उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अग्निवीरों को बड़ी खुशखबरी दी है. अग्निवीरों की सेवा अवधि खत्म होने के बाद उन्हें विभिन्न सरकारी विभागों में सामायोजित कर लिया जाएगा. इसके साथ ही इसमें आरक्षण भी लागू होगा.
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Agniveer Uttarakhand: उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अग्निवीरों सरप्राइज गिफ्ट दे दिया है. उन्होने घोषणा की है कि देश की सेवा करके लौटने वाले अग्निवीरों को राज्य के विभिन्न विभागों में नौकरी दी जाएगी. इसके साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि राज्य सरकार उनके लिए आरक्षण का प्रावधान भी करेगी. बता दें कि सेना के अधिकारियों, पूर्व अधिकारियों और सैनिकों के साथ हुई बैठक के बाद ये फैसला लिया गया है.
अग्निवीरों के लिए आरक्षण
मुख्यमंत्री ने अपनी घोषणा में यह भी कहा कि सरकार अग्निवीरों को पुलिस सहित राज्य के विभिन्न विभागों में समायोजित करने के साथ उन्हें प्राथमिकता भी देगी. अग्निवीरों के लिए आरक्षण का प्रावधान किया जाएगा. उन्होंने कहा कि अगर जरूरत पड़ी तो अग्निवीरों को समायोजित करने के लिए कानून बनाने का प्रस्ताव भी जारी किया जाएगा.
विवादों से नाता
बता दें कि अग्निवीर योजना आने के बाद से ही विवादों के घेरे में रही है. कभी चार साल में रिटायरमेंट पर विवाद होता रहा है, कभी उन्हें मिलने वाली पेंशन की राशि पर. सामान्य भारतीय सेना और अग्निवीरों को मिलने वाली सुविधों के बीच के अंतर को लेकर भी कइ बार सवाल उठते रहे हैं. ऐसे में राज्य सरकार द्वारा अग्निवीरों को जॉब सेक्योरिटी का प्रपोजल देना, किसी गिफ्ट से कम नहीं है.
अग्निवीर बनने के लिए क्या चाहिए योग्यता :
अगर आप अग्निवीर बनना चाहते हैं तो आपका साइंस स्ट्रीम से कक्षा 12वीं पास करना अनिवार्य है. इतना ही नहीं, 12वीं में आपके 50 फीसदी अंक भी होने चाहिए. अगर आप शादीशुदा हैं तो इसके लिए योग्य नहीं माने जाएंगे. वहीं आपकी उम्र भी काफी मायने रखती है. अग्निवीर के लिए सिर्फ वहीं उम्मीदवार आवेदन कर सकते हैं, जिनकी उम्र 18 साल से अधिक हो.