Jewar Airport: दिल्ली एयरपोर्ट से फ्लाइट उड़ान भरती हैं उनके एटीएफ पर 25 प्रतिशत का वैट लगता है. लेकिन नोएडा एयरपोर्ट पर यही वैट 25 से घटाकर एक प्रतिशत कर दिया गया है. इसका फायदा विमान यात्रियों को दिया जा सकता है. इस बदलाव से टिकट के दाम 15 से 20 प्रतिशत नीचे आ सकते हैं.
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Noida Airport Fare Vs Delhi Airport Fare: अगर आप भी जेवर में तैयार हो रहे नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट शुरू होने का इंतजार कर रहे हैं तो यह खबर आपके काम की है. एयरपोर्ट के रनवे पर पिछले दिनों विमान का सफल ट्रायल किया गया. इसके बाद एयरपोर्ट के आम लोगों के लिए जल्द शुरू होने की उम्मीद की जा रही है. लेकिन इस बीच यह जानकारी सामने आ रही है कि नोएडा एयरपोर्ट से उड़ान भरने वाली फ्लाइट का किराया दिल्ली के आईजीआई एयरपोर्ट के मुकाबले काफी कम हो सकता है. इसका कारण एटीएफ (Aviation Turbine Fuel) पर लगने वाला वैट बताया जा रहा है. इससे विमानों के संचालन पर खर्च कम आएगा, जिसका फायदा यात्रियों को दिये जाने की उम्मीद है.
राज्य सरकार ने वैट में दी बड़ी राहत
नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के लिए एयरक्राफ्ट के फ्यूल पर लगाए जाने वाले वैट को राज्य सरकार ने एक प्रतिशत कर दिया है. इसका सीधा असर टिकट की कीमत पर पड़ेगा. दिल्ली एयरपोर्ट पर वैट चार्ज 25 प्रतिशत है. ऐसे में एटीएफ पर मिलने वाली राहत का फायदा टिकट बुकिंग कराने वालों को दिया जा सकता है. भारतीय विमानपत्तन आर्थिक नियामक प्राधिकरण (AERA) की तरफ से नोएडा एयरपोर्ट के लिए टिकट के दाम जल्द तय किये जाने की उम्मीद है.
कब से शुरू होगी टिकट बुकिंग
एयरपोर्ट पर इंडिगो के विमान के ट्रायल के बाद एविएशन कंपनियों ने संबंधित रूट का सर्वे शुरू कर दिया है. सर्वे के बाद, कंपनियां डीजीसीए में इस रूट के लिए आवेदन करेंगी. इसके बाद टिकट के दाम को लेकर ऐलान किया जाएगा. अप्रैल, 2025 में नोएडा एयरपोर्ट से कमर्शियल उड़ान शुरू होने की उम्मीद है. अधिकारियों की माने तो फरवरी के महीने से टिकट की बुकिंग शुरू की जा सकती है. इससे पहले टिकट का रेट तय कर लिया जाएगा.
दिल्ली के मुकाबले सस्ता क्या होगा टिकट?
अधिकारियों ने बताया कि दिल्ली में एटीएफ पर 25 प्रतिशत का टैक्स लगाया जाताहै. राज्य की योगी सरकार ने यमुना इंटरनेशनल एयरपोर्ट प्राइवेट लिमिटेड के अनुरोध पर नोएडा एयरपोर्ट पर एटीएफ पर लगने वाले वैट को 21 प्रतिशत से घटाकर एक प्रतिशत कर दिया गया है. विमान परिचालन में 40 प्रतिशत खर्च ईंधन का होता है. इसके अलावा एयरपोर्ट पर एयरलाइंस से लिये जाने वाले दूसरे चार्ज भी कम हो सकते हैं. इसका फायदा एयरलाइंस की तरफ से अपने यात्रियों को दिया जा सकता है, जो कि टिकट की कीमत में देखने को मिल सकती है. ऐसा इसलिये किया जा रहा है ताकि यात्री दिल्ली के मुकाबले नोएडा एयरपोर्ट को तवज्जो दें.
कितना कम होगा किराया?
एटीएफ पर लगने वाले वैट पर बड़ी राहत मिलने के बाद उम्मीद की जा रही है कि टिकट का दाम दिल्ली के मुकाबले 15 से 20 प्रतिशत कम होगा. हालांकि इसको लेकर अभी तक किसी तरह का आधिकारिक ऐलान नहीं किया गया है. टिकट दरें जल्द तय होने की संभावना है. डोमेस्टिक और इंटरनेशनल उड़ानों के लिए एयरलाइंस कंपनियों के साथ कॉन्ट्रैक्ट की प्रक्रिया चल रही है. इंडिगो, अकासा, लुफ्थांसा, स्विस एयर और सिंगापुर एयरलाइंस से कॉन्ट्रैक्ट हो चुका है.
एयरपोर्ट से पहले दिन तीन इंटरनेशनल फ्लाइट का संचालन किया जाएगा. ये उड़ान जर्मनी, सिंगापुर और स्विट्जरलैंड के लिए होनी हैं. इसके अलावा 25 डोमेस्टिक फ्लाइट का भी संचालन शुरू किये जाने की उम्मीद है.