NEET PG 2024 की काउंसलिंग कब और कैसे होगी? जानें मेडिकल कॉलेज में दाखिले के ये नियम
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NEET PG 2024 की काउंसलिंग कब और कैसे होगी? जानें मेडिकल कॉलेज में दाखिले के ये नियम

Medical College Admission: राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग ने मेडिकल कॉलेज में दाखिले के लिए कुछ नियम बदले हैं. वहीं, अब मेडिकल कॉलेजों को दाखिले के बाद कोर्स की मनमानी फीस बढ़ाने की अनु्मति नहीं मिलेगी. 

NEET PG 2024 की काउंसलिंग कब और कैसे होगी? जानें मेडिकल कॉलेज में दाखिले के ये नियम

NEET PG 2024 Counselling: मेडिकल के पोस्ट ग्रेजुएशन कोर्सेस में एडमिशन के लिए नीट पीजी 2024 का एग्जाम होना है. हालांकि, नेशनल मेडिकल कमीशन ने नीट पीजी 2024 परीक्षा का शेड्यूल अब तक जारी नहीं किया है, लेकिन ने पीजी कोर्स में एडमिशन के कुछ जरूरी रूल्स बनाए हैं, जिन्हें देशभर के सभी मेडिकल कॉलेजों और स्टूडेंट्स को फॉलो करना होगा.

राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग ने मेडिकल कॉलेज के पोस्ट ग्रेजुएशन कोर्सेस के लिए गाइडलाइंस जारी की गई हैं. स्टूडेंट्स नीट पीजी 2024 परीक्षा की डिटेल्स ऑफिशियल वेबसाइट neet.nta.nic.in पर जाकर चेक कर सकते हैं. 

नीट पीजी 2024 काउंसलिंग

मीडिया रिपोर्ट्स की माने तो नीट पीजी 2024 परीक्षा का आयोजन जुलाई में किए जाने की संभावना जताई जा रही है. इस लिहाज से नीट पीजी काउंसलिंग अगस्त 2024 में आयोजित की जा सकती है. जानकारी के मुताबिक इस साल नीट पीजी काउंसलिंग का आयोजन ऑनलाइन मोड में किया जाता है. 

कोर्स की फीस के बारे में पहले बताया होगा

वहीं, अब मेडिकल कॉलेजों के लिए जारी गाइलाइन के तहत कॉलेजों को मनमानी करने का मौका नहीं मिलेगा. नेशनल मेडिकल कमीशन की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक सभी मेडिकल कॉलेजों को पहले से यह घोषणा करनी होगी कि किस कोर्स के लिए कितनी फीस निर्धारित की गई है.

स्टूडेंट्स से दाखिला होने के बाद कॉलेज मनमाने तरीके से फीस नहीं वसूल पाएंगे, कॉलेजों तो फीस बढ़ाने की परमिशन नहीं दी जाएगी. इतना ही नहीं दाखिले की पूरी प्रक्रिया नीट परीक्षा और काउंसलिंग के माध्यम से ही की जाएगी. कोई भी मेडिकल कॉलेज स्टूडेंट्स को कॉलेज लेवल पर पीजी कोर्स में एडमिशन देने की पात्रता नहीं रखते हैं. 

एग्जाम पैटर्न में बदलाव

नेशनल मेडिकल कमीशन के नए नियमों के अनुसार नीट के एग्जाम पैटर्न में भी कुछ बदलाव किए जाएंगे. इस साल से यूनिवर्सिटी एग्जाम में फॉरेमेटिव एसेसमेंट और एमसीक्यू (Multiple Choice Questions) भी शामिल किया गया है. राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग ने यह बदलाव परीक्षा में निष्पक्षता लाने और अंतरराष्ट्रीय मानकों के बराबर करने के लिए किया गया है.

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