Rampur Lok Sabha seat: रामपुर में अखिलेश यादव Vs आजम खान का मुकाबला होने की संभावना है, क्योंकि अखिलेश यादव ने रामपुर से मौलाना नदवी को उम्मीदवार बनाया है, जबकि इस बीच सपा नेता आसिम रजा ने भी रामपुर में नामांकन का पर्चा खरीदा है, जो आजम खान के करीबी हैं.
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Azam Khan vs Akhilesh Yadav: लोकभा चुनाव से पहले रामपुर लोकसभा सीट पर समाजवादी पार्टी दो फाड़ में टूटती दिख रही है. रामपुर सीट से अखिलेश यादव ने दिल्ली पार्लियामेंट स्ट्रीट पर स्थित जामा मस्जिद के शाही इमाम मौलाना मुहीबुल्लाह नदवी को टिकट दिया है. वहीं, दूसरी तरफ आजम खान के चहेते आसिम रजा ने नामांकन पत्र खरीदा है और चुनाव लड़ने का ऐलान किया है. लेकिन, अब सवाल है कि आखिर एक ही सीट सपा के दो उम्मीदवार कैसे सामने आ गए. तो इसका जवाब है आजम खान की नाराजगी. जेल में बंद आजम नाराज हैं और चिट्ठी लिखकर अपने समर्थकों के चुनाव में सपा का बहिष्कार करने की अपील की है. चुनाव बायकॉट संबंधित आजम खान की चिट्ठी सोशल मीडिया वायरल हो रही है.
आखिर क्यों नाराज हैं आजम खान?
सीतापुर जेल में बंद आजम खान का कहना है कि वो जेल में हैं, इसलिए समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव को रामपुर से चुनाव लड़ना चाहिए. इसके साथ ही आजम खान ने जेल से एक चिट्ठी लिखी है और कहा है कि अगर अखिलेश यादव रामपुर से चुनाव नहीं लड़ेंगे तो वो चुनाव का बहिष्कार करेंगे. इसके बाद रामपुर में अखिलेश यादव Vs आजम खान का मुकाबला होने की संभावना है, क्योंकि अखिलेश यादव ने रामपुर से मौलाना नदवी को उम्मीदवार बनाया है. इस बीच सपा नेता आसिम रजा ने भी रामपुर में नामांकन का पर्चा खरीदा है, जो आजम खान के करीबी हैं. आसिम रजा 2022 में हुए उपचुनाव में भी रामपुर सीट से सपा प्रत्याशी थे, लेकिन उन्हें हार का सामना करना पड़ा था.
अजय सागर और आसिम रजा ने चुनाव का बहिष्कार का ऐलान किया है. जिलाध्यक्ष अजय सागर ने रामपुर सीट से चुनाव के बहिष्कार करने की बात कही. सपा कैंप कार्यालय पर पत्रकारों से बातचीत के दौरान आसिम राजा ने बताया कि पिछले उपचुनाव में महिला वोटरों से बदतमीजी की गई थी. लोगों को वोट डालने तक नहीं दिया जा रहा था. इसके चलते चुनाव में भाग लेने का सवाल ही नहीं बनता है. उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि कुछ अधिकारी गलत मंशा के साथ यहां तैनात किए गए हैं जो सिर्फ चुनाव प्रभावित करने के लिए हैं. उन्हें तुरंत हटाया जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव को रामपुर से प्रत्याशी बनाने को आमंत्रण दिया गया है. वह जैसा चाहेंगे हम उसके लिए तैयार हैं.
आजम खान की गढ़ है रामपुर लोकसभा सीट
रामपुर लोकसभा सीट समाजवादी पार्टी के नेता आजम खान का गढ़ माना जाता है. आजम अभी जेल में हैं तो अब सपा गढ़ को मजबूत करने की फिराक में हैं और यहीं वजह है कि उसने मुस्लिम चेहरा उतारा है, लेकिन आजम, अखिलेश के चुनाव लड़ने पर अड़े हैं. 2014 के लोकसभा चुनाव में रामपुर से बीजेपी जीत दर्ज की थी, लेकिन 2019 में बीजेपी को हार का सामना करना पड़ा और 2019 में आजम खान ने फिर से परचम फहराया. हालांकि, 2022 में हुए उपचुनाव में बीजेपी प्रत्याशी घनश्याम लोधी ने इस सीट पर कब्जा कर लिया.
कौन हैं सपा उम्मीदवार मौलाना मुहीबुल्लाह नदवी?
मौलाना मुहीबुल्लाह नदवी, दिल्ली पार्लियामेंट स्ट्रीट पर स्थित जामा मस्जिद के शाही इमाम हैं. मौलाना मुहीबुल्लाह नदवी उत्तर प्रदेश के रामपुर के ही रहने वाले हैं और पिछले 15 सालों से ज्यादा समय से संसद मार्ग जामा मस्जिद में शाही इमाम हैं.