं.

हालांकि, अब आप यह सोच रहे होंगे कि एक डॉक्टर बनने के बाद भी, रोमन ने यूपीएससी की तैयारी करने का फैसला क्यों किया. दरअसल, बता दें कि इसके पीछे सबसे बड़ी वजह थी, भारतीय गांवों की स्थिति थी. रोमन ने यह महसूस किया कि देश की राजधानी के आस पास के गांवों में रह रहे लोगों को आज भी सरकारी संस्थानों और उनके निहित अधिकारों के बारे में बहुत कम जानकारी है. इसी को देखते हुए उन्होंने समाज के गरीब और वंचित वर्ग के लोगों के लिए कुछ करने की सोची, जिसको देखते हुए उन्होंने सिविल सर्विसेज की परीक्षा की तैयारी शुरू कर दी.

उन्होंने अपनी तैयारी तब शुरू की जब वे ग्रेजुएशन के 5वें सेमेस्टर में थे. वे परीक्षा की तैयारी के लिए रोजाना 6 से 7 घंटे पढ़ा करते थे. उन्होंने UPSC प्रीलिम्स परीक्षा 2013 के अपने पहले ही अटेंप्ट में 400 में से 309 अंक प्राप्त कर लिए थे.

रोमन सैनी की स्कूली शिक्षा जयपुर में हुई है, जहां उन्होंने 10वीं कक्षा में 85% और 12वीं कक्षा की बोर्ड परीक्षा में 91.4% अंक प्राप्त किए थे. इसके बाद उन्होंने एम्स में एडमिशन लिया जहां से उन्होंने 62% के साथ MBBS में ग्रेजुएशन की पढ़ाई पूरी की. बता दें कि यूपीएससी परीक्षा की तैयारी के दौरान उन्होंने मेडिकल साइंस को अपने ऑप्शनल सब्जेक्ट (Optional Subject) के रूप में चुना और अपने क्लास नोट्स और इंटरनेट की मदद ली.

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, एक इंटरव्यू में रोमन ने कहा कि सेल्फ इवेल्यूएशन के माध्यम से अपनी तैयारी को एग्जिक्यूट करने और मापने के लिए हमेशा एक फीजीबल प्लान बनाएं. परीक्षा में सफलता के लिए किसी कोचिंग की आवश्यकता नहीं है, लेकिन उम्मीदवारों की सोच तर्कसंगत, तार्किक और नैतिक रूप से सही होनी चाहिए.

रोमन का ऑनलाइन शिक्षा में काफी गहरा विश्वास था, जिसको देखते हुए उन्होंने कहा कि किसी भी परीक्षा की तैयारी के लिए इंटरनेट सबसे अच्छा सोर्स है. इसलिए सिविल सेवा में सफलता प्राप्त करने के बाद उन्होंने सिविल सेवा के उम्मीदवारों की सहायता के लिए एक ऑनलाइन वेबसाइट और यूट्यूब चैनल 'अनएकेडमी' (Unacademy) शुरू किया. जैसा कि आप सभी जानते हैं कि कोचिंग क्लास लेना बहुत महंगा है और हर उम्मीदवार इसके लिए लाखों रुपये खर्च नहीं कर सकता है. ऐसे में अनएकेडमी आज लाखों बच्चों के लिए वरदान साबित हुआ है. 

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