Rajnath Singh: जब राजनाथ सिंह को पुलिस पकड़कर ले जा रही थी... मां की बात याद कर भावुक हो गए रक्षा मंत्री
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Rajnath Singh: जब राजनाथ सिंह को पुलिस पकड़कर ले जा रही थी... मां की बात याद कर भावुक हो गए रक्षा मंत्री

Rajnath Singh Mother Story: इमर्जेंसी की बात है. राजनाथ सिंह को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था. उस समय उनकी मां भी वहां मौजूद थी. एक साल बाद भी जब राजनाथ नहीं छूटे तो मां ने भाई से पूछा था कि राजनाथ अब तो घर आ जाएंगे न? फिर ऐसा कुछ हुआ कि राजनाथ की मां को ब्रेन हैमरेज हो गया. यह किस्सा आपकी भी आंखें नम कर देगा. 

Rajnath Singh: जब राजनाथ सिंह को पुलिस पकड़कर ले जा रही थी... मां की बात याद कर भावुक हो गए रक्षा मंत्री

Rajnath Singh Emotional: लोकसभा चुनाव के बीच रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह एक टीवी शो में अपनी मां को यादकर भावुक हो गए. कुछ सेकेंड के लिए वह यादों में खो गए. उनसे पूछा गया कि एक बार जब आपको पुलिस पकड़कर ले जा रही थी, आपकी मां भी वहां आ गई थी. यह सुनकर राजनाथ ने कहा कि मैं ले जाया जा रहा था तब रेलवे स्टेशन पर मेरी मां, पत्नी और अगल-बगल की सारी औरतें आई हुई थीं. मां ने देखा पुलिस से घिरा हुआ तो उसने कहा कि बेटा माफी मत मांगना, भले ही सारी जिंदगी जेल में गुजर जाए. मैं स्वीकार कर लूंगी. 

किस बात पर मां को आया ब्रेन हैमरेज

यह कहते हुए राजनाथ की आंखों में आंसू आ गए. उन्होंने बताया कि इमर्जेंसी का एक साल पूरा हुआ. सामान्य रूप से एक धारणा थी कि एक साल के बाद लोग जेल से छूट जाएंगे. मेरी मां ने चचेरे भाई से पूछा कि अब तो एक साल हो गया. अब तो राजनाथ आ ही जाएंगे न? भाई ने कहा कि नहीं मां, एक साल के लिए और बढ़ा दिया गया है. मां को ब्रेन हैमरेज हो गया. आगे राजनाथ ने भावुक होकर कहा कि ऐसा सवाल पूछ लिया आपने, कठिन होता है हमारे लिए. राजनाथ की बायोग्राफी में भी इस घटना का जिक्र है. 

कॉलेज में प्रवक्ता बने थे राजनाथ

राजनाथ सिंह का जन्म 10 जुलाई 1951 को वाराणसी जिले की तहसील चकिया के भभौरा गांव में एक किसान परिवार में हुआ. उनके पिता का नाम राम बदन सिंह और माता का नाम गुजराती देवी था. सिंह ने अपनी शुरुआती पढ़ाई-लिखाई गांव के ही स्कूल से की. बीएससी और एमएससी (भौतिक विज्ञान) उन्होंने गोरखपुर विश्वविद्यालय से किया. उच्च शिक्षा हासिल करने के बाद वह केबी स्नातकोत्तर महाविद्यालय, मिर्जापुर में भौतिक विज्ञान के प्रवक्ता के रूप में नियुक्त हुए थे. 

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1974 में उन्होंने राजनीति में प्रवेश किया. 1977 में वह उत्तर प्रदेश विधानसभा में विधायक चुने गए. 1988 में वह उत्तर प्रदेश विधान परिषद् के सदस्य नियुक्त किए गए. 1991 में जब उत्तर प्रदेश में पहली बार भाजपा की सरकार बनी तो उन्हें शिक्षा मंत्री बनाया गया. 1994 में वह राज्यसभा के सदस्य बने. नवंबर 1999 में उन्हें केंद्रीय मंत्री बनाया गया. अक्टूबर 2000 में वह यूपी के मुख्यमंत्री बने. 2014 में देश के गृह बने और इस समय रक्षा मंत्री हैं. 

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