किसानों को खाद और बीज की जरूरत रहती है. हर गांव में यह सुविधा नहीं होती. आप गांव या कस्बे में फर्टीलाइजर और सीड स्टोर खोल सकते हैं. सरकारी सब्सिडी का फायदा ग्राहकों को देंगे तो ज्यादा ग्राहक आपकी दुकान से सामान खरीदेंगे.
पैदावार को गांव या मंडी में बेचने पर अच्छा मुनाफा नहीं हो रहा तो आप सीधे घर-घर जाकर शहर में अपनी उपज बेच सकते हैं. शुरुआत में मेहनत करनी होगी लेकिन इन चीजों की शुद्धता बरकरार रखने पर कम समय में अच्छा कस्टमर बेस बन जाएगा.
लाइफस्टाइल के बदलाव के बीच लोग आर्गेनिक फल और सब्जियां खाने को तवज्जो दे रहे हैं. आर्गेनिक फ्रूट और वेजिटेबल के लिए लोग ज्यादा दाम भी दे देते हैं. आजकल आईआईटी स्टूडेंट भी आर्गेनिक फार्मिंग पर फोकस कर रहे हैं.
पॉल्ट्री फार्मिंग के तहत आपको अंडों के उत्पादन के लिए लेयर मुर्गी का चयन करना होगा. यदि आप चिकन बेचना चाहते हैं तो बॉयलर मुर्गी की जरूरत होगी. इसके लिए बेसिक जानकारी होना जरूरी है. अच्छी गुणवत्ता वाला पौष्टिक भोजन मुर्गियों को खिलाएं.
गांव में ज्यादातर लोग पशुपालन और खेती से जुड़े रहते हैं. हर किसी के पास गाय या भैंस जरूर होती है. ऐसे में दूध केंद्र का बिजनेस अच्छा और फायदे वाला साबित होगा. दूध केंद्र शुरू करने के लिए आपको नजदीकी डेयरी फार्म से संपर्क करके उनके साथ टाईअप करना होगा.
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