Mumbai insurance Fraud News: इंश्योरेंस के नाम पर धोखाधड़ी के मामले में अब खूब सामने आ रहे हैं. एक ऐसा ही मामला मुंबई से सामने आया है जहां एक फर्म ने दूसरी फर्म को 37 लाख का चूना लगा दिया. इस मामले में आरोपी फर्म के एक निदेशक को साकीनाका पुलिस ने गिरफ्तार किया है.
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Mumbai Insurance Scam News: इंश्योरेंस के नाम पर धोखाधड़ी के मामले आप अक्सर सुनते रहते हैं. मुंबई से ही एक ऐसा मामला सामने आया है. 'मिड डे' के मुताबिक आरोपी फर्म ने इंश्योरेंस देने के नाम पर 37 लाख रुपए ऐंठ लिये. इस मामले में साकीनाका पुलिस स्टेशन में केस दर्ज कराया गया और एक आरोपी (इंश्योरेंस का वादा करने वाला फर्म का एक निदेशक) पुलिस की गिरफ्त में है.
क्या है मामला
साकीनाका पुलिस कका कहना है कि शॉटफॉर्मेट डिजिटल प्रोडक्शन प्राइवेट लिमिटेड ने प्रोसर्व्ज डिजिटेक प्राइवेट लिमिटेड से इंश्योरेंस पॉलिसी देने का वादा किया और बदले में 37 लाख रुपए ले लिए लेकिन जब इंश्योरेंस देने की बारी आई तो आनाकानी की जाने लगी. पीड़ित फर्म को जब लगा कि उसके साथ धोखाधड़ी हुई तो उन्होंने आरोपी फर्म के निदेशक के खिलाफ धोखाधड़ी की शिकायत दर्ज कराई.
प्रोसर्व्ज डिजिटेक प्राइवेट लिमिटेड के अशोक यादव ने साकीनाका पुलिस में 4 सितंबर को शिकायत दर्ज करायी थी. शिकायत दर्ज होने के बाद पुलिस ने जांच शुरू की और शॉटफ्रॉमेट डिजिटल प्रोडक्शन प्राइवेट लिमिटेड के निदेशक समर्थ सेन गुप्ता को गिरफ्तार कर लिया. इसके साथ ही फर्म के दूसरे निदेशक नियति शाह को नोटिस जारी किया है.
साकीनाका पुलिस ने की थी जांच
एफआईआर में शिकायतकर्ता अशोक यादव का कहना है कि उन्होंने आरोपी फर्म को 37 इंश्योरेंस सर्विस के लिए 37 लाख रुपए अदा किये लेकिन कंपनी अपने वादे पर खरी नहीं उतरी. जब उन्होंने रकम वापसी की मांग की तो टालमटोल किया जाने लगा. पीड़ित कंपनी, थोकभाव में इलेक्ट्रानिक गैजेट्स, मोबाइल और लैपटॉप को खरीदने और बेचने का काम करती है. पीड़ित का कहना है कि आरोपी फर्म आईटी सेक्टर में ब्रोकर की तरह काम करती है.
पीड़ित का कहना है कि इलेक्ट्रानिक गैजेट्स के बेचने के क्रम में वो इंश्योरेंस के लिए इस फर्म की मदद लेते थे. जून 2021 से अगस्त 2022 के दौरान उन्होंने 459 इलेक्ट्रानिक्स गैजेट्स के इंश्योरेंस(आईफोन और लैपटॉप भी शामिल) के लिए 37 लाख अदा किए थे. जब ग्राहकों की तरफ से क्लेम आने शुरू हुए तो उन्होंने आरोपी फर्म से संपर्क साधा लेकिन वो टालने लगे. इसकी वजह से ग्राहकों के इलेक्ट्रानिक गैजेट्स में मरम्मत में आने वाली 3 लाख रुपए खर्च करने पड़े.
जब ऐसा लगा कि आरोपी फर्म का इरादा ठीक नहीं है तो उन्होंने बाजार में दूसरे लोगों से संपर्क साधा और पता चलाकी आरोपी फर्म ने कई और लोगों को चूना लगाया है. उसके बाद सभी तरीकों से आरोपी फर्म से संपर्क साधने की कोशिश की गई लेकिन नतीजा कुछ नहीं निकला. जब उन्हें अहसास हो गया कि ठगी हुई है तो पुलिस से संपर्क कर एफआईआर दर्ज करायी गई.
इस मामले में साकीनाका पुलिस का कहना है कि शिकायत के बाद मलाड ईस्ट स्थित आरोपी फर्म पर रेड डाली गई. जांच के दौरान नियति शाह को हिरासत में लिया गया हालांकि नोटिस देकर उन्हें छोड़ दिया गया. शाह से पूछताछ के बाद समर्थ सेन गुप्ता की गिरफ्तारी की गई.