Wood Price: बड़ा फैसला! सरकार ने सर्दियों में लोगों को दी बड़ी राहत, जलाऊ लकड़ी की कीमत में होगी कमी
Advertisement

Wood Price: बड़ा फैसला! सरकार ने सर्दियों में लोगों को दी बड़ी राहत, जलाऊ लकड़ी की कीमत में होगी कमी

Wood: सर्दियों का मौसम आ चुका है. इस मौसम में लोगों को जलाने के लिए लकड़ी की जरूरत भी काफी पड़ती है और अलग-अलग इलाकों में लकड़ी का इस्तेमाल जलाने के लिए किया जाता है. वहीं अब जलाऊ लकड़ी के लिए अहम जानकारी सामने आई है.

Wood Price: बड़ा फैसला! सरकार ने सर्दियों में लोगों को दी बड़ी राहत, जलाऊ लकड़ी की कीमत में होगी कमी

Himachal Pradesh Government: सर्दियों के मौसम में लकड़ियों की काफी जरूरत पड़ती है. अलग-अलग इलाकों में लकड़ी का इस्तेमाल जलाने के लिए भी किया जाता है. वहीं अब हिमाचल प्रदेश सरकार की ओर से अहम फैसला लिया गया है. इससे राज्य के लोगों को काफी फायदा होने वाला है. हिमाचल प्रदेश सरकार ने राज्य के जनजातीय लोगों को बड़ी राहत देते हुए शुक्रवार को कहा कि जलाऊ लकड़ी की दरें 1,300 रुपये प्रति क्विंटल से घटाकर 805 रुपये प्रति क्विंटल कर दी जाएंगी. सरकार ने यह भी कहा कि वह भूतापीय ऊर्जा के साथ कोल्ड स्टोरेज के निर्माण के लिए 18 नवंबर को आइसलैंड सरकार के साथ एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर करेगी.

सब्सिडी देने का फैसला किया

इन घोषणाओं को करते हुए राजस्व और जनजातीय विकास मंत्री जगत सिंह नेगी ने कहा कि सरकार ने जलाऊ लकड़ी की दरों में लगभग 500 रुपये प्रति क्विंटल की कटौती करके राज्य वन निगम को सब्सिडी देने का फैसला किया है. नेगी ने बताया कि इस सब्सिडी से जनजातीय लोगों को निगम से जलाऊ लकड़ी 805 रुपये प्रति क्विंटल पर खरीदने में मदद मिलेगी, जो पहले 1,300 रुपये प्रति क्विंटल थी.

जलाऊ लकड़ी का उपयोग

उन्होंने कहा कि सर्दियों के दौरान अत्यधिक ठंड की स्थिति के कारण आदिवासी क्षेत्रों में जलाऊ लकड़ी का उपयोग काफी बढ़ जाता है और दरों में कमी से आदिवासियों के लिए एक बड़ी राहत होगी. उन्होंने कहा कि सरकार ने गंभीर वित्तीय संकट और हाल ही में राज्य में आई सबसे भीषण प्राकृतिक आपदा के बावजूद लोगों को राहत दी.

कोल्ड स्टोरेज का निर्माण

राज्य के आदिवासी लोग मुख्य रूप से लाहल और स्पीति और किन्नौर जिलों और चंबा जिले के कुछ हिस्सों में रहते हैं. सरकार भूतापीय ऊर्जा के साथ कोल्ड स्टोरेज के निर्माण के लिए 18 नवंबर को आइसलैंड सरकार के साथ एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर करेगी. (इनपुट: भाषा)

Trending news