Sisters Success story: तीन बहनें 5वीं तक सरकारी स्कूल में पढ़ीं, फिर एक साथ दिया सिविल सर्विस का एग्जाम और बन गईं अफसर
Advertisement
trendingNow11474256

Sisters Success story: तीन बहनें 5वीं तक सरकारी स्कूल में पढ़ीं, फिर एक साथ दिया सिविल सर्विस का एग्जाम और बन गईं अफसर

Civil Service Success Story: इनकी दो बड़ी बहनें हैं सबसे बड़ी बहन राजस्थान में बीडीओ के पद पर हैं और दूसरी सिस्टर सहकारी विभाग में अफसर हैं. वो साल 2011 था जब सबसे पहली बार एक बहन का सेलेक्शन सरकारी नौकरी के लिए हुआ था.

Sisters Success story: तीन बहनें 5वीं तक सरकारी स्कूल में पढ़ीं, फिर एक साथ दिया सिविल सर्विस का एग्जाम और बन गईं अफसर

Anshu Ritu and Suman Success Story: कहते हैं जब मंजिल दिखाई देती है तो फिर बाधाओं से डर कम लगता है. एक बार टारगेट सेट करने के बाद फिर बस टारगेट ही दिखाई देता है. आज हम तीन बहनों की ऐसी ही कहानी बताने जा रहे हैं जिन्होंने एक साथ यूपीएससी का एग्जाम दिया और तीनों ही अफसर बन गईं. 

हनुमानगढ़ जिले के भैरुसारी गांव की तीन बहनों अंशु, रितु और सुमन ने एक साथ आरएएस की परीक्षा पास कर इतिहास रच दिया. दिलचस्प बात यह है कि उनकी दो बड़ी बहनें रोमा और मंजू ने भी कुछ साल पहले इसी परीक्षा को पास किया था और वे पहले से ही राज्य सेवाओं में सेवा दे रही हैं.

सिर्फ आठवीं कक्षा तक पढ़े पांच बहनों के पिता सहदेव सहारण सभी के लिए प्रेरणा के स्रोत बन गए हैं. उनकी मां लक्ष्मी पढ़ी लिखी नहीं हैं. अंशु, सुमन और रितु ने अपनी सफलता का श्रेय अपने माता-पिता, दादी, चाचा और अपने टीचर्स को दिया है. इन तीनों बहनों में अंशू ने ओबीसी गर्ल्स में 31, रीतू ने 96 और सुमन ने 98 वीं रैंक हासिल की है. 

इनकी दो बड़ी बहनें हैं सबसे बड़ी बहन राजस्थान में सहकारी विभाग मे हैं और दूसरी सिस्टर बीडीओ हैं. पांच बेटियों के पिता का कहना है कि बच्चों ने 5वीं तक की पढ़ाई तो गांव में ही की थी. सभी बच्चों ने सेल्फ स्टडी से ही ग्रेजुएशन किया. तीनों सिस्टर्स ने यूजीसी नेट भी क्वालिफाई किया था.

वो साल 2011 था जब सबसे पहली बार एक बहन का सेलेक्शन सरकारी नौकरी के लिए हुआ था. जो आज राजस्थान में बीडीओ हैं. वहीं साल 2011 में सहकारिता विभाग में दूसरी बहन का सेलेक्शन हुआ था.

पाठकों की पहली पसंद Zeenews.com/Hindi - अब किसी और की ज़रूरत नहीं

Trending news