Educational Technology: बायजू ने इससे पहले मार्च, 2023 तक मुनाफे में आने का लक्ष्य रखा था. BYJU'S ने 31 मार्च, 2021 को समाप्त फाइनेंशियल ईयर के लिए 4,588 करोड़ रुपये का घाटा दर्ज किया, जो पिछले फाइनेंशियल ईयर से 19 गुना ज्यादा है.
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Digital Education: एडटेक कंपनी बायजू (BYJU'S) ने कंसोलिडेटेशन और री-स्ट्रक्चरिंग के साथ मार्च, 2024 तक खुद के मुनाफे में आने का टारगेट रखा है. न्यूज एजेंसी पीटीआई ने सूत्रों के हवाले से दावा किया कि कंपनी इस दौरान ले-ऑफ के साथ ही 1.2 अरब डॉलर के लोन का भी निपटारा करेगी. कंपनी की तरफ से भूमिकाओं के दोहराव को खत्म करने के बाद अक्टूबर में वर्कफोर्स में करीब 3,000-3,500 कर्मचारियों तक की कमी करने की कवायद शुरू की गई है.
चौथी तिमाही में मार्च तक मुनाफे में आ जाएगी
सूत्र ने कहा, ‘थिंक एंड लर्न प्राइवेट लिमिटेड (TLPL) के री-स्ट्रक्चरिंग से कई व्यावसायिक इकाइयों में फैली मौजूदा परिचालन व्यवस्था को चार मुख्य क्षेत्रों में व्यवस्थित किया जाएगा. कारोबारी री-स्ट्रक्चरिंग का मकसद कैश फ्लो के साथ संसाधनों का मिलान करना है.’ उन्होंने कहा, 'कंपनी चालू वित्त वर्ष की चौथी तिमाही में मार्च तक मुनाफे में आ जाएगी.' इसके अलावा भी कंपनी की तरफ से खुद को मुनाफे में लाने के लिए और भी तैयारियां की गई हैं.
4,588 करोड़ रुपये का घाटा दर्ज किया
बायजू (BYJU'S) ने इस बारे में भेजे गए सवाल पर टिप्पणी करने से भी इनकार कर दिया. टीएलपीएल (TLPL) बायजू ब्रांड नाम के तहत संचालन करती है. बायजू ने इससे पहले मार्च, 2023 तक मुनाफे में आने का लक्ष्य रखा था. BYJU'S ने 31 मार्च, 2021 को समाप्त फाइनेंशियल ईयर के लिए 4,588 करोड़ रुपये का घाटा दर्ज किया, जो पिछले फाइनेंशियल ईयर से 19 गुना ज्यादा है.
कंपनी की तरफ से दी गई जानकारी के अनुसार वित्तीय वर्ष 2020-21 में कंपनी का घाटा 2019-20 में 231.69 करोड़ रुपये से बढ़ गया. FY21 के दौरान राजस्व FY20 में 2,511 करोड़ से गिरकर 2,428 करोड़ हो गया. लेकिन 31 मार्च, 2022 को समाप्त होने वाले वित्तीय वर्ष में, कंपनी ने राजस्व को चार गुना बढ़ाकर ₹10,000 करोड़ करने की घोषणा की. हालांकि इस वर्ष कंपनी ने फायदे या नुकसान के आंकड़े पेश नहीं किए. (Input : PTI)