Haryana Election 2024: हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए बीजेपी के घोषणापत्र में अग्निवीरों के लिए नौकरी की गारंटी, 24 फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) और फसल खराब होने पर अधिक मुआवजा देने का वादा किया गया है.
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Haryana Vidhan Sabha Chunav 2024: हरियाणा चुनाव के लिए बीजेपी के घोषणापत्र में 'जवान' और 'किसान' छाया रहा. पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने गुरुवार को रोहतक में चुनावी वादों की लिस्ट जारी की. बीजेपी ने अग्निवीरों को उनके चार साल की मिलिट्री सर्विस के बाद नौकरी की गारंटी और किसानों के लिए 24 फसलों पर न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) देने जैसे वादे किए हैं. हरियाणा जीतने के लिए जवान+किसान का यह फॉर्म्युला बीजेपी ने यूं ही नहीं निकाला.
बीजेपी के चुनावी वादों में इसी साल हुए लोकसभा चुनाव में लगे झटके का दर्द झलकता है. कहां तो 2019 में बीजेपी ने हरियाणा में क्लीन स्वीप किया था, 2024 में आधी सीटों पर सिमट गई. जिन दो मुद्दों ने बीजेपी को लोकसभा चुनाव में तगड़ा नुकसान पहुंचाया, वे जवानों और किसानों से ही जुड़े थे. कांग्रेस ने हरियाणा में बीजेपी को औंधे मुंह पटका था. लोकसभा चुनाव 2024 के नतीजों से सबक लेते हुए, बीजेपी कोर्स करेक्शन के मूड में दिखती है.
Haryana Election 2024 के लिए घोषणापत्र : कांग्रेस vs बीजेपी
बीजेपी ने अपने घोषणापत्र में फसल बर्बाद होने पर मुआवजे की राशि को दोगुने से भी बढ़ाकर 6,000 रुपये प्रति एकड़ से 15,000 रुपये प्रति एकड़ करने का वादा किया है. कांग्रेस के चुनावी वादों में MSP के लिए कानूनी गारंटी शामिल है. इसके अलावा बीजेपी 'लाडो लक्ष्मी योजना' जिसके तहत हर महिला को 2,100 रुपये मासिक भत्ता मिल सकता है, का वादा भी कर रही है. कांग्रेस के घोषणापत्र में ऐसा ही वादा किया गया है, बस उसमें रकम 100 रुपये कम है.
कांग्रेस और बीजेपी, दोनों ने ही 500 रुपये प्रति सिलेंडर पर सब्सिडी वाली रसोई गैस देने का वादा किया है. बीजेपी ने 'अव्वल बालिका योजना' के तहत कॉलेज जाने वाली ग्रामीण लड़कियों को एक-एक स्कूटी देने का भी वादा किया है. पिछड़े वर्गों के लिए, पार्टी ने 25 लाख रुपये के गारंटीकृत कर्ज ऋण और विभिन्न श्रेणियों के लिए कल्याण बोर्ड बनाने की बात भी की है. इंजीनियरिंग या मेडिकल कॉलेजों में प्रवेश लेने पर ओबीसी और एससी छात्रों को पूरी स्कॉलरशिप का भी वादा है.
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कांग्रेस के घोषणापत्र में हर नागरिक को 25 लाख रुपये तक के मुफ्त इलाज का वादा किया गया है. बीजेपी 10 लाख रुपये तक के इलाज का वादा कर रही है, जिसमें 70 वर्ष से अधिक आयु के लोगों के लिए अतिरिक्त 5 लाख रुपये का प्रावधान है.
कांग्रेस ने विभिन्न श्रेणियों के तहत 6,000 रुपये प्रति माह की सामाजिक-सुरक्षा पेंशन का वादा किया है. बीजेपी इसके जवाब में सरकारी कर्मचारियों और पेंशनभोगियों के लिए महंगाई भत्ते में वृद्धि के अनुपात में पेंशन का भुगतान करने का वादा करती है. बीजेपी बिना किसी 'पर्ची-खर्ची' (पक्षपात या रिश्वत) के दो लाख सरकारी नौकरियों का वादा करती है. बीजेपी के घोषणापत्र में पुरानी पेंशन योजना (OPS) का जिक्र नहीं है, जिसे कांग्रेस फिर से लागू करना चाहती है.
हरियाणा चुनाव के लिए कांग्रेस और बीजेपी के घोषणापत्रों में कई समानताएं हैं. तभी तो पूर्व मुख्यमंत्री और विपक्ष के नेता, भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने बीजेपी पर कांग्रेस के घोषणापत्र की नकल करने का आरोप लगाया है.
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हरियाणा के 'कुरुक्षेत्र' में विजय के लिए बीजेपी का प्लान
हरियाणा में बीजेपी के चुनावी वादों का सीधा कनेक्शन लोकसभा चुनाव के नतीजों से है. 2014 और 2019 में अपने दम पर बहुमत पाने वाली बीजेपी 2024 में सिर्फ 240 सीटों पर सिमट गईं. हरियाणा में उसे 50 प्रतिशत सीटें गंवानी पड़ीं. राज्य की कुल 10 लोकसभा सीटों में से 5 कांग्रेस के खाते में गईं और बाकी बीजेपी के. जाहिर है, इतने बड़े झटके के बाद बीजेपी को रणनीति तो बदलनी ही थी.
हरियाणा चुनाव के लिए पीएम नरेंद्र मोदी ने पहली सभा कुरुक्षेत्र में की. यह चुनाव भी बीजेपी के लिए एक 'कुरुक्षेत्र' बन गए हैं. चूंकि हरियाणा में विधानसभा चुनाव, लोकसभा चुनाव के ठीक बाद हो रहे हैं, इसलिए अगर बीजेपी के आंकड़े गड़बड़ाए तो उसके खिलाफ बनी हवा को और बल मिलेगा.
हरियाणा में एंटी इनकंबेंसी के अलावा किसान, जवान और पहलवानों का मुद्दा भी बीजेपी के लिए चुनौती बना है. अग्निवीरों को जॉब गारंटी और फसलों के लिए एमएसपी का वादा कर बीजेपी ने लोकसभा चुनाव में हुए नुकसान की भरपाई करने का दांव चला है. देखना होगा कि हरियाणा के वोटर बीजेपी को माफ करते हैं या नहीं.